नैना स्कूल के लिए निकल रही थी कि विक्की आकर देखा और फिर बोला अरे बाबा आज भी नहीं खाना है। मुझे भी नहीं खाने दोगी है ना।
नैना ने कहा अरे बाबा ये क्या हो गया है। तुम खाओ ना।
विक्की ने कहा कुछ हो गया क्या हो गया क्या हो गया बता।।
नैना ने कहा मजाक मत करो मैं जा रही हुं।
विक्की ने कहा नहीं आज नहीं जाओगे और फिर नैना का हाथ पकड़ कर टेबल तक ले आया।
नैना ने कहा देखो तुम्हारा नाम।
विक्की ने कहा हां याद है अब बैठ जाओ। ये कह कर आलू का पराठा मुंह में डाल दिया। नैना भी एक कौर लेकर विक्की के मुंह में डाल दिया और फिर विक्की ने अंगुली काट दिया। नैना ने कहा बच्चों जैसी हरकतें है तुम्हारी।
विक्की ने कहा हां पता है इसलिए तो तुम्हें चाहता हूं
नैना ने कहा हां सारा कसूर तो इस चाहत का ही है। अच्छी भली थी और तुम ने उस दिन जो सब किया ना उसी वजह से आज ये सब।
विक्की ने कहा अरे बाबा प्यार करता हूं जताऊं नहीं ऐसा कैसे।।
निलेश ने कभी जताया नहीं इसलिए वो बहुत दूर चला गया।
तुम क्या चाहती हो मैं भी। नैना ने अपना हाथ विक्की के मुंह पर रख दिया।
नैना ने कहा फिर कभी ऐसा मत बोलो दिल टुटता है पर आवाज़ नहीं होती बस आंखों से आंसु बहते हैं।
विक्की ने कहा हां मैं समझ सकता हूं तभी तो तुम्हें प्यार करना चाहता हूं।
नैना ने कहा इन नशीली आंखों ने ही मुझे मार डाला इसलिए मैं तुम्हारे आंखों में नहीं देखती हूं।
विक्की ने कहा हां पापा भी ये कहते थे।
नैना ने कहा हां सैम नहीं कहती थी।
विक्की ने कहा अरे अब ये कहां से आ गई।
नैना ने कहा जहां से तुम लाएं हो।
विक्की ने कहा देखो निलेश का हमशक्ल सही पर मैं निलेश नहीं हुं और ना ही बनना चाहता हूं।
मैं विक्रम सिंह शेखावत हुं बस इतना जानता हूं कि तुम भी मुझे अपनाओं मेरे चहरे को नहीं।
नैना ने कहा हां मैं समझ गई पर मैंने तो तुमसे प्यार किया है तुम्हारे सच्चाई से, तुम्हारे वजूद से।
ये सच है बस।।
ये क्या देर हो गई अब जाना होगा।
विक्की ने कहा अरे बाबा बोल दो तबीयत ठीक नहीं है।
नैना ने कहा हां ठीक है फिर नैना स्कूल में फोन पर बोल दिया।
नैना ने कहा पता है कभी झूठ नहीं बोली हुं पर आज।।
विक्की ने कहा हां ठीक है।
फिर दोनों बातें करते रहे।
नैना ने कहा अब किचन में मेरी मदद करो।
विक्की ने कहा हां, हां ज़रूर।
फिर दोनों मिलकर खाना बनाने लगें और एक दूसरे का स्पर्श भी अच्छा लगता गया।
दोनों जैसे एक ही प्यार के प्यासे की तरह हंसते हुए खाना बनाने लगें।
कुछ देर बाद माया भी आ गई।
नैना ने कहा दीदी आप जल्दी से तैयार हो कर आ जाओ।
माया भी जल्दी से तैयार हो कर आ गई।
ये सब देख कर बहुत अच्छा लगा मुझे तुम दोनों का प्यार सच्चा है।
विक्की ने खाना खाते हुए कहा कि आज हम सोने की दुकान पर जाकर कुछ खरीदारी करें।
माया ने कहा मुझे कुछ नहीं चाहिए भाई।
विक्की ने कहा ऐसा कैसे हम कुछ तो देंगे जीजू को और आपको।
माया ने कहा हां ठीक है।
विक्की ने कहा हां दीदी मेरी रसोईया से बात हो गई है परसों के लिए।
माया ने कहा हां ठीक है।
फिर सब खाना खाने के बाद सो गए।
नैना ने शाम की चाय बना कर रखीं।
फिर सब मिलकर चाय पीने के बाद तैयार हो गए।
विक्की ने कहा दीदी आप लोग आओ मै गाड़ी निकाल रहा हूं।
फिर सब मिलकर निकल गए।
विक्की ने गाड़ी एक बड़े से गोल्ड शो रूम में रोक दिया।
फिर सब बैठ कर बहुत सारे गहने देख कर पसंद करने लगे।
विक्की ने कहा दीदी ये सब कुछ पसंद है ना। ये जीजू के लिए चेन।
विक्की ने कहा नैना ये सेट तुम्हारे लिए।
नैना ने कहा पर मेरा लिए क्यों।
विक्की ने कहा दीदी की शादी में पहनो।
फिर सब वहां से निकल गए।
विक्की कार में बैठ कर बोला कि दीदी आज चाईनीज फूड खाने चले।
माया ने कहा हां ठीक है।
फिर वहां से हम एक चाइनीज फूड में पहुंच गए।
विक्की ने कहा ये बहुत ही शानदार जगह है जहां पर चाइनीज फूड मिलता है
कानपुर के इन रेस्तरां में उत्कृष्ट, अच्छी तरह से प्रशिक्षित और प्रतिभाशाली रसोइये हैं जो स्वादिष्ट, स्वादिष्ट, मुंह में पानी लाने वाले व्यंजन जैसे फ्राइड राइस, लेमन चिकन, चाउ मीन, चाउ फन, पेकिंग डक, डिम सम, नूडल्स और शार्क फिन सूप बनाते हैं। वे एक दिलचस्प व्यंजन तैयार करने के लिए चावल, गेहूं, एक प्रकार का अनाज, मक्का, बाजरा, शकरकंद, आलू और विभिन्न प्रकार की फलियों का भी उपयोग करते हैं। वे स्टीम्ड ब्रेड, डीप फ्राइड ट्विस्टेड आटा स्टिक्स, नूडल्स, स्टीम्ड स्टफ बन्स, केक, विभिन्न प्रकार के ग्रेल और स्नैक्स भी बनाते हैं जिनमें विशेष स्थानीय स्वाद होते हैं और इन्हें सबसे असाधारण रंगीन व्यवहार माना जाता है। सर्वोत्तम व्यंजन विकसित करने के लिए इन रेस्तरां में फ्राइंग, उबालने, ब्रेज़िंग, स्टूइंग, स्टीमिंग, सिमरिंग, बेकिंग और क्रिस्पिंग जैसी विभिन्न विधियों का पालन किया जा रहा है। एक बार जब वे समाप्त हो जाते हैं तो उन्हें आकर्षक तरीके से प्रस्तुत किया जाता है।
विक्की ने कहा पहले सूप लेते हैं।
फिर सब सूप पीते हुए बातें करने लगे।
फिर मेनू कार्ड देख कर चाऊमीन ,लोलीपाप मंचुरियन ,पनीर चिली ,फाइड साइस ,कवाव वेज ,।।
फिर सब बहुत ही मन से खाना खाने लगे।
नैना ने कहा बहुत ही अच्छा है खाना।
विक्की ने कहा हां मस्त है और फिर आईसक्रीम हो जाए
फिर सब मिलकर केशर पिस्ता बादाम आइसक्रीम खाएं। अब क्या करना है चलो अब चलते हैं।
फिर वहां से निकल गए।
घर पहुंच कर सारे गहने को अलमारी में रख दिया।
कुछ देर बाद ही सागर का फोन आया और फिर माया ने सारी खरीदारी कि बात बताई।
उधर नैना और विक्की दोनों ही अपने नये नये प्यार को सम्हालने में लगे हैं।
फिर सब जा कर सो गए।
क्रमशः