My Soul Lady - 7 in Hindi Love Stories by Iffat fatma books and stories PDF | My Soul Lady - 7

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My Soul Lady - 7

जब अंश का बर्थडे केक कट जाता है तभी अचानक अखिल का फोन बजता है वह फोन उठाता है तो सामने से आवाज आती है सर आप जल्दी आ जाइए यहां सिचुएशन और ज्यादा खराब हो रही है हम उन्हें संभाल नहीं पा रहे हैं वह आउट ऑफ कंट्रोल हो रहे हैं तो अखिल उसे समझाते हुए कहता हैं तुम लोग थोड़ी देर संभालने की कोशिश करो मैं अभी आता हूं इतना कहकर अखिल पार्टी से निकल जाता है और अपने ऑफिस पहुंचता हैं अपने केबिन में इंटर होते ही अखिल अपने केबिन का लॉक बंद करना भूल जाता है और अपने केबिन मे रखे मिरर के पास जाता है और उस मिरर को हिलाता है जिससे उसके ऑफिस में एक खुफिया दरवाजा खुल जाता है ।

और फिर अखिल उसके अंदर चला जाता है वही जब सारा देखती है कि अखिल के केबिन का दरवाजा खुला है तो वह उसके अंदर चली जाती है क्योंकि वह अपने केबिन में बैठी कुछ फाइलों को कंप्लीट कर रही थी और उसे वही फाइल अखिल के पास जमा करना था और उसने यह सोचा अगर अखिल सर अभी आ गए हैं तो मैं यह फाइल अभी उन्हें दिखा देती हूं इतना सोच कर Sara उस केबिन में चली जाती है लेकिन उसे वहां अखिल नहीं दिखता तो वह खुद से कहती है यह केबिन का दरवाजा तो बस अखिल सर ही खोल सकते हैं तो फिर यह दरवाजा अपने आप कैसे खुला सारा यह सब सोच रही थी कि उसे अचानक उसके बिन में दर्द भरी चीखे सुनाई देने लगती है जिससे डरकर वह केबिन से बाहर आ जाती है और घर के लिए निकल जाती है

वहीं दूसरी तरफ सना परेशान होते हुए खुद से कहती है आज क्या हो गया मेरे साथ उसको किस करने के बाद मेरे साथ ऐसा क्यू हुआ मुझे इसका पता लगाना होगा लेकिन इससे पहले मुझे जल्द से जल्द वहाँ पहुंचना ही होगा इतना बोल कर सना अपनी स्कूटी से वहां से निकल जाती है और एक घंटे ड्राइव करने के बाद वह एक सुनसान से जंगल में आ जाती है और अपनी गाड़ी को साइड में लगा कर जंगल में चलने लगती है लगभग आधा घंटा चलने के बाद वह एक गुफा के सामने आकर रुक जाती है जो दिखने में बहुत ही डरावना था चारों तरफ अंधेरा ke साथ-साथ सन्नाटा ही पसरा हुआ था । फिर वह उस गुफा के अंदर जाती है ।

अंदर तीन चार लोग काले पोशाक में खड़े थे और किसी प्रकार की पूजा कर रहे थे और जब उन लोगों ने सना को आते हुए देखा तो अपने जगह से खड़े हो गए और सर झुका कर वही उसके सामने खड़े हो गए तभी एक काले पोशाक वाले इंसान सामने आया और सना से कहने लगा , Maya आप कब तक इस लड़की के रूप में उस घर में रहने वाली है क्योंकि मुझे नहीं लगता की जिस शख्स को आप ढूंढ रही है वह यहां है वरना आप कितने सालों से उसे ढूंढ रही है लेकिन वह अब तक आपको नहीं मिला तभी सना कहती है अभी तक मुझे मिला नहीं है लेकिन मुझे पूरा यकीन है वह यही है मेरा दिल कहता है और मुझे पूरा विश्वास है कि मैं उसे ढूंढ लूंगी ।




तभी वह शख्स कहता है लेकिन आपने अभी तक उस सारा नाम की लड़की को जिंदा क्यों रखा है ? तभी सना कहती है मैं अपने मकसद के लिए किसी बेकसूर को नहीं मार सकती और वैसे भी वो लड़की है बहुत अच्छी क्योंकि जब से मैं उसके साथ रह रही हूं मुझे भी वह मेरी बहन जैसी लगने लगी और मुझे नहीं लगता कि वह मेरे मकसद के बीच का काटा बन सकती है । लेकिन उस अखिल ओबरॉय में कुछ तो गड़बड़ है वह बार-बार मेरे मकसद के बीच में आ रहा है उसके बारे में सारी जानकारी निकालो साथ ही साथ सारा की सेफ्टी का भी ध्यान रखो तभी वह काले पोशाक वाला इंसान कहते हैं , ठीक है लेकिन अगर सारा को पता चला कि आप उसकी बहन नहीं है और उस की बहन के साथ क्या हुआ है तो ?




मैं उसे यह बात का भी पता नहीं लगने दूंगी कि उसकी बहन सना के साथ क्या हुआ है तो अब यह सब छोड़ो मुझे मेरी पूजा पूरी करने दो इतना कहकर Sana एक अग्निकुंड के सामने बैठ जाती है और अपनी पूजा शुरू कर दी है जैसे-जैसे वह मंत्र पढ़ रही थी वह सना से कुछ और ही बन रही थी धीरे धीरे उसके नाखून लंबे और पेने हो रहे थे उसकी आंखों का रंग काले से हरा हो चुका था उसके बाद उसके शरीर में अलग अलग तरह के निशान बन रहे थे और देखते ही देखते वह पूरी तरह से बदल चुकी थी उसको इस रूप में देखकर सभी काली पोशाक वाले इंसान बहुत खुश थे लेकिन अगर सना को उस खूंखार रूप में कोई और देख लेता तो वह डर के वहीं बेहोश हो जाता ।

थोड़ी देर बाद जब सना ने उस पूजा को पूरा कर लिया तो वह वापस सना के रूप में आ गई और फिर उसने काले पोशाक वाले इंसान से कहा मेरी पूजा तो पूरी हो गई है लेकिन एक हफ्ते बाद वह काली रात आने वाली है जिस दिन मुझे उसके बारे में पता लगाने का एक मौका मिलेगा तो तुम लोगों को उस रात की पूरी तैयारी करके रखनी है मैं कल ही कुछ बहाना करके Mayana के लिए निकल जाऊंगी और तुम लोग भी समय पर वहां पहुंच जाना । तो अब मैं चलती हूं वरना सारा को मुझ पर शक हो जाएगा क्योंकि आज कुछ ज्यादा ही देर हो गई है । इतना बोल कर सना वहां से चली जाती है । लेकिन वह उन लोगों को अखिल और अपने बीच हुए वाकिए के बारे मे कुछ नहीं कहती , और वहां से चली जाती है ।

सना का घर ,

जब सना और सारा डिनर कर रहे थे तभी सारा घबराते हुए सना से कहती है सना तुझे पता है आज क्या हुआ जब मैं ऑफिस में थी तो मुझे अखिल सर का केबिन खुला दिखा तो मुझे लगा कि अखिल सर आ गए हैं तुझे मैं उसकी विंग के अंदर गई तू उसके अंदर मुझे चीखें सुनाई दी मुझे लगता है ना अखिल सर अपने केबिन में किसी चीज को छुपा कर रख रहे हैं तो सना कहती है दी आपको इस से क्या लेना देना है उसे जिसको छुपाना है वह अपने ऑफिस में छुपा कर रख सकता है आप बस अपना काम कीजिए और आ जाए कीजिए और वैसे भी मुझे आपको बहुत जरूरी बात बतानी है तो सारा उस से पूछती है क्या बात बतानी है कुछ प्रॉब्लम हुआ क्या तो सना कहती है दी आप इतना टेंशन क्यों लेती है मैं हूं ना कोई प्रॉब्लम नहीं हुआ है ।

वह मुझे अपने कॉलेज के प्रोजेक्ट के काम से बाहर जाना है और यह बहुत इंपॉर्टेंट भी है इसी वजह से मुझे आपको यह बताना था कि मैं 1 हफ्ते के लिए बाहर जाने वाली हूं क्योंकि इस प्रोजेक्ट के ऊपर ही हमें college se marks milega लेकिन मैं आपको अकेले छोड़ कर तो नहीं जा सकती इसलिए मैंने स्वाति से बात कर ली है जब तक मैं वहां रहूंगी वह आपके पास यहां रहेगी तो सारा कहती है , क्या स्वाती तुम्हारे साथ नहीं जा रही है तो सना घबराते हुए कहती है वह दी स्वाति का यह सब्जेक्ट नहीं है इसलिए उसको यह प्रोजेक्ट नहीं करना । तो फिर सारा सना को समझाते हुए कहती है यह तो ठीक है लेकिन तुझे क्या लगता है मैं छोटी बच्ची हूं मैं तेरी बड़ी बहन हूं और मैं अपना ख्याल रखना जानती हूं तुम्हें बेकार में स्वाति को परेशान नहीं करना चाहिए था और वैसे भी मुझे बस ऑफिस ही तो जाना रहता है और वहां मुझे किसी से कोई प्रॉब्लम नहीं है और मुझे किसी से डरने की जरूरत भी नहीं है । तो सना कहती है दी मैंने कह दिया ना कि स्वाति आपके साथ रहेगी वरना मैं वहां परेशान होती रहूंगी आपके लिए और वैसे भी कुछ दिनों की बात है उसके बाद में वापस आ जाऊंगी तो चलिए अब आप मेरी मदद कीजिए पैकिंग करने में क्योंकि कल सुबह ही मुझे निकलना है इतना कहकर सना आपने रूम में चली जाती है और अपना सामान पैक करने लगती है । सन अपना सामान पैक करते हुए सोचती है , अच्छा हुआ जो मैंने पहले ही स्वाति को कुछ और कह कर मना लिया था वरना तो आज दी तो मुझे पकड़ ही लेती ।