Muskan ek adhuri prem kahani - 42 in Hindi Love Stories by DINESH DIVAKAR books and stories PDF | मुस्कान - एक अधूरी प्रेम कहानी - 42

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मुस्कान - एक अधूरी प्रेम कहानी - 42

दिनेश "बस ऐसे ही हैप्पी रहना हमेशा, क्योंकि आप हंसते हुए बहुत प्यारे लगते हो 😘"

हैप्पी "सब कुछ कर सकते हैं ना आप मेरे लिए, बस शादी नहीं करनी"

दिनेश "हट बुद्धू मैं तो आपके पास ही हूं अपनी आंखें बंद करो और मुझे याद करो मैं तो आपके पास में ही हूं"

हैप्पी- हम्म

दिनेश- लव यू बेबी❤️

हैप्पी- लव यू हनी

दिनेश- 😘

हैप्पी- आई हेट यू

दिनेश हंसते हुए "जानेमन दिल की बात तो पहले ही जुबां पर आ गई अब बाद में लिखने का क्या फायदा🤭"

हैप्पी- 🙄

दिनेश- 😉😘

हैप्पी- हैरी आ रहा है उसका मैसेज आया है

दिनेश- उसे सच्ची सच्ची बताना मेरे बारे में उसकी नजर में मुझे गिरा दिया आपने 🙄

हैप्पी- नहीं ऐसा नहीं है उसे पता है मैं तो खुद को ही झूठ बोल रही हूं

दिनेश- हम्म

हैप्पी- कोई मुझसे प्यार करे और किसी और के बारे में सोचे ऐसा कभी नहीं हुआ

दिनेश- हम्म... हैरी के बारे में बताओ ना कुछ

हैप्पी- 26 साल का है लंबा है काफी हैंडसम भी है

दिनेश- उसकी फोटो तो दिखाओ

हैप्पी- क्यों फोटो नहीं दिखाऊंगी

दिनेश- उसे मारने की सुपारी दूंगा

हैप्पी- क्यों

दिनेश- दिखाओ ना यार प्लीज मैं तो छोटा सा प्यारा सा आपका बच्चा हूं ना

हैप्पी- ओके रुको दिखाती हूं... देखा आपने

दिनेश- हा ठीक-ठाक ही है वैसे, बुरा नहीं है

हैप्पी- हम्म

दिनेश- चलो बाद को बात करते हैं मुझे थोड़ा सा काम है

हैप्पी- हैरी के आने के बाद बात नहीं होगी

दिनेश- और खाना खाओ हैप्पी की बच्ची नहीं तो मुंह तोड़ दूंगा आपका

हैप्पी- आज बाहर वार्ड में घूमने जाऊंगी

दिनेश- हा पर संभल कर जाना कहीं गिर ग‌ए तो

हैप्पी- आप थाम लेना मेरा हाथ

दिनेश- हम्म क्यूं नहीं

कुछ देर बाद,

हैप्पी- पेट दर्द कर रहा है यार... बनी सोए हो... क्या उठ भी जाओ ना कब तक सोने का इरादा है आपका

दिनेश- क्या बताऊं हैप्पी

हैप्पी- क्यों क्या हुआ क्या कर रहे हैं आप... खाना खाया आपने

लेकिन काफी देर के बाद दिनेश का मैसेज आता है

दिनेश- हा अभी खाया हूं

हैप्पी- ओके कहां थे इतनी देर से मैं मैसेज कर रही हूं कहां बिजी थे

दिनेश- क्या हुआ पता है.. मैं शाम को सोया तो बहुत लेट से आंख खुली देखा तो काफी रात हो गई थी फिर जल्दी से बाजार गया वहां से फिर सारा सामान लेकर वापस आया भूख नहीं लग रहा था पेट भरा हुआ था फिर भी थोड़ा सा खाना बनाया फिर अभी खाकर बैठा हूं मैं तो थक गया आज

हैप्पी- ओह मेरा बेबी थक गया है

दिनेश- हा यारा

हैप्पी- ओके आराम करो आप

दिनेश- नहीं अभी नहीं सोऊंगा आप बताओ ना इतना भी कमजोर नहीं हुआ हूं यह सब तो रोज का काम है

हैप्पी- हम्म

दिनेश- आपका पेंट दर्द ठीक हुआ

हैप्पी- हा हो गया

दिनेश- हैरी आ गया

हैप्पी- हम्म

दिनेश- अच्छा खाना खा लो ना बच्चा दवाई भी तो खाना है ना सुन रहे हो ना आप

हैप्पी- नहीं

दिनेश- खाना नहीं खाना दवाई नहीं लेनी फिर क्या करना है मेरी मैडम को

हैप्पी- पता तो है आपको... अच्छा सुनो एक गाना सुनो ना

दिनेश- आप गाकर सुनाओ ना

हैप्पी- तस्वीर मन में वैसी यार की... तस्वीर पड़ी तेरे नाम की... दिल ये मेरा तुझ से जा मिला है... रब से जिसको मांगा तू वह सिला है

दिनेश- बहुत प्यारा गाना है

हैप्पी- आप यूट्यूब में सुनो ना अभी सुनिए, मैं भी सुन रही हूं

दिनेश- जो हुकुम मेरे आका, सुन रहा हूं

हैप्पी- लव यू, सुनकर आगे आप बताओगे मुझे

दिनेश गाना सुनकर वापस आता है और बोलता है "लक्खा तो जुदा में होया तेरे खातिर... तू ही मंजिल दिल तेरा मुसाफिर.... रब जो भुला बैठे तेरे करके मैं हो गया काफिर... सात छोडूंगा ना तेरे पीछे आऊंगा... ढूंढ लूंगा या खुदा से मांग लूंगा.... तेरे वास्ते मैं दिल धड़काउंगा मैं तेरा बन जाऊंगा... मैं तेरा बन जाऊंगा"

हैप्पी मुस्कुराते हुए "अच्छा जी मुझे यह गाना बहुत अच्छा लगता है"

दिनेश- मेरी राहें तेरी तक है तुझ पर ही तो मेरा हक है इश्क मेरा तू बेशक है तुझ पर ही तो मेरा हक है

हैप्पी- ओहो

दिनेश- क्या बनोगी मेरी GF मैं अब तक सिंगल हूं अब होने को बड़ा मन है बेबी 1 से 2, 1 से 2

हैप्पी- आई एम ऑलरेडी यूअर बेबी 😘

दिनेश- हम्म 😇 तरसती है निगाहें मेरी तख्ती है राहे तेरी चाहिए बना लूं तुझे कैसे मैं बताऊं सोती नहीं आंखें मेरी कटती नहीं राते मेरी

हैप्पी- यह फर्स्ट टाइम बोला था आपने याद है

दिनेश- हा याद है.... पता है घर वाले बोलते हैं मैं बहुत भुलक्कड़ हूं कुछ याद नहीं रहता

हैप्पी- ओके बाय हैरी आ गया गुड नाइट बनी

दिनेश- ओके टेक केयर गुड नाइट हैप्पी

अगले दिन, 6 म‌ई

दिनेश- गुड मॉर्निंग हैप्पी... उठ भी जाओ अब कितनी देर तक सोओगे

हैप्पी- गुड मॉर्निंग 🙋

दिनेश- आपको बात करनी है

हैप्पी- हम्म

दिनेश- ओके फिर लो क्लास छोड़कर आ गया

हैप्पी- क्यूं

दिनेश- बाद में आपका मूड खराब हो जाता है ना इसलिए

हैप्पी- अच्छा जी सच सच बताओ क्या हुआ

दिनेश- बस आपसे बात करने का मन हुआ तो क्लास को छोड़कर हॉस्टल में आ गया पढ़ने का मूड नहीं आज

हैप्पी- ओह तो क्या करने का मूड है जनाब का

दिनेश- मूड तो बहुत कुछ है आप बताओ आपका मूड क्या है

हैप्पी- अच्छा जी क्या करना है जनाब को

दिनेश- किस्सी विस्सी 😘

हैप्पी- वो रात को हैरी के साथ हो गया था😋

दिनेश- हा हा

हैप्पी- सच में लिप किस किया आपको भरोसा नहीं हो रहा है क्या

दिनेश- आपको कल ऐसा नहीं बोलना चाहिए था😕

हैप्पी- अच्छा बाबा सॉरी वैसे आज सच में बॉडी में बहुत दर्द हो रहा है उठने का भी मन नहीं है आंखों के आगे अंधेरा छा रहा है यार

दिनेश परेशान होता हुआ "पागल खाना नहीं खाया इसलिए हो रहा है सब"

हैप्पी- अच्छा फिर ठीक है

दिनेश- अब नौटंकी बंद करो और खाना खाओ चुपचाप ठीक तरीके से 🙄

हैप्पी- कब तक निपट जाऊंगी डॉक्टर साब

दिनेश गुस्से से "मुंह तोड़ दूंगा आपका दोबारा ऐसा बोला तो"

हैप्पी- अच्छा है इसी बहाने टच तो करोगे हमें

दिनेश- 😐

हैप्पी- कल हमने बस आपके बारे में ही बातें की... पता नहीं क्यों बात करते-करते क्यों रोने लगी... तो हरी ने बोला कि अगर वह शादी करने के लिए मानता है तो मैं पीछे हट जाऊंगा

दिनेश- रोती क्यों है पगली मैं हूं ना आपके पास🥺

हैप्पी- मैंने बोला नहीं मजबूरी है उनकी नहीं कर सकते वह.. तब उसने मुझे हग किया पता नहीं क्यों ऐसा लग रहा था कि आप ही हो जिसने मुझे हग किया है... जब उसने मुझे हग किया तो और ज्यादा रोने लगी बहुत देर तक रोती रही

दिनेश- ओह हैप्पी 🥺

हैप्पी- एक बार की बात बताती हूं आपको जब हैरी ने मुझे बोला कि "वह मुझसे प्यार करता है" तो मैंने ऐसे ही बोल दिया कि "मुझे कोई और पसंद है" तो उसने बोला कि "काश जिसको तू पसंद करती हैं वह भी किसी और को पसंद करें तो कितना अच्छा होगा" कल मैंने उससे मारा कि क्यों बोला था ऐसा 🥺 तो उसने बोला "सॉरी यार"

दिनेश- ओह

हैप्पी- फिर मुझे वार्ड से बाहर लेकर आया कितने दिनों बाद बाहर निकली बहुत अच्छा लगा डिनर उसने भी नहीं किया बोला "जब मैं खाऊंगी तभी खाएगा" भाइयों को नहीं पता कि इतने दिनों से खाया नहीं है मैंने वरना मेरा क्या होगा मुझे भी नहीं पता

दिनेश- खा लो ना मेरा बच्चा ऐसा क्यों कर रहे हो

हैप्पी- नहीं अब जब तक निपट नहीं जाती तब तक नहीं

दिनेश- बस भी ना हैप्पी बहुत हो गया यार खा लो ना 😕

"आपको क्या फर्क पड़ता है आपको तो बहुत सारी हैप्पी मिल जाएगी मुझसे भी अच्छी" हैप्पी उदास होते हुए बोली

दिनेश परेशान होता हुआ बोला "हैप्पी सिर्फ एक ही है मेरी और वह आप हो समझी"

®®®DINESH DIVAKAR"MASTER"

कमेंट करके जरूर बताइएगा कि यह भाग कैसी लगी आपको, साथ ही अपने दोस्तों के साथ शेयर किजिए, प्रोत्साहन के लिए सिक्के भी भेजिएगा शर्माने की जरूरत नहीं है 😁 मिलते हैं अगले भाग में....... धन्यवाद 😊🤙