My Soul Lady - 8 in Hindi Love Stories by Iffat fatma books and stories PDF | My Soul Lady - 8

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My Soul Lady - 8

अगली सुबह सना सारा से जल्दी उठकर घर से बाहर चली गई जहां उसके कुछ लोग गाड़ी लेकर पहले ही तैयार थे और फिर जल्दी ही सना गाड़ी में बैठ कर वहां से चली गई और थोड़ी ही देर में उसकी गाड़ी एक बड़े से महल के सामने आकर रुकी फिर देखने में काफी बड़ा और सुंदर था लेकिन वह महल काफी ही डरावना था चारों तरफ मसाले जली हुई थी क्योंकि बाकी जगहों पर तो सुबह हो रही थी लेकिन महल के आसपास जंगलों में रात हो रही थी जिसकी वजह से वह महल काफी खतरनाक लग रहा था । ।

तभी सना गाड़ी से उतरकर घर के अंदर जाती है तभी एक औरत अंदर से दौड़ते हुए बाहर आती है और सना को गले लगा लेती है जो कोई और नहीं सना की माँ मान्या थी और फिर वह कहती है , कहां थी तुम इतने सालों तक बेटा कि मैंने तुम्हें कितना याद किया आखिर क्यों तुम हमें छोड़कर यहां से चली गई तुम हमारे साथ रहकर भी तो अपने काम को पूरा कर सकती थी फिर आखिर क्यों तुम चली गई यहां से इतना कहकर वह औरत रोने लगी तभी एक रौबदार आवाज पीछे से आती है " तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई यहां आने की " मैंने तो तुम्हें यहां आने के लिए नहीं कहा तभी सना उस औरत से दूर हो जाती है और उस आदमी से गुस्से से कहती है मैं वैसे भी यहां आपसे मिलने नहीं आई मैं अभी भी अपने मकसद के वजह से यहां आई हूं और उस काली रात की वजह से जिस दिन मुझे उसके बारे में सब कुछ पता चल जाएगा और हां उसके बाद मैं यहां से चली जाऊंगी फिर उसके बाद मेरा आप से कोई लेना देना नहीं होगा । ।

तभी वह आदमी कहता है यह अच्छा है जितनी जल्दी हो सके यहां से चली जाओ इतना बोल कर वह आदमी वहां से चला जाता है तभी दो औरत वहां खड़ी हुए कहती है राजकुमारी हम बहुत खुश हैं कि आप अपने महल वापस आ गई लेकिन हमें आपसे पूछना था कि आप वहां बिना अपनी शक्तियों का इस्तेमाल किए कैसे रह रही थी और आपने राज़ उस लड़की से कैसे छुपाया , तभी सना उसे हंसते हुए कहती है यह बहुत आसान था मैं किसी दिन आराम से तुम्हें यह बताऊंगी अभी मैं चलती हूं क्योंकि मुझे उस रात की तैयारी करनी है क्योंकि यहां वक्त 2 गुना तेजी से बढ़ेगा यानी कि अगर उस दुनिया में उस रात को आने में एक हफ्ता है पर इस दुनिया में 2 दिन इसीलिए मुझे जल्दी ही सारी तैयारी पूरी करनी होगी इसीलिए जाओ और जाकर तैयारियों में लग जाओ तभी वह दोनों औरतें भी वहां से चली जाती है और वह औरत जो सना को देख कर रो रही थी वह भी सना के साथ उसके कमरे में चली जाती है । ।

सना के कमरे में जाते ही उसकी शक्तियां कमजोर होने लगती है यह देख कर वह औरत सना को एक खुफिया कमरे में ले जाती है जहां पर बहुत सारे इंसानों को बेरहमी से पीटकर बांधा गया था तभी थाना एक इंसान के पास जाती है और उसे बहुत बुरी तरीके से मार देती है उसके बाद ही देखते ही देखते सना की चोटी लंबी हो जाती है और वह उस बॉडी को अपनी छोटी से पकड़ लेती है और उसे ऊपर उठा लेती है और फिर उसकी आंखें लाल हो जाती है और वह भी आसमान में उड़ने लगती है और उस बॉडी की आत्मा खा जाती है जिसके बाद उसमें और भी ताकत आ जाती है और वह अच्छा महसूस करने लगती है फिर सना उस औरत के साथ वापस अपने कमरे में चली जाती है । । ।

और वहां दूसरी तरफ सारा के लिए सना को गए हुए अभी एक ही दिन हुआ था पर एक ही दिन में सारा सेना को काफी याद कर रही थी और उसी तरह वह सोने चली जाती है और उसके सोते ही उसे एक काफी खतरनाक सपना आने लगता है जिसमें वह देखती है की , एक काले और खूंखार जंगल में सना तेजी से भागे जा रही है और वह लगातार हेल्प हेल्प करके चिल्ला रही है लेकिन कोई भी उस खूंखार जंगल में उसकी मदद करने नहीं आ रहा तभी सना थककर एक पेड़ के नीचे बैठ जाती है लेकिन तभी अचानक पेड़ पर से एक लड़का उस पर हमला करता है लेकिन सना उससे बच जाती है और वहां से भागने लगती है लेकिन वह लड़का उसका पीछा नहीं छोड़ता


और लगातार उसे मारने की कोशिश करता रहता है लेकिन जब बहुत दूर तक दौड़ने के बाद भी वह उसे नहीं पकड़ पाता तो वह वहां से अचानक गायब हो जाता और वहीं दूसरी तरफ सना जंगल में दौड़ रही थी उस लड़के से बचने के लिए तभी अचानक वह लड़का उसके सामने आकर खड़ा हो जाता है और उसे पकड़ लेता है और उसका और उसका खून चूसने लगता है जिससे सना वही मर जाती है और ऐसा होते ही वह लड़का अचानक ही वहां से गायब हो जाता है यह सब देखने के बाद सारा डर से पसीने से तरबतर हो जाती है नींद नहीं और नींद में ही सना को आवाज देने लगती है और उसकी आवाज सुनकर उसके बगल में सोई स्वाति उठ जाती है और उसे जगाने की कोशिश करती है जिससे सारा अचानक डर से उठ जाती है और स्वाति उसे पानी देती है और उस से पूछती है क्या हुआ सारा दि क्या आप ठीक है ?


लेकिन सारा उसे कुछ नहीं कहती और फिर बात बदलते हुए उससे कहती है स्वाति कुछ नहीं हुआ है सो जाओ सब कुछ ठीक है वह मैं बस एक बुरा सपना देखा था और कुछ नहीं और स्वाति उसके बाद पर भरोसा कर कर सोने चली जाती है और सारा बैठकर सोचने लगती है और खुद से कहती है आखिरकार मैंने इतना खराब सपना क्यों देखा क्या सब ठीक है ना मेरी बहन ठीक है होगी ना क्या मुझे उसे कॉल करना चाहिए लेकिन इस वक्त वह सो रही होगी और नींद के बीच में उसे उठाना मुश्किल है लेकिन मेरा मन शांत नहीं है मुझे उसे कॉल करना चाहिए इतना कहकर सारा सना को कॉल करती है लेकिन तीन-चार कॉल के बाद भी सना उसका फोन नहीं उठाती जिसे सारा परेशान हो जाती है और उसे रात भर नींद नहीं आती । ।