Mahila Purusho me takraav kyo ? - 72 in Hindi Human Science by Captain Dharnidhar books and stories PDF | महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 72

Featured Books
Categories
Share

महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 72

केतकी अभय को अपनी कहानी सुना रही है । केतकी ने दामिनी को अजनबी आदमी से बातें करते देखा .. वे कह रहे थे कि, तुम आर्मी के सीक्रेट का पता लगाओ । तुम्हारे बताने पर ही हमारे जेहादी आसानी से लाइन ऑफ कंट्रोल पार कर पायेंगे । उसने सख्त लहजे मे दामिनी को आर्डर दिया ..दामिनी ने कहा.. ठीक है जनाब कहा .. वह अजनबी तुरंत वहां से चला गया ..और चिल्लाकर बोलने लगा ..गुब्बारे ले लो ..गुब्बारे ले लो ।
अभय केतकी की बाते ध्यान से सुन रहा था । उसे उसकी बात पर यकीन नही हो रहा था ..किन्तु जैसे ही उसने गुब्बारे वाले का जिक्र किया .. वह बीच मे ही बोल गया ..गुब्बारे वाला ... केतकी ने कहा हां ..वह गुब्बारे बेच रहा था । अभय ने फिर आगे कहने को अपनी गर्दन को हिलाते हुए ..हूं हूं कहा ..
केतकी ने आगे कहना शुरू किया ..जैसे ही मैने दामिनी से कहा कि तुम्हारी सारी बाते मैने सुन ली है । दामिनी का चेहरा उतर गया ..वह हंसकर कहने लगी ..अरे यार तुम तो मेरी बेस्ट फ्रेंड हो ..चलो तुम्हे सारी बाते बताती हूं । केतकी ने कहा ..मैं उसके साथ स्कूल के ग्राउंड में चली गयी ..हम दोनो वही पर बैठ गये ..दामिनी कहने लगी ..देखो तुम भी मेरे साथ काम करने लग जाओ ..इसमे बहुत पैसा है । तुम्हारे परिवार की सारी गरीबी दूर हो जायेगी । इतना पैसा मिलेगा, तुम अपने सारे शौक़ पूरा कर सकती हो । मेरे पास इतना पैसा है तुम अपनी पूरी जिंदगी में भी नही कमा सकती । जब पैसा पास होता है तो यह सारी दुनिया मुट्ठी मे हो जाती है । मैने कहा यह तो देश के साथ गद्दारी करना होगया । दामिनी ने कहा ..तुम तो पागल हो .. यह देश भक्ति सब मध्यम वर्ग के लिए है , जिनको आसानी से बेवकूफ बनाकर रखा जाता है । ये जितने भी नेता हैं सब अपने पावर के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाते है । देश मे करप्शन करने वाला भी देश द्रोही है । क्या लोग करप्शन नही करते .. तुम देश वेश के चक्कर मे मत पड़ो ..सब अपनी सुख सुविधा ढूंढते हैं ..तो हम क्यों नही ढूंढे, यह सब सुन मैं भी उसकी बातों में आगयी ..मैने पूछा मुझे क्या करना होगा ? तो उसने कहा कि तुम किसी फौजी से शादी कर लो ..मैने कहा फिर .. फिर मैं तुम्हे बताऊंगी क्या करना है । फिर मैने कहा ..मान लो मैने शादी कर ली है अब क्या करू ..तब दामिनी ने कहा था कि, वह तुम्हारे साथ रहने को जाये .. आगे केतकी ने कहा मैने फौजी से शादी करने की जिद्द की तो , पापा ने आपसे शादी करवा दी .. जब दामिनी को पता चला कि आप फौज में सिपाही है तो उसने पापा से कहा कि आप एक छोटे से सिपाही है । शायद आपसे खुफिया जानकारी नही मिल सकती थी । फिर उसने मुझसे कहा ' तो मैं आपसे नाराज हुई ..आपको भला बुरा कहा ..आपकी मम्मी पापा का प्यार पाकर मैने आप सबको अपना लिया ..आप जब ड्यूटी पर गये तो मै आपके साथ नही गयी तो, दामिनी नाराज हो गयी ..उसने फोर्न मिलने को कहा तो, मैं दूसरे दिन ही वहां से आगयी.. मैं जब दामिनी से मिली तो उसने कहा ..केतकी तुम्हें अब मरना होगा ..अब तुम हमारे किसी काम की नही हो .. मैने भी उसे डांट दिया था.. फिर क्या था हमारे भाई व पापा को उठाकर कुछ लोग ले गये .. भाई व पापा को उन्होने पीटा .. मेरे पापा ने कहा कि हमारा कसूर क्या है ? तो वे बोले तुम्हारी बेटी ने धोखा दिया है ..इसलिए अब आप सबको मरना होगा । वर्ना देश द्रोह मे तुम सब जेल जाओगे.. हम साबित कर देंगे तुम आईएसआई से मिले हुए हो । तब पापा डर गये । मेरे पापा वहां से यह कहकर आये कि मै बेटी से आपका काम करवा दूंगा । उन्होने भाई को वही रख लिया , और पापा को आने दिया ..फिर हम सबने सर्प दंश का नाटक किया .. ताकि मेरी जान बच सके ..लेकिन आपने मुझे ट्रेन में देख लिया और सब भेद खुल गया .. ।