Shrapit - Ek adhuri Prem kahani - Last Part in Hindi Horror Stories by DINESH DIVAKAR books and stories PDF | श्रापित - एक अधूरी प्रेम कहानी - (अंतिम भाग)

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श्रापित - एक अधूरी प्रेम कहानी - (अंतिम भाग)

मैं डर गया और वहां से भागने लगा तभी वह मेरे पास आकर बोली प्रेम तुम मुझसे दूर क्यों भाग रहे हो ?

तब मैंने थोड़ा हिम्मत जुटाया और बोला- क्योंकि तुम एक भुत हो तुम मुझसे क्या चाहती हो मुझसे

तब उसने कहा- मदद

मदद कैसै मदद मैंने पूछा?

तुमने मुझे पहचाना नहीं मैं हूं नेहा

नेहा वही जिसे मैं प्यार करता था

हां वही है जिसे तुम कभी प्यार किया करते थे याद है वो दिन

मैं बोला- कैसे भूल सकता हूं उस दिन को जब हमारी मुलाकात हुई थी उस दिन जोरो की बारिश हो रही थी और मैं वहां से छाते पकडेजा रहा था तभी तुम भिगती हुइओ मेरे छाते के पास आ गई हमारे बीच में थोड़ी सी दूरी थी मैं तुम्हें देखता रह गया और तुम्हारी नजरे नीचे थी

तभी जोर से बिजली चमकी और तुम डर के मारे मुझे जोर से पकड़ लिया थोड़ी देर तक तुम मुझसे लिपटी रही फिर मुझसे दूर होकर जाने लगी मैने तुम्हारा हाथ पकड़ कर अपने बाहों में भर लिया. धीरे धीरे हम दोनों में प्यार होने लगा

नेहा-और हां उसके बाद तुम मुझसे प्यार करने लगे

सिर्फ मै या तुम भी

नेहा- हां मैं भी

लेकिन किस्मत को शायद ये मंजून ना था मेरे पापा ने मेरी शादी है एक बडेपरिवार के लड़के से करवा दिया

प्रेम- फिर हम बिछड़ गए. चलो जो हुआ सो हुआ लेकिन तुम यहां किस कारण वश आयी हो

नेहू- बदला लेने

प्रेम- बदला लेने मैं समझा नहीं

नेहा- हां मेरी शादी के बाद वे लोग मेरे पापा दहेज मांगने वाले लगे और जब उनके पास देने को कुछ नहीं पता तो उन्होंने मुझे मार डाला ताकि दूसरे परिवार की लड़कियों को लूट सके

प्रेम मेरे मरने के बाद मेरी आत्मा भटकने लगी तभी मैंने देखा ये लड़की मरने जा रही थी तो मैंने इसे बचाया औऊ इसके शरीर में प्रवेश कर लिया और सोचा कि अपने ससुराल वालों से अपनी मौत ऊ बदला ले सकूं

तभी वहां तुम दिखे मुझे लगा कि तुम मुझे भूल गए होंगे इसलिए जब तूमने मुझे प्रपोज किया तो मैंने ना कर दिया लेकिन जब तुम बार-बार प्रपोज करने लगे तब मुझे पुराने दिन याद आने लगे और मैंने हां कर दिया

मेरे मरने की सच्चाई में उसे दिन बताना चाह रही थी लेकिन तुम किसी काम से बाहर चले गए

नेहा- प्रेम तुम मेरी मौत का बदला लोगे ना

प्रेम- नेहा तुम चिंता मत करो मैं तुम्हारे साथ हूं मैं इंसाफ दिलाऊंगा तुम्हू

नेहा- सच

प्रेम- हां नेहा मेरे पास एक प्लान है जिससे उनकी सारी पोल खुल जाएंगी सुनो तुमको अभी वो लोग नहीं पहचानते क्योंकि इस चेहरे को उन्होंने नहीं देखा है मैं उनके पास तुम्हारे रिश्ते की बात करूंगा हम अमीर होने का दिखाओ करेंगे

और वो इस जाल में फंस जाएंगे और जब वो लोग मुझसे दहेज मांगने लगे तो तुम उनका वीडियो बना लेना और मौका पाकर उस लड़के को शराब पिलाकर जितने भी लड़कियों को फंसाया है उनकी सारी जू मोबाइल में रिकार्ड कर लेना इतना सब लोग काफी होना उन लोगों को जेल पहुंचाने के लिए

नेहा- ठीक है

ठीक वैसे ही हो रहा था जैसा हमने सोचा था जैसे ही सबुत हमारे हाथ में आया तो हम वहां से जाने लगे, लेकिन शायद हमारे प्लान के बारे में पता चल गया था वे हमें पकड़ने के लिए दौड़े हम गाड़ी में बैठकर भागने लगे

मैंने नेहा से कहा- नेहा तुम ये सबूत को लेकर पुलिस को दिखाना मैं इन्हें रुकता हूं

नेहा- लेकिन तुम

प्रेम- तुम मेरी चिंता मत करो मैं आ जाऊंगा तुम जाओ और पुलिस को ले आना आज इनको नहीं छोड़ेंगे

नेहा तेजी से पुलिस स्टेशन पर पहुंच कर मदद मांगने लगी

मैं उनको रोकने लगा उनके साथ उनके साथी भी थे लड़ाई शुरू हो गई मैं बहुत देर तक उन्हें रोकने की कोशिश करता रहा

तभी एक आदमी ने मुझ पर गोली चला दी मैं जमीन पर गिरने लगा तभी नेहा ने पुलिस के साथ आ गई

पुलिस आ गई और उनको पकड़ने लगे

नेहा मुझे अस्पतालि ले गई अस्पताल में छोड़ने के बाद वो बोली धन्यवाद प्रेम लेकिन अब मुझे जाना होगा

प्रेम- थोड़ी देर रूक जाओ

नेहा- नहीं प्रेम अब मुझे जाना होगा.
लेकिन तुम इस लड़की से बहुत प्यार करते हो तुम दोनों शादी कर लेना यह लड़की तो तुम्हें नहीं देखा है लेकिन यह तुम्हारे साथ रहकर यह भी तुमसे प्यार करने लगी है अच्छा मैं चलती हूं

आपरेशन के बाद मैंने उसे अपने ‌पास बुलाया और सारी बात बताइए और मैंने उससे पूछा-
क्या तुम मुझसे शादी करोगी

उसने भी मुस्कुरा कर हा कर दिया
थोड़े दिनों के बाद हमारी शादी है आप लोग जरूर आइएगा