Saat fere Hum tere - 63 in Hindi Love Stories by RACHNA ROY books and stories PDF | सात फेरे हम तेरे - भाग 63

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सात फेरे हम तेरे - भाग 63

नैना ने कहा दीदी आप खा लो मेरी चिंता मत करो।
विक्की ने कहा हां,हां ज़रूर खाएंगे। किसी ने इतना अच्छा खाना बनाया है।
माया ने थाली में खाना लगा दिया और फिर विक्की को दिया और फिर खुद भी लेकर बैठ गई।
विक्की ने कहा खाते हुए वाह क्या बना है पुलाव। किसी को मेरी पसंद का इतना ख्याल है और खुद कहते हैं कि ये कैसा सवाल है।

माया ने कहा अरे वाह क्या अंदाज है।
फिर दोनों खानें लगें पर नैना नहीं आई।
कुछ देर बाद ही नैना आ गई और फिर बोली अरे वाह ये दिखावा करते हो हां उस दिन मुझे बोलें की तुम्हारे लिए खाना नहीं खाया।।


विक्की ने कहा हां तो रोज रोज नहीं खाऊंगा क्या ऐसा सोचा तुमने।।
नैना ने कहा मैं कुछ भी नहीं सोचा हां।
माया ने कहा अब तुम लोग झगड़ा मत करो हां।।

नैना भी प्लेट में खाना परोस कर खाने बैठ गई।
विक्की ने कहा अरे रायता दो इधर । नैना ने कहा जी नहीं ये मेरा है।
विक्की ने कहा माया दी देखो आप क्या कर रही है।
माया ने कहा अब उठ रही हुं मेरा हो चुका।
माया उठकर किचन में चली गई।
विक्की ने कहा जाओ अब मेरा भी मन नहीं है खाने का। और फिर उठ कर चला गया।

नैना ने खाना ख़त्म किया और फिर सारा काम करने के बाद बालकनी में जाकर टहलने लगीं।
कुछ देर बाद ही काम वाली बाई आ गई।
माया भी सागर के साथ फोन पर बात करने लगी।

विक्की इधर उधर देखने लगा और वो बालकनी में पहुंच गए और देखा तो नैना पौधों को पानी दे रही थी।
विक्की ने कहा पता नहीं खुद को क्या समझती है मुझे नखरे दिखा रहीं हैं अब बताता हूं उसे।
नैना ने कहा हां आजकल हवा बहुत ही बदसूरत हो गई है।
विक्की ने कहा इतनी लाल पीली क्यों हो रही हो हां?

हुआ क्या है और फिर तुम तो खुद ही नखरें दिखा रहीं हों।
नैना ने कहा मुझे कोई बात नहीं करनी है।
विक्की ने कहा ठीक है मैं चला जाता हूं।
नैना ने कहा हां जाओ।
विक्की ने कहा हां जा रहा हुं।
वहां से सीधे माया को बोल कर छत पर चला गया। और दरवाजा बंद कर दिया।
इधर नैना पौधों को पानी देने के बाद अपने कमरे में जाकर बैठ गई।
पर वहां विक्की की आहट तक नहीं सुनाई दी तो नैना ने मन में सोचा ये विक्की कहां गए?
नैना दौड़ कर विक्की के कमरे में जाकर देखा तो वहां कोई नहीं था।

नैना बाहर निकल कर माया दी से पुछा कि विक्की कहां है?
माया ने कहा हां कुछ देर पहले बाहर निकल गया।
नैना ने मन में सोचा अब क्या होगा वो सच में चला गया तो।।
माया ने कहा कि वह नीचे गया होगा आ जाएगा।
नैना घबरा कर नीचे पहुंच गई और हर जगह देखा पर वहां विक्की नहीं था।
नैना को क्या पता कि उसका विक्की छत पर जाकर बैठ गया है।
ये कुछ और नहीं नोंक झोंक वाला प्यार है।

नैना भागती हुई ऊपर आ गई और फिर अपने रूम में जाकर बैठ गई।
माया ने कहा नैना चाय पीने आ।

नैना ने कहा नहीं नहीं अभी नहीं। विक्की कहां गए दी।
माया ने कहा अरे यही कहीं गया होगा तू क्यों परेशान हो रही हैं।
नैना ने कहा अरे नहीं दी अभी तक नहीं ऐसा कभी करता है क्या।
माया ने कहा हां नहीं करता है।
नैना ने कहा मैं एक बार उसे फोन करती हुं।
माया ने कहा अरे फोन तो रूम में रख छोड़ा है।
नैना ने कहा मुझे डर लगता है दी कही निलेश की तरह।
माया ने कहा अच्छा फिर तू उसे परेशान क्यों करती हो।
नैना ने कहा अरे बाबा वो ही मुझे परेशान करते हैं और फिर।
माया ने कहा ये लो चाय पियो।
नैना ने कप रख दिया और फिर बोली नहीं दी काफी देर हो गई पर विक्की नहीं आया।

नैना ने कहा चार घंटे हो गए पर विक्की नहीं आया। एक बार पुलिस स्टेशन चलो।
माया ने कहा अरे पागल हो गई है वो आ जाएगा वापस जब गुस्सा कम हो जाएगा।
नैना ने कहा ऐसा कोई करता है मैंने तो मजाक किया था वो सच में चला गया।

अब क्या होगा ये कोई मामूली बात नहीं है।।
नैना बालकनी में जाकर बैठ गई और फिर इधर उधर देखने लगीं।
प्लीज़ विक्की जहां भी हो चले आओ। मुझे मत सताओ।।
मैंने क्यों किया ऐसा जो विक्रम सिंह शेखावत गुस्से में आकर कहा चलें गए।

नैना कमरे में जाकर बोली दीदी मैं पुलिस स्टेशन होकर आती हूं।
माया ने कहा पर नैना।
नैना दौड़ कर नीचे चली गई।

वहां पर दो गार्ड बात कर रहे थे तो नैना को कुछ अजीब लगा।
नैना ने पुछा क्या कहा छत पर खाने का आर्डर?
नैना को समझते देर नहीं लगी वो बाहर निकल गई।
कुछ देर बाद ही नैना बेहोश हो कर नीचे गिर गई।
फिर सारे कालोनी के लोग नैना की तरफ भागने लगे। कोई पानी की बोतल से पानी का छिड़काव करने लगा।
इतने में छत पर घुमते हुए विक्की अचानक नीचे की तरफ देखते हुए जाने लगें तो उसने देखा कि कोई जमीन पर गिरा था।
विक्की को देखते ही लगा कि जरूर नैना ही है।
फिर क्या था विक्की भागता हुआ सीधे लिफ्ट में जाकर ग्राउंड फ्लोर का बटन दबाकर सीधे नीचे पहुंच गए।
बाहर निकल कर देखा तो नैना बेहोश पड़ी हुई थी।
विक्की ने सबको पीछे हटा कर नैना की तरफ बढ़ गए और फिर नैना को उठाने लगा पर नैना नहीं उठीं।
विक्की बिना देर किए नैना को बाहों में उठा कर सीढ़ी से ऊपर चलने लगा।
ओह माई गॉड कुछ ज्यादा ही हो गया मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था।
ऊपर पहुंच कर नैना को बैठक के बेड पर लिटा दिया और फिर नैना का हाथ जोड़ जोड़ से सहलाने लगा और माया भी आ कर पैरों पर भी मालिश करने लगी और फिर नैना ने अपनी आंखें खोल दिया।
विक्की ने कहा नैना तुम ठीक हो? नैना ने कहा हां बिल्कुल ठीक हुं ये कहते हुए नैना उठकर बैठ गई और फिर बोली मुझे सब पता चल गया तुम छत पर जाकर बैठ गए थे और मैं तुम्हें कहां कहां खोज रही थी विक्की।।
विक्की चौंक गए और फिर बोला कि अरे नहीं तो किसने कहा? नैना ने कहा अच्छा मै यहां छः घंटे से मर रही हुं और तुम छत पर बैठ कर पिज्जा बर्गर और पता नहीं क्या क्या खा रहे हो।।
विक्की ने कहा हां तो तुमने ही कहां था चले जाओ तो चला गया।
नैना ने कहा हां आज के बाद मुझसे बात करने की कोशिश भी मत करना हां।
नैना रोते हुए कमरे में जाकर दरवाजा बंद कर दिया।
विक्की ने कहा देखा दीदी वो कुछ भी करें पर जब मैं कुछ करूं तो बात मत करना। ठीक है मैं भी कहां मरा जा रहा हुं।।
माया ने कहा जाने दो कुछ देर बाद गुस्सा ठंडा होने से खुद आएंगी।मैं चाय बना देती हुं।
कुछ देर बाद वो गार्ड आकर बोला सर आपका पिज्जा।।
विक्की ने कहा तुम लोग खा लो भाई।।
वो गार्ड खुशी खुशी चला गया।

कुछ देर बाद सागर का फोन आया और माया ने सब कुछ बताया कि विक्की छत पर जाकर बैठ गया था और नैना बहुत परेशान हो गई थी।

फिर रात के डिनर के समय माया ने नैना को बहुत बार बुलाया पर नैना दरवाजा नहीं खोली।

विक्की ने कहा कुछ ज्यादा ही हो गया था मुझे जल्दी आना चाहिए था।
माया ने कहा हां और क्या तुम तो फोन भी नहीं लेकर गए।
मैं नैना को तड़पते हुए देखा,मचलते हुए देखा कोई सच्चा प्यार करने वाले ही ऐसा कर सकता है।।
विक्की ने कहा हां दीदी ठीक कहां आपने।
विक्की भी खाना नहीं खा पाया और जाकर निलेश का गिटार बजाने लगा।
और फिर एक गाना शुरू किया।।
जादू सा छाने लगा।।
जादू सा छाने लगा
पागल बनाने लगा
कुछ याद आने लगा
कुछ भूल जाने लगा
क्या ना करे क्या करे
यह दिल क्या करे
यह दिल क्या करे


दीवाना पागल सा दिल
आँखो के काजल सा दिल
लहराते आँचल सा दिल
ज़ुल्फो के बदल सा दिल
तरसे ना यह बरसे ना यह
यह दिल क्या करे
यह दिल क्या करे
जादू सा छाने लगा
पागल बनाने लगा
कुछ याद आने लगा
कुछ भूल जाने लगा
क्या ना करे क्या करे
यह दिल क्या करे
यह दिल क्या करे।

गाना गाते हुए विक्की कुर्सी पर ही सो गया।
क्रमशः