Muskan ek adhuri prem kahani - 43 in Hindi Love Stories by DINESH DIVAKAR books and stories PDF | मुस्कान - एक अधूरी प्रेम कहानी - 43

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मुस्कान - एक अधूरी प्रेम कहानी - 43

दिनेश "अब चलो ना खा लो ना प्लीज हैप्पी"

हैप्पी- नहीं ना

दिनेश- वह दो कौड़ी का डॉक्टर कहां है साला पैसे किस बात के लेता हैं पेशेंट का ध्यान नहीं रख पा रहा

हैप्पी- वह भी नाराज हैं

दिनेश- प्लीज ना बच्चा खा लो ना मेरे लिए

हैप्पी- हम्म

दिनेश- चलो जाओ खाकर आओ मैं वेट कर रहा हूं आपका यहीं पर

हैप्पी- उठने का मन नहीं है

दिनेश- फिर किसी को फोन कर दो वो खाना ले आएगा

हैप्पी- नहीं पानी पी लेती हूं चलेगा

दिनेश- आप पानी भी पियो और खाना भी खाना पड़ेगा क्या खाने के लिए बोले हैं सूप

हैप्पी- हम्म

दिनेश- हा तो वही खाओ बट खाना जरूरी है ओके

हैप्पी- ओके बनी थोड़ी देर बाद खाऊंगी

दिनेश- प्रॉमिस ना

हैप्पी- ना

दिनेश- मतलब नहीं खाओगी 😐

हैप्पी- खाऊंगी ना सरकार आपका दिमाग

दिनेश- हा वह भी चलेगा बट खाना भी खाना पड़ेगा समझी

हैप्पी- ओके सरकार जी और कुछ हुकुम है

दिनेश- हा किस्सी दे दो बहुत बड़ी

हैप्पी- 😘😘

दिनेश- 🙈

हैप्पी- ओह होए मुंडा शरमा गया

दिनेश- एक पल की भी अब तो यह दूरी हमको ना देना एक तू ही यार मेरा मुझको क्या दुनिया से लेना

हैप्पी- धड़कन यह कहती है दिल तेरे बिन धड़के ना... ऐसा ही है ना कुछ

दिनेश- हम्म 👩‍❤️‍💋‍👨

हैप्पी- 😚

दिनेश- कल रिचार्ज खत्म हो जाएगा सोच रहा हूं रिचार्ज ना करूं

हैप्पी- क्यों बात नहीं करोगे

दिनेश- कॉलेज में पैसे देने हैं

हैप्पी- ओह

दिनेश- तो रिचार्ज के पैसे नहीं बचेंगे

हैप्पी- फिर हम बात कैसे करेंगे

दिनेश- जब मन हो तो फोन लगा लेना

हैप्पी- ओके समझ गई

दिनेश- अभी लगाओ ना बात करते हैं

हैप्पी- नहीं

दिनेश- आप मुझे आपका नंबर दो मैं ही लगा लूंगा

हैप्पी- ओके नोट करो नंबर 123456789 यह है मेरा नंबर

दिनेश- रियल वाला दो ना हैप्पी

हैप्पी- ना

दिनेश- एक ही तो हूं मैं उससे भी आपको बात नहीं करना

हैप्पी- शादी के बाद करुंगी ना

दिनेश- कम से कम एक दो बार तो करना है ना प्लीज

हैप्पी- नहीं फिर मुझसे रहा नहीं जाएगा आपको रोज कॉल करूंगी तो मुश्किल आपको होगी

दिनेश- नहीं होगी मुझे

हैप्पी- शादी का बोलती हूं तो करते नहीं कॉल क्यों करूं मैं

दिनेश- अरे बाबा क्या बोल रहे हो

हैप्पी- कुछ नहीं छोड़ो

दिनेश- बोलो ना... आप से बात करने का बहुत मन है

हैप्पी- लाइफ में सिर्फ एक बार कॉल करूंगी और एक बार फेस टू फेस मिल लूंगी अब वो टाइम कब आएगा पता नहीं

दिनेश- ओके

हैप्पी- खाना खाया आपने

दिनेश- नहीं कालेज में हूं आपसे बात करने के लिए आ गया हूं

हैप्पी- अपने रूम में जाओ ना... ओके थोड़ी देर में डॉक्टर चेकअप करने आ रहा है

दिनेश- अच्छा व्हाट्सएप तो कर सकते हो ना मैं फोन नहीं लगाऊंगा बस वॉइस मैसेज भेजूंगा ठीक

हैप्पी- नहीं कर सकती ना मेरे भाई और हैरी को बोला हुआ है कि अब आपसे बात नहीं करती हूं तो भाई को पता चला ना तो बहुत गुस्सा करेंगे अगर आपका नंबर देख लिया ना तो आप बचने नहीं वाले

दिनेश- किसी लड़की के नाम से सेव कर लेना

हैप्पी- यार क्यों मुश्किल मोल लेना चाहते हैं आप

दिनेश- उफ्फ

हैप्पी- शादी के लिए हा बोलो अभी वीडियो कॉल करती हूं आपको बोलिए

दिनेश- हा हा बोल लो...

हैप्पी- सच बताना आप लड़ाई करने के मूड में है ना

दिनेश- नहीं तो आप एक घुसे में ही गिर जाओगे मैं फाइट करूंगा आपसे तो

हैप्पी- अच्छा इतनी कमजोर नहीं हुई हूं

दिनेश- अच्छा

हैप्पी- अच्छा एक बात बताओ आप को लड़की किस ड्रेस में अच्छी लगती हैं जींस में, सूट में या साड़ी में

दिनेश- रूम जाकर बताऊं अभी कॉलेज में हूं

हैप्पी- हम्म

दिनेश कॉलेज से जाने ही वाला था कि सर ने एक्स्ट्रा क्लास के लिए बुला लिया तो दिनेश को मजबूरन क्लास अटेंड करना पड़ा इसलिए रूम में एक घंटा लेट पहुंचा। पहुंचते ही उसने हैप्पी को मैसेज किया

दिनेश- आज एक एक्स्ट्रा क्लास हुआ तो उसे अटेंड करना पड़ा अभी रूम पहुंचा हूं हैप्पी

हैप्पी नाराज होते हुए "झूठ क्यों बोल रहे हैं नहीं बात करनी है तो बोल देते ना"

दिनेश- अरे कसम से झूठ नहीं बोल रहा हूं बाबा

हैप्पी- बस बस सब समझती हूं बस बोलती नहीं हूं

दिनेश- अरे आप की कसम बाबा सच में अभी आया हूं क्लास से

हैप्पी- हा निपटा दो मुझे अच्छा ही हैं और कोई मिल जाएगी ना बेटा छोड़ने वाली नहीं हूं आपको याद रखना

दिनेश- हट पागल बोल तो रहा हूं क्लास था यकीन क्यों नहीं करते आप

हैप्पी- आप इतना टेंशन में क्यों आ जाते हैं मैं कुछ बोलती हूं तो

दिनेश- गर्मी में आता हूं तो दिमाग भी गर्म हो जाता है आता हूं नहा कर खाना नहीं बना लूंगा आज एक तरबूज लाया हूं उसे ही खाऊंगा बस। 15 मिनट में नहा कर आया और आज स्टोरी आफ सुनाना आपकी बारी है रेडी हो जाओ मैं आता हूं

कुछ देर बाद

दिनेश- नहाने के बाद कितना आनंद आता है मजा आ गया

हैप्पी- हा अभी एक स्टोरी पढ रही थी बहुत अच्छी हैं

दिनेश- जरा हमें भी बताओ

हैप्पी- ओके एक लड़की थी उसका नाम मधु था वह कॉलेज में थी तो घर से दूर रहना पड़ा। जिसके लिए वह कोई रूम ढूंढ रही थी बहुत सारे रूम भी देखें बट उससे पसंद नहीं आए तो उसने सोचा कॉलेज के आसपास ही रूम मिल जाए तो अच्छा है। तो वह एक घर में गई वहां पूछा रूम के लिए तो मकान मालिक ने बताया एक बड़ा सा रुम है लेकिन उसमें एक लड़का भी रहता है उससे पूछ लेते हैं अगर उसके साथ रूम शेयर कर सकती हो तो। लड़की ने कहा कोई बात नहीं आप पूछ लीजिए। मकान मालिक ने लड़के से बात की तो वह भी हां बोल दिया तो मकान मालिक ने बोला कि बाद में रूम की पार्टिशन करवा देंगे। तब वह रूम में गई तब वह लड़का बुक पढ़ रहा था लड़की ने अपना सारा सामान सेट किया और रूम के बीच में पर्दा लगा दिया और नहाने चली गई...........

हैप्पी पुरी कहानी दिनेश को बता देती है

दिनेश पुरी कहानी सुन कर बोलता है "बहुत बढ़िया स्टोरी हैं हैप्पी लाओ आपका हाथ दो चुमने का मन कर रहा है"

हैप्पी- हम्म

दिनेश- 😘

हैप्पी- 😚

दिनेश- खाना खाया ना आपने कैसा लग रहे हैं अब

हैप्पी- हा खा लिया ठीक लग रहा है

दिनेश- हम्म फिर ठीक है

हैप्पी- आपकी चीनू कैसी हैं

दिनेश- हा बढ़िया हैं उसे भी कोई प्यार करता है बचपन से पर वह इन सब चक्कर में नहीं पड़ना चाहती इसलिए हां
नहीं बोला है

हैप्पी- आपको फीलिंग नहीं आई कभी उनके लिए

दिनेश- आई थी ना बट वह क्या था पता नहीं अब तो चड्डी बड्डी हैं हम दोनों... खैर दिल के ऊपर जो कट लगा हैं वह ठीक हो रहा है ना आपका

हैप्पी- कभी बोला नहीं उसको

दिनेश- क्या बोलूंगा ऐसा कुछ नहीं है पगल चिंता मत करों

हैप्पी- फिर कैसा है मैं पहले की बात कर रही हूं

दिनेश- पहले फ्रेंड थे अब बेस्ट फ्रेंड है छोड़ो ना हैप्पी पुरानी बातों में क्या रखा है

हैप्पी- बताओ भी

दिनेश- अरे मेरी डब्बो बोला ना हम चड्डी बड्डी हैं बेकार में शक ना किया करो आप

हैप्पी- वह पहले थी अब मैं हूं आपकी चड्डी बड्डी

दिनेश- ओहो अच्छा जी सच में😊

हैप्पी- हा किडनी निकाल दूंगी अगर बात की उससे तो

दिनेश- चिनू से क्या बात की तो

हैप्पी- कुछ नहीं

दिनेश- बोलो भी मेरे चड्डी बड्डी कुछ नहीं छुपाती थी मुझसे

हैप्पी- यार मुझे अच्छा नहीं लगता कोई और आप से बात करें तो.... स्टॉप अब बोला ना चड्डी.... तो आई विल किल यू

दिनेश हंसते हुए "सच में मेरी चड्डी बड्डी बनना चाहते हो... ओके सॉरी सॉरी नहीं बोलूंगा अब से ठीक है... हेलो मैडम कान पकड़ता हूं नहीं बोलूंगा कुछ तो बोलो अब

हैप्पी- बाय

दिनेश- ओ मेरा बच्चा सॉरी ना बाबा मस्ती कर रहा था.. ओ मेरी हैप्पी कित्थे चलिए ऐसे मूंह लटका कर

हैप्पी- हम्म

दिनेश मुस्कुराते हुए "कभी-कभी तो आपको परेशान करने का मौका मिलता है"

हैप्पी प्यार से "अच्छा जी मैं परेशान करूं आपको"

®®®DINESH DIVAKAR"MASTER"

कमेंट करके जरूर बताइएगा कि यह भाग कैसी लगी आपको, साथ ही अपने दोस्तों के साथ शेयर किजिए, प्रोत्साहन के लिए सिक्के भी भेजिएगा शर्माने की जरूरत नहीं है 😁 मिलते हैं अगले भाग में....... धन्यवाद 😊🤙