Muskan ek adhuri prem kahani - 46 in Hindi Love Stories by DINESH DIVAKAR books and stories PDF | मुस्कान - एक अधूरी प्रेम कहानी - 46

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मुस्कान - एक अधूरी प्रेम कहानी - 46

दिनेश- अच्छा सॉरी ना सब मेरी गलती है अब मुस्कुरा दो ना प्लीज... उदास अच्छे नहीं लगते आप

हैप्पी- आप बहुत बुरे हो जब आपको भी किसी से प्यार होगा मेरे जैसा तो बताना कैसा लगता है.. मौत से भी बदतर जिंदगी हो जाती हैं इससे अच्छा तो मौत आ जाए पर प्यार ना हो कभी किसी से

दिनेश- हा हैप्पी मुझे पता है बहुत दर्द होता है पर मैं क्या करूं मेरी बच्ची मुझे ना चाहते हुए भी करना पड़ा सोचा आपकी लाइफ बन जाएगी अब जब तक साथ में हू कभी आपको दुख नहीं दूंगा

हैप्पी- अब से आपको कुछ नहीं बोलना मुझे... ना आई लव यू ना आई हेट यू कुछ नहीं बस खुद को बोलना है आई हेट मी

दिनेश- ऐसा ना बोलो ना सॉरी ना बाबू मेरी हैप्पी सबसे अच्छी है वह कभी बुरी नहीं हो सकती

हैप्पी- मुझे मिलना है आपसे बताओ बस हग करना है आपको और वापस आ जाऊंगी

दिनेश- पहले ठीक हो जाओ फिर आ जाना

हैप्पी- मुझे ठीक नहीं होना

दिनेश- ओके आज जो भी हुआ भूल जाओ ना उसे

हैप्पी- नहीं आपने आज बहुत हर्ट किया मैं मुझे

दिनेश- ऐसा मत करो यार प्लीज... जो सजा देना है दे दो पर ऐसा मत करो

हैप्पी- आप की सजा यही है कि अब से मैं आपको कुछ नहीं बोलूंगी

दिनेश- मैं बहुत घबरा गया था जब रीमा ने बताया आप मना करने के बावजूद भी नहा लिए हो डर था कि कही तबीयत और खराब ना हो जाए

हैप्पी- ओके अब से कुछ नहीं बताऊंगी.... आपको मुझ से डर लगने लगा है क्या

दिनेश- नहीं ऐसा नहीं है

हैप्पी- फिर छोड़ने की बात क्यों की आपने

दिनेश- हैप्पी को कुछ ना हो जाए इसलिए

हैप्पी- आप रोक लोगे अगर कुछ हो गया हमें तो

दिनेश- सब मेरी वजह से हो रहा था ना इसलिए सोचा की मैं ही चला जाऊं

हैप्पी- एक बात याद रखना.... छोड़ो कुछ नहीं आपको समझ नहीं आएगा

दिनेश- बोलो ना हैप्पी अभी चुप रहोगे

हैप्पी- हा अब सब कुछ नहीं बोलूंगी

दिनेश- सॉरी ना बाबा अब माफ भी कर दो

हैप्पी- नहीं

दिनेश- सजा के रूप में खाना नहीं खाऊंगा चलेगा कल का सारा दिन बस आपका

हैप्पी- नहीं आप की सजा यही है कि हम अब अजनबी की तरह है कोई प्यार नहीं कोई कुछ नहीं आपको मेरे प्यार से तकलीफ है ना तो इट्स ओके अब नहीं प्यार जताऊंगी कभी

दिनेश- मुझे कोई तकलीफ नहीं है कसम से हैप्पी आप नहीं जताओगे तो कौन जताएगा

हैप्पी- पता नहीं

दिनेश- ओह हैप्पी मैंने छोड़ने वाली बात नहीं की थी यार

हैप्पी- बस ना यार

दिनेश- ओके आप अभी नाराज हो मानने वाली नहीं

हैप्पी- बात नाराजगी की नहीं है आपसे कभी नाराज नहीं हो सकती

दिनेश- फिर क्या बात है

हैप्पी- आपको आपके मम्मी पापा की कसम मुझे क्या समझते हैं आप... क्या सोचते हैं मेरे बारे में

दिनेश- आप वह हो जो मेरे से बेइंतहा प्यार करते हैं और मेरे बिना जीने की सोच भी नहीं सकते... प्यारी हो बहुत नटखट भी गुस्सा तो नाक पर रहता है सबकी लाडली हो सबके चेहरे की मुस्कान हो... मेरी हैप्पी हो आपके लिए मेरे दिल में बहुत प्यार है लेकिन मेरी हैप्पी के मुकाबले बहुत कम है मेरा प्यार

हैप्पी- हम्म ओके

दिनेश थोड़ा नाराजगी से बोला "अगर बिना कसम दिए भी बोलते तो भी सच ही बोलता आगे से कभी उनकी कसम ना देना मुझे"

हैप्पी- हम्म उसके लिए सॉरी

दिनेश- सोच रहा था कल पूरे दिन बात करूंगा लेकिन मेरी बेवकूफी की वजह से मेरे हैप्पी को इतना हर्ट कर दिया

हैप्पी- नहीं नहीं आप तो बहुत समझदार हैं

दिनेश- मोबाइल बंद करके सोऊंगा अब... भूख तो लगी नहीं है यही सजा है मेरे लिए बाय

हैप्पी- ओके अब नहीं बोलना कुछ आपकी मर्जी है बाय बस कल अगर मैं ना खाऊं तो आप रोक नहीं सकते मुझे

दिनेश- ओके समझ गया नहीं कर रहा मोबाइल को बंद

हैप्पी- नहीं नहीं मोबाइल बंद करो और सो जाओ क्या फर्क पड़ता है आपको

दिनेश- मैं खाना भी खा लूंगा और मोबाइल भी ऑन रखूंगा क्योंकि मेरी हैप्पी मेरा इंतजार करती है हर पल उसे अब और दुख नहीं दूंगा

हैप्पी- यह सब कहने की बात है बट सब पता चल गया आज.... मैं वही हूं जिससे छोड़ने वाले थे आप

दिनेश- मैं अपने हैप्पी को भला कैसे छोड़ सकता हूं किसने बोला आपसे

हैप्पी- पता नहीं

दिनेश- सॉरी ना मेरा बच्चा मैं आपका दिल दुखाना नहीं चाहता था यार

हैप्पी- स्टॉप अब यह निकनेम नहीं दोगे आप मुझे मेरा नाम मुस्कान है तो वही बोलिए आप

दिनेश- ओके हैप्पी

हैप्पी- हैप्पी भी नहीं

दिनेश- ओके जानू

हैप्पी- कुछ नहीं ओन्ली मुस्कान

दिनेश- ओके बाबू

हैप्पी- 🤐

दिनेश- ओके मेरी मुस्कान

हैप्पी- आपकी नहीं हूं अब मैं.. खुद की नहीं रही

दिनेश- M- Man
U- Uska
S- Sabse
K- Komal
A- Aur
N - Naram hai... वो है मेरी मुस्कान

हैप्पी- नहीं

दिनेश- हैप्पी माफ भी कर दो ना बाबा कान पकड़ता हूं

हैप्पी- आप बस मुस्कान बोलोगे

दिनेश- मैं नहीं बोलने वाला हूं मेरी हैप्पी के बहुत सारे निक नेम रखें है मैंने मैं वही बोलूंगा

हैप्पी- नहीं

दिनेश- चलो एक शायरी सुनाता हूं सिर्फ आपके लिए

हैप्पी- नहीं मेरे लिए कुछ मत कीजिए

दिनेश- अगर अपनी किस्मत लिखने का जरा सा भी हक हो मुझे, तो मैं उसे आपके साथ लिखता

हैप्पी- हो गया आपका

दिनेश- तू जो रूठा तो कौन हंसेगा तू जो छूटा तो कौन कहेगा

हैप्पी- बस रुक जाओ अब

दिनेश- अब तो आदत बन गए हो आप मेरी

हैप्पी- बुरी आदत ना तभी छोड़ने का सोचे थे

दिनेश- वह यादें मेरी लाइफ की सबसे खूबसूरत यादें हैं.. मेरी हैप्पी को कैसे छोड़ सकता हूं अभी तो कितनी बातें करनी है आपसे कितने दिन और कितने रातें बितानी है आपके साथ

हैप्पी- आपने मरने देते हैं ना जीने ऐसा क्यों

दिनेश- क्योंकि जीना सिर्फ मेरे लिए मुझे पता है आप मेरे से दूर खुश नहीं रह पाओगे

हैप्पी- आप यही तो नहीं चाहते

दिनेश- माफी दे दो सरकार हमने आपका प्यार पाया है आज से ऐसा कभी नहीं होगा

हैप्पी- ना अब कोई माफी नहीं

दिनेश- देखता हूं मेरी हैप्पी कब तक अपनी जान से यू नाराज रह पाती हैं

हैप्पी- कोई जान नहीं है आप... कोई कुछ नहीं आपको पता है जो हद से ज्यादा प्यार करता है उसकी नफरत भी कमाल की होती है और मैं वह नफरत करना नहीं चाहती थी

दिनेश- पर मेरी हैप्पी बस मेरे से प्यार करना जानती हैं और कुछ नहीं

हैप्पी- रीमा ने बहुत रोका था मुझे आपसे बात ना करने के लिए, पर आज लगता है कि उसकी बात मान ली होती तो आज यह दिन देखना नहीं पड़ता इतना दर्द नहीं मिलता मुझे

दिनेश- आपको उसकी बात मान लेनी चाहिए थी अब बहुत देर हो चुकी हैं मुझे आपके प्यार पर पूरा भरोसा है वह आपको मना ही लेगा मतलब मैं आपको मना ही लूंगा कैसे मनाउंगा पता नहीं कैसे मनाना है वह भी पता है नहीं बस इतना पता है आपको मना ही लुंगा... आपको यू उदास नहीं रहने दूंगा

हैप्पी- ओके ट्राई कर लो आप

दिनेश- ओके मेरी जान

हैप्पी- मुस्कान

दिनेश- वह कौन है

हैप्पी- मेरा नाम है

दिनेश- क्या नाम है

हैप्पी- मुस्कान

दिनेश- वह तो मेरे दिल में है

हैप्पी- तो कांग्रेस

दिनेश- हा बस बाहों में लेना बाकी है

हैप्पी- कोचिंग क्लास नहीं गए

दिनेश- नहीं आपको डांटने के बाद सोचता रहा कि क्यों डंटा आपकों... हिम्मत ही नहीं कर रहा था मैसेज करने की पागलपन ही ऐसा किया था मैंने

हैप्पी- अच्छा हुआ हमारी शादी नहीं हुई आपका क्या भरोसा मुझे रास्ते में ही छोड़ देते

दिनेश- नहीं मैं छोड़ने वालों से नहीं हूं मेरी जान

हैप्पी- सब पता चल गया आज

दिनेश- लगता है मेरी हैप्पी मुझे बहुत परेशान करके मानेगी

हैप्पी- मैं कौन होती हूं आपको परेशान करने वाली

दिनेश- पता है आज साइकिल से आ रहा था सामने नजर नहीं थी कि तभी अचानक से गाड़ी आ गई थी तो बाल बाल बचा

हैप्पी- तो ध्यान कहां था... लड़कियों पर कम ध्यान दिया करो और रास्ते में ज्यादा

दिनेश- आपके आंखों की गहराइयों में गिरने से बाल-बाल बचा ध्यान तो आपके तरफ ही था

हैप्पी- फ्लर्ट करना बंद करोगे आप

दिनेश- यह फ्लर्ट नहीं बेबी प्यार है आपके जान का

हैप्पी- वह तो देख ही लिया है

दिनेश- अभी आपने देखा ही कहां है

हैप्पी- देखना भी नहीं है

दिनेश- मौका मिलेगा तो हम बता देंगे तुमसे कितना प्यार करते हैं सनम

हैप्पी- ओके

दिनेश- पता है मैं आज एक सपना देख रहा था कि आप मुझसे मिलने आए हो... मैं आपको लेने स्टेशन गया हुआ था... आप वहां नहीं मिली तो मैं उदास होकर लौट रहा था कि तभी आपकी आवाज आई "बनी" मैं मुड़कर देखा तो आप सामने खड़ी हुई थी... हम दोनों भागते हुए एक दूसरे के पास आए.. कुछ देर तक एक दूसरे को यूं ही देखते रहे फिर एक दूसरे के गले लग गए... एक दूसरे को कसकर बाहों में भरे हुए थे कि सब लोग हमें देख कर हंसने लगे

हैप्पी- कभी सपने भी सच हुए हैं

दिनेश- आप शर्मा कर मेरे सीने पर अपना फेस छुपा लेते हो... फिर हम दोनों मेरे रूम में आते हैं आप मेरे हाथ को थामें मेरे साथ चल रहे थे... रिक्शे में जब कोई नहीं देखता आप चुपके से मेरे गाल पर किस करती... फिर हम रूम आए आप फ्रेश होने के लिए बाथरूम में चले ग‌ए। और मैं आपके लिए कुछ नाश्ता बनाने के लिए किचन में चला गया कि तभी आप पीछे से आए और मुझे बाहों में भर लिया बोले "क्या कर रहे हो जान" तो मैंने बोला "आपके लिए नाश्ता बना रहा हूं" फिर आपने बोला "मेरा नाश्ता तो आप हो"

हैप्पी- फिर

दिनेश- मैं मुस्कुराता हुआ बोला "अच्छा जी" आपने बोला "हा" और मुझे किस करने लगे... मैं भी आपको किस करने लगा कुछ देर बाद कहीं से खाना जलने की स्मेल आने लगी हमने देखा तो हमारा खाना जल रहा है वह देखकर हम दोनों हंसने लगे मैंने गैस बंद कर दिया और आपको बाहों में भर कर अपने रूम में ले गया.......

हैप्पी- हम्म..... सुनो मेरे सर में बहुत तेज दर्द हो रहा है मैं सोने जा रही हूं बाय

दिनेश- रुको रुको खाना खाने के बाद दवाई लेना और फिर आराम करना मैंने तो कब से बोला था आराम करो.. आप बेकार में टेंशन क्यों लेते हो मेरा बच्चा

हैप्पी- कुछ नहीं खाना मुझे

दिनेश- थोड़ा सा तो खा लो ना बाबू प्लीज खा लो

हैप्पी- पास में कोई नहीं है

दिनेश- मैं हूं ना मेरा बच्चा

हैप्पी- बहुत तेज दर्द हो रहा है

दिनेश परेशान होता हुआ "ओह फोन करो जल्दी भाई को वो डॉक्टर या नर्स को बुला लेंगे"

हैप्पी- नहीं क्या पता मर जाऊं

दिनेश- कभी नहीं मरे आपके दुश्मन मैं मरने नहीं दूंगा आपको कभी भी नहीं

हैप्पी- खुद की दुश्मन मैं ही हूं

दिनेश- जस्ट रिलैक्स ना मुझे मैसेज बंद करना बंद करो और फोन करो किसी को

हैप्पी- सीट यार

दिनेश परेशान होता हुआ "क्या हुआ"

हैप्पी- कुछ नहीं

दिनेश- बताओ ना हैप्पी प्लीज... क्या हुआ यार ठीक तो लग रहा है ना... कहां पर हो रहे हैं... हैप्पी ठीक हो आप.... कुछ तो बताओ ना... हैप्पी ठीक हो आप बताइए ना मुझे बहुत घबराहट हो रही है

पर हैप्पी का कोई जवाब नहीं आया, दिनेश परेशान होता हुआ हैप्पी के लिए भगवान से प्रार्थना करने लगा। कुछ देर बाद हैप्पी का मैसेज आया

हैप्पी- हा ठीक हूं

दिनेश- थैंक गॉड सच में ठीक हो ना

हैप्पी- पता नहीं

दिनेश-आपको क्या पता होता है फिर

हैप्पी- पता नहीं

दिनेश- हा बट मुझे पता है

हैप्पी- क्या

दिनेश- दिनभर मेरे बारे में सोचते रहते हो ना.. मत किया करो ऐसा

हैप्पी- हम्म.... खाना खाया आपने

दिनेश- अभी तक भूख नहीं लगा था अब जाकर लगा हैं आप भी खाना खाकर आ जाओ फिर बात करेंगे ओके

हैप्पी- नहीं

दिनेश- क्या नहीं पूछ नहीं रहा हूं बता रहा हूं खाना खाओ आप फिर बात करेंगे

हैप्पी- नहीं खाना गुड नाइट मैं सोने जा रही हूं बाय

दिनेश- जाणदा ऐ दिल ये तो जाणदि ऐ तू
तेरे बीन मैं ना रहूं मेरे बिना तू
किथे चली ऐ तू किथे चली ऐ तू
किथे चली ऐ, जान चली ऐ
काटूं कैसे रातां ओह सावरे?
जिया नहीं जाता सुन बावरे?

हैप्पी- 🙄

दिनेश- की होया हैप्पी तेरे साथ गल करदा वे ना सोनिया तो मेरा दिल बल्ले बल्ले करे से... एक तू छोरी से जो मेरे से दूर दूर भागे से... रे छोरी थारा पीछा ना हम छोड़ेंगे सोनियो चाहें ले जाए तू मुझे हनीमून पर

हैप्पी- कुछ भी

दिनेश- सच्ची बोल रहा हूं छोरी तन्ने यकीन ना सके

हैप्पी- नहीं

दिनेश- मेरा यकीन कर छोरी मैं झूठ नहीं बोलता.. वो कुड़ियों सो गई क्या

हैप्पी- नहीं भाई हैं

दिनेश- क्या बोल रहे हैं साले साहब आपको डांट तो नहीं रहे

हैप्पी- हम्म

दिनेश- हाए बेचारी मेरी बच्ची को सब डांटते रहते हैं कोई ना मैं नहीं डांटूगा अब से ठीक है

हैप्पी- हू बाय

दिनेश- ओके आराम करो आप कल बहुत सारी बातें करनी है लव यू मेरी जान ख्याल रखना अपना सो जाओ गुड नाइट

®®®DINESH DIVAKAR "MASTER"

कमेंट करके जरूर बताइएगा कि यह भाग कैसी लगी आपको, साथ ही अपने दोस्तों के साथ शेयर किजिए, प्रोत्साहन के लिए सिक्के भी भेजिएगा शर्माने की जरूरत नहीं है 😁 मिलते हैं अगले भाग में....... धन्यवाद 😊