Maa Kab Aayengi - 5 in Hindi Spiritual Stories by Dikshadixit books and stories PDF | मां कब आयेगी - (भाग -५)

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मां कब आयेगी - (भाग -५)

मीठी के पिता अपने बच्चों को घुमा कर घर वापस लेट हैं, सब नाश्ता करते हैं, और खूब बाते करते हैं दादी मीठी को पूछती हैं किया खा के आई पापा ए साथ इतनी देर तक रोज गाड़ी से बाहर घूमने जाना ठीक नही होता गलत आदत बन गई है मीठी तुम्हारी, मीठी को दादी की बात अच्छी नही लगी बह बोल दी की उसके पापा है, उनको कोई फर्क नही पड़ता तो आप भी नही बोलो दादी, मीठी के पिता उसे समझाते हैं की दादी से ऐसे बात नही करते हैं,बह माफी मांग चुप चाप कमरे में चली जाती है। उसके पिता कहते हैं की मां किया आपको सच में लगता है मैं बच्चों को अच्छी परवरिश नही दे पाऊंगा। दादी उनकी बात सुन कर कहती है कि मेने कभी नही बोल बेटा कि तुम बच्चों की परवरिश नही कर सकते, पर अकेले नही कर सकते ये कह सकती हूं, बच्चे छोटे हैं बढ़ते उम्र के बच्चों पर मां का साया होना जरूरी है इसी लिए सब बोलते हैं, शरद अपने सहपाठी विनोद की बात बताते हैं कि बह बोल रहा था, एक लड़की के बारे में आपसे सलाह ले लूं आप भाई साहब को बोल दो मुझे लगता है, उदय को मैं संभाल भी लूं पर मीठी तो अभी से अलग सी होती जा रही है, बह मुझसे दूर हो रही है लगता है। कोई उसको संभाल ले बस, दादी शरद की बात सुन कर हल्का सा मुस्कुरा देती हैं और बोलता हैं मैं बड़े को कल ही बुलाती हूं बैठ के बात करेंगे कल की तुम छुट्टी ले लेना। शरद बोलते है छुट्टी ही ले सकता मां भाई साहब को बुला लो कल शाम को बात करेंगे, इसी बीच बच्चे भी खुश हो लेंगे भाई साहब को देख कर, दादी बोलती है ठीक है तो तुम खाना खाओ। अभी मीठी के पिता थोड़ा खाना खा कर हो चले जाते हैं, और अपने कमरे में लगी पूनम की तस्वीर से कहते हैं कि, पूनम मुझे नही पता मैं ठीक करूंगा या नही मुझे इस वक्त बस अपने बच्चे दिख रहे हैं मैं उनको वो हर खुशी दूंगा जो उनके हक में है बस मेरा साथ देना, मैं जो भी करू आप हमारे साथ रहना, उम्मीद है आप मेरे साथ होंगी जो भी बच्चों का हक है उनको दिलाने में मेरा साथ दोगी। मैं मजबूर हूं तुमको नही पता मीठी हमसे दूर सी होती जा रही है मेरी कोई बात भी नही सुनती हमेशा जिद करती है, मां को भी कुछ भी बोल देती है, पड़ोस से भी उसकी शिकायतें आती रहती हैं , मैं उसको कुछ नही कहता दर से कि कही मेरी बच्ची मुझसे और दूर न हो जाए। आप होती तो ये नही होता, बहुत गुस्सा भी हूं और उदास भी, आपकी बहुत याद आती है। किसी को बोल नही सकता कि आपको कितना प्यार करता हूं, आपको एक वादा करता हूं, बच्चों की खुशी के लिए घर की सुख शांति के लिए जो होगा वो कर सकता हूं,पर आपकी जगह किसी को नही दूंगा ये वादा है मेरा आपसे, इतना कह कर मीठी के पिता सो जाते हैं।
क्रमश: