love story in Hindi Love Stories by TULSI RAM RATHOR books and stories PDF | प्रेम कहानी

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प्रेम कहानी

प्रेम कहानी

जब हम प्रेम (love) शब्द को सुनते है तो हमारे अंदर एक अजीब सी हलचल होती है। यह हलचल हमारे दिल से लेकर शरीर तक होती है। यहाँ पर हमने प्रेम की कहानी (love story) लिखी है। यह सभी कहानी पढ़ने पर आपको भी प्रेम की हलचल देखने को मिलेगी। काफी लोग अच्छा प्रेम की कहानी को पसंद करते है तो यहाँ सच्ची प्रेम कहानी (real love story) ही है।

 

यह प्रेम कहानी (love story in hindi) एक ऐसे लड़के की है जो प्रेम शब्द के बारे में कुछ नहीं जानता था। उसने कभी भी प्रेम के बारे में नहीं जाना था। चलिए हम उस लड़के के प्रेम कहानी (love story ) को जानते थे। एक लड़का था, वह काफी खुश रहता था। उसके जीवन में कोई गम नहीं था। अभी उसकी पढ़ाई ख़त्म नहीं हुए थी। हम आपको बता दें कि वह लड़का पढ़ने में बहुत तेज था।

उससे हर टीचर खुश रहते थे। जब वह अगली कक्षा में गया तो उसके कक्षा में एक नई लड़की का दाखिला हुआ। वह लड़की पढ़ने में काफी सही थी। यह लड़का मन का काफी साफ था, वह हमेशा लड़कियों से तो बात करता था लेकिन कोई बुरा नजर नहीं डालता था।

अब नई लड़की उस लडके की कक्षा में आई थी। पहले तो इन दोनों में कोई बात नहीं होती थी। लेकिन वह कहते है न कि नियति जो चाहे वह कर सकती है। कुछ समय बाद ही पढ़ाई से जुडी काम के लिए बातें शुरू होने लगी।

पहले तो काफी कम बातें होती थी लेकिन उन दोनों को एक दूसरे से बात करने में काफी मजा आता था। वह अब बहुत सी बाते करने लगे। उन्हें अब धीरे-धीरे प्रेम भी होने लगा लेकिन उन्हें इसका पता नहीं चला। लड़की तो बहुत जल्द समझ गई कि उसे प्रेम हो गया है। वह लड़के के साथ रहने के लिए तैयार हो गई।


लेकिन लडके को कुछ भी नहीं पता था। वह बस इसको दोस्ती ही समझता था। समय निकलता गया। अब पढ़ाई ख़त्म होने को थी। लड़की सोचती थी की लड़का अपने तरफ से बोले। लेकिन लड़का अभी तक कुछ नहीं समझ सका था। आखिर लड़की ने ही यह बात उसके दोस्तों से कही। बस दोस्त तो अच्छे और बुरे दोनों होते है।

लेकिन इस लडके के काफी दोस्त इसके कामियाबी से जलते थे। इसके साथ ही अब परीक्षा का समय भी आ रहा था। तो उस लड़के के दोस्तों ने उसकी परीक्षा को ख़राब करना चाहा। उन्होंने यह बात पूरे स्कूल में फैला दिया। जब यह बात टीचर तक पहुंची तो वह इस पर विश्वास नहीं कर पा रहे थे। इसके बाद यह बात लड़के के पास भी पहुंचा।

अब जब भी वह स्कूल आता था तो उसको काफी बेजती का सामना करना पड़ता था। इसके कारण उस लड़की से बात करना भी छोड़ दिया और परेशान भी होने लगा। उसने जैसे तैसे परीक्षा को खत्म किया और उसके बाद वह अपने नई जिंदगी की शुरुवात की।

भले ही उसके परीक्षा में कम अंक आए थे लेकिन आज वह बहुत खुश है। क्योंकि पढ़ाई ख़त्म होने के बाद उसने बड़ी मेहनत की और एक बड़ा अफसर बना और अब उस लड़की से शादी कर ली। उस लडके को भी उस लड़की से प्रेम था लेकिन वह एक अच्छे समय के इंतजार में था।

 

प्रेम अंधा भी होता है l

एक लड़का था। वह काफी गरीब था। उसके पास ना तो कुछ खाने को था और ना ही रहने को घर था। वह अपने दोस्त के घर रहा करता था। उसने एक छोटी सी कंपनी में पैंटिंग का काम करना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे उसके पास काफी पैसे भी हो गए। बाद में वह काफी धनी भी हो गया। लेकिन अभी भी उसके अंदर कुछ कमी का एहसास होता था।

जब वह छोटा था तभी उसके माता पिता इस दुनिया से चले गए थे। उसने कभी प्रेम को नहीं जाना था। एक दिन जब वह अपने किसी काम से बहार गया था तो उसे एक लड़की दिखी जो कि काफी अच्छी और खबसूरत थी।


उसको देखते ही इस लकड़ी को उस लड़के से प्रेम हो गया। वह काफी देर तक उस लड़के को देखती रही। कुछ देर बाद वह लड़की वहाँ से चली गयी। कुछ दिनों तक यह लड़का उस लड़की को खोजता रहा लेकिन वह लड़की न मिली। लेकिन नियति ने उस लड़की से इस लड़की को मिला दिया। वह लड़की इस लड़के के घर काम की तलाश में आई थी।

लड़के ने लड़की को तुरंत घर के काम के लिए रख लिया। जब वह लड़की इस लड़के इस मिलने आई थी तो उस समय इस लडके ने कुछ शब्द भी साफ से नहीं बोल पा रहा था। जिससे लड़की को लगा की यह लड़का गूंगा है।

लड़का भी जान गया था कि यह लड़की हमें गूंगा समझती है।इसके साथ ही साथ यह लड़की समझ गई थी कि यहां लड़का इस घर का नौकर है ना कि मालिक है। अब जब भी यह लड़का उस लड़की के पास जाता तो गूंगा बन जाता है। धीरे-धीरे वह लड़की इस लडके पर काफी रहम खाने लगी। अब उसे इस लड़के के लाचारी पर प्यार होने लगा।

लेकिन फिर वह लड़की एक बात से डर कर पीछे हट जाती थी। इस लड़की के भी माता-पिता बचपन में ही मर चुके थे, इस लड़की को इसके चाचा ने पाला था और वह चाहता था कि वह जब तक जिन्दा रहे यह लड़की उसके खाने और पीने का पैसा दे।

लड़की का प्रेम हद से भी बाहर जाने लगा। लड़के के एक खासी पर भी वह लड़की दौड़े उस लड़के के पास पहुंच जाती थी। अब लड़का भी समझ गया कि इस लड़की को मुझसे प्रेम हो गया है। लड़का भी बहुत ज्यादा उस लड़की से प्रेम करता था। उसने पहले लड़की के बारे में सब कुछ पता किया।

जब उसे सब पता चल गया तो वह बहुत रोने लगा क्योंकि उसने गूंगे होने का झूठ बोला था। अब वह दिनों रात रोने लगा। लड़की अपने सैलरी में से लड़के की इलाज करवाने को कहती थी। एक दिन सुबह ही उस लड़की को पता चला कि वह लड़का हॉस्पिटल में भर्ती है।

वह दौड़ते हुए जब हॉस्पिटल में पहुंची तो उसने देखा कि लड़का बेड पर बेहोश पड़ा है। उसके आस-पास काफी मशीन लगी हुए थी। जब लड़की डॉक्टर के पास पहुंची तो वहा पर डॉक्टर ने उसे बताया कि लड़का अब बोल नहीं सकता है उसने अपनी जीभ को कटाने की कोशिश की है इसके साथ ही उस डॉक्टर ने उस लड़की को एक पत्र दिया।


उस पत्र में लिखा था, मैं एक काफी धनी लड़का हु, जिस घर में तुम काम करती हो उस घर की मालिक मै ही हु। लेकिन इसके साथ ही मैंने तुमसे एक बहुत बड़ा झूठ बोला है कि मै एक गूंगा हु।

अब इस झूठ का प्रायश्चित करने के लिए मै ऐसा काम करने जा रहा हु। इसके साथ ही तुम मेरे घर से मेरे मैनेजर से पैसो को लेकर अपने चाचा को दे देना और एक नई जिंदगी की शुरूवात करना। अगर हो सके तो मुझे माफ़ कर देना तुम्हारा दोषी।

इस पत्र को पढ़ने के बाद उस लड़की के आँख आँसू से भर आए। वह दौड़ते हुए मंदिर में गई उसने भगवान के सामने कसम खाया कि जब तक वह लड़का बोलने नहीं लगता है तब तक वह कुछ नहीं खाएगी। भले ही वह मर क्यों न जाए।

इधर डॉक्टर भी उस लड़के की इलाज कर रहे थे। ईश्वर ने दोनों के मन की बात काबुल कर लिए और अब लड़का बोलने लगा। लेकिन वह अपनी याददाश्त को खो गया। अब उसे कुछ भी नहीं याद था। अब इसके बाद लड़की ने उसके याददाश्त के लिए काफी कुछ किया लेकिन याददाश्त न आ सका।। अगर प्रेम की नीव को झूठ पर रखा जाए तो वह गिर ही जाता है।

 

प्रेम के साथ दीवानगी -प्रेम कहानी
Love with love – love story
यह प्रेम कहानी (love story) एक लड़की की है। वह लड़की रोज शाम को टहलने के लिए अपने नाज़िद के मैदान में जाया करती थी। एक दिन उसे एक लड़का उस मैदान में दिखा। वह लड़का उस मैदान में छोटे बच्चो के लिए गुम्बारे दे रहा था। इसको देख कर लड़की खुद को ना रोक सकी। वह तुरंत ही लड़के के पास पहुंची और उसने लड़के से कहा, आप इन बच्चो को आप गुम्बारे क्यों दे रहे है।

इस पर उस लड़के ने कहा, मुझे बच्चे काफी पसंद है। मै इस बच्चो को रोज कुछ ना कुछ देता हु। अगर मेरे पास कुछ नहीं होता है तो मैं इन्हे हिंदी कहानी सुनना दिया करता हुए। यह बात लड़की को बहुत अच्छी लगी। वह लड़की भी बच्चो से काफी प्रेम करती थी। अब वह दोनों बच्चो के लिए रोज कुछ उपहार लेकर आते थे। और बच्चो को कहानी सुनाते थे।


एक दिन लड़की ने लड़के से कहा, मेरे पास अब बच्चो को कहानी सुनने के लिए कहानी नहीं है। मैं जितना भी कहानी सुनना या पढ़ा था। बच्चो को सुना चुकी हु। इस पर बच्चे ने कहा, तुम कहानी के लिए hindikahane.in पर जाया करो वहाँ पर तुम्हे बहुत कहानी पढ़ने को मिलेगी।

अब उन्हें ऐसी ही बात होने लगी। एक दिन लड़के को समझ में आ गया की उसे प्रेम हो गया है। लेकिन लड़की को अभी नहीं पता था। समय के साथ अब वह दोनों काफी करीब आने लागे। प्रेम अँधा होता है। अब वह एक समय भी एक दूसरे के बिना नहीं रह पाते थे।

इसके बाद वह दोनों समझ गए कि उन्हें प्रेम हो गया है। अब उन्होंने इस बात को अपने घर वालो से कही। घर वाले भी इसको लेकर राजी हो गए। बस अब किया था। उन्हें एक दूसरे से प्रेम के बाद शादी भी हो गई।