KATIL HASINA - 4 in Hindi Horror Stories by DINESH DIVAKAR books and stories PDF | कातिल हसीना - भाग 4

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कातिल हसीना - भाग 4

मनोज ने आंख खोली तो देखा सुबह के 6 बज चुके थे वहीं वह जल्दी से आंख मलता बिस्तर पर बैठ गया वह हैरान था कि वह इतनी देर तक कैसे सो सकता है उसकी तो आज 6 बजे की ट्रेन थी वह अपना सर पकड़ कर बैठ गया तभी उसे सोनम की याद आई वह इधर उधर अपना मोबाइल ढूंढने लगा।

मोबाइल ओपन करके देखा तो सोनम के पंद्रह बीस मिस काल और बहुत सारे मैसेजेस थे वह तेरी से सोनम को काल करता है तो उधर से नाराज़ भरी आवाज आती है "हमसे मिलने का मन नहीं था तो बता देते ना आप हमें इतना इंतजार क्यूं करवा रहे हैं 😔 आपको पता है हम पुरी रात इस खुशी में नहीं हो सो पाए की सुबह आपसे मुलाकात होगी पर आप तो"🥺 सोनम बहुत उदास स्वर में बोली।

"मुझे माफ़ कर दिजिए सोनम जी पता नहीं मेरी आंख कैसे नहीं खुली आप कहां हो अभी मुझे बताइए" मनोज बिस्तर से उठता हुआ बोला।

"वहीं पर जहां आपने मिलने बुलाया था मैंने सोच लिया था की जब तक आप मुझसे मिलने नहीं आ जाते तब तक मैं यहां से हिलूंगी भी नहीं" सोनम नराज होते हुए बोली।

"ओह आप वही रूकिए मैं बस दो मिनट में आया" मनोज यह कहकर काल कट कर देता है और तुरंत तैयार होकर उस ब्रीज की ओर भागता है कुछ ही देर में वह उस ब्रीज के पास पहुंच जाता है वहां जाकर देखता है एक लड़की जमीन पर बैठी है वहीं उसकी फ्रेंड उसे वहा से उठाने की कोशिश कर रही है लेकिन वह जमीन पर बैठी लड़की उसे अपने से दूर जाने के लिए बोल रही है।

वह मुस्कुराते हुए कहता है "सोनम मैं आ गया"

यह सुनकर वह जमीन पर बैठी लड़की जो सोनम ही थी वह पीछे मुड़ी और मनोज को सामने देखकर खुशी से झूम उठी और तेजी से मनोज की ओर भागी और उसके गले से लग गई।

उसके आंखों से आंसू निकलने लगी वह बोली "मुझे तो लगा था आप मिलने ही नहीं आयेंगे मुझसे"

"अरे ऐसे कैसे मिलने नहीं आता आपसे" मनोज ने सोनम को अपने सीने से अलग करते हुए बोला।

तो सोनम का सुंदर चेहरा उसके आंखों के सामने आ गया जो बहुत ज्यादा खुबसूरत लग रहा था। मनोज ने सोनम के सर पर किस्स करते हुए बोला "आई लव‌ यू बेबी"

"आई लव यू टू जान" यह कहकर सोनम मनोज के होंठों पर किस्स करने लगती है।

"और बोलती है आपको पता नहीं है पर आपका मैंने बरसों से इंतजार किया है मनोज" सोनम बोली।

"बरसों से इंतजार किया है" यह सुनकर मनोज थोड़ा अचरज में पड़ गया उसने जब सोनम को खुद से दूर किया तो उसका चेहरा देखकर हैरान रह गया क्यूंकि उसका चेहरा बेहद डरावना हो गया था यह देखकर मनोज चिल्ला उठा आहहहहहह......

चिल्लाते हुए मनोज बिस्तर से उठ बैठा और हैरानी से इधर उधर देखने लगा... तब उसे पता चला कि वह बस एक सपना देख रहा था वह उन सब बातों को नजरंदाज करते हुए बिस्तर से उठ गया और बाथरूम जाकर फ्रेश होने लगा।

नहा धोकर तैयार हुआ और अपना बैग पकड़ा और अकेले ही निकल पड़ा सुबह के 5:30 बज रहे थे अभी भी हल्का अंधेरा छाया हुआ था। मनोज की 6 बजे की बस थी वह कुछ ही देर में उस ब्रिज के पास जाकर खड़ा हो गया और सोनम का इंतजार करने लगा कुछ देर बाद भी जब वह नहीं आई तो मनोज ने अपना मोबाइल चेक किया कि कहीं सोनम ने कोई मैसेज तो नहीं किया है ना, लेकिन कोई मैसेज नहीं आया था उसने टाइम देखा तो बस के लिए लेट हो रहा था वह बस स्टैंड की ओर निकल गया।

®®®Ꭰɪɴᴇꜱʜ Ꭰɪᴠᴀᴋᴀʀ"Ᏼᴜɴɴʏ"✍️