Vo
सुरेश एक बेरोजगार युवा था...उसने कई जगह नौकरी के लिए अप्लाई किया था...
Maa
कोई नौकरी मिली?
Suresh
नहीं मां अब तक नहीं... हर जगह नौकरी के लिए मारा मारी है... हर जगह रिश्वत खिलाने पर ही नौकरी मिलती है...
Maa
अब ऐसे घर कैसे चलेगा?
Vo
वो लोग बात ही कर रहे थे की तबी सुरेश का मोबाइल बाजा...:
Suresh
हां सचिन बोलना...
Sachin
यहाँ मॉल में एक चौकीदार की जरूरत है... तू काम करेगा क्या?
Suresh
हां क्यू नहीं…
Sachin
पर भाई सुना है इस मॉल में भूत है...
Suresh
मैं भूत नहीं मानता… मैं कर लुंगा चौकीदार की नौकरी… पगार कितनी है?
Sachin
रात के पहरेदार की 15 हज़ार और दिन की 10 हज़ार!
Suresh
मैं नाइट शिफ्ट ही करुंगा... कल ही आकार मिलता हूं...
Sachin
ठीक है कल शाम 6 बजे आ जाना...
Suresh
ठीक है!
Vo
सुरेश ने फोन कट किया और फिर हंसने लगा...
Suresh
मां मुझे नौकरी मिल गई... पगार 15 हज़ार है...
Maa
अच्छा है... बोहत अच्छा है बेटा... भगवान ने हमारी सुन ली... अब हमारी गरीब जल्दी ही दूर हो जाएगी...
Suresh
हां मां…
Vo
मां बेटे खुश थे... उन्हे क्या पता था कि अगले दिन उनके साथ क्या होने वाला था...
Vo
अगली शाम 6 बजे सुरेश सिक्योरिटी कंपनी के ऑफिस पंहुचा... वहाँ उसका दोस्त सचिन पहले से था...
Sachin
यही मेरा दोस्त सुरेश है... ये उस
भूतिया मॉल मैं नौकरी करने को तैयार है…
Officer
तुम्हारे पहले भी कई और चौकीदार यूएस मॉल में काम करने गए थे, पर सब के सब भाग गए…
Suresh
मैं नहीं भागूँगा सर... मुझे भूत प्रेतो पर विश्वास ही नहीं है!
Officer
अच्छी बात है...तुम्हे पता है ना नाइट शिफ्ट किया अगर तो 15 हजार रुपये मिलेंगे.
Suresh
जी सर...
Officer
ठीक है तो इस पेपर पर अपने सारे डिटेल भरो और अपना वर्दी और जूते कलेक्ट कर लो…
Vo
सुरेश ने ऑफिसर को फॉर्म भरके दे दिया… और फिर अपना वर्दी और जूते भी कलेक्ट कर लिया…
Officer
तुम आज से ज्वाइन करोगे या कल?
Suresh
आज से ही सर!
Officer
ठीक है तो तुम अभी रिपोर्ट करो… वहाँ तुम्हे धीरज नाम का एक और सुरक्षा गार्ड मिलेगा!
Suresh
जी सर!
Vo
सुरेश मॉल मैं गया और वह उस धीरज मिला…
Dheeraj
तो तुम ही हो नये चौकीदार
Suresh
जी भैया…
Dheeraj
तुम्हे इस मॉल का इतिहास पता है ना? ये मॉल भूतिया मॉल है!
Suresh
मैं भूत वूट में याकीन नहीं रखता ... आप बेफिजुल मुझे डराने की कोशिश न कीजिये!
Dheeraj
मेरा काम था तुम्हें चेतवानी देना... बाकी तुम्हारी मर्जी...वैसे मैं सामने के गेट पर बैठा हूं...तुमे पीछे के गेट पे बैठना है...
Suresh
ठीक है…
Vo
सुरेश ने रजिस्टर बुक में साइन किया और वह पिछले गेट पर चला गया…
Vo
और वह पीछे के गेट के केबिन के बहार बैठा गया... धीरे धीरे पुरा मॉल खाली हो गया ... अब मॉल में बस धीरज और सुरेश ... सुरेश का आज काम कानपहला दिन था ... उसे कुर्सी पे बैठे
बैठे जरूरत आ रही थी... वो तो गया... और अचानक उससे किसी ने जोर से तमाचा मारा...
Suresh
(Shocked)
कोन है? कोन है? कोन है याहा?
Vo
सुरेश ने आसपास देखा तो कोई ना था...
Suresh
क्या ये मेरा वेहम था? या सच में किसी ने मुझे टाचा मारा... अब मैं बिलकुल नहीं सोऊंगा!
Vo
उसके बाद सुरेश की नींद ही उड़ गई... वो गेट के पास ही टहलने लगा... और फिर अचानक उसे किसी औरत की रोने की आवाज सुनाई दी...
Nandini
(रोते हुए) नरेश! (चिल्लाते हुए) कहाँ हो तुम… नरेश…!
Vo
सुरेश ने यहाँ वहाँ टोर्च मारी...उससे कोई दिखाई नहीं दिया... वह परेशान था की आखिर आवाज कहाँ से आ रही है... फिर अचानक उसने अपने केबिन में देखा तो वहाँ पर एक लड़की थी जो अपना सर झुकाकर रो रही थी...
Nandini
(रोना)
Vo
सुरेश उसके पास गया...
Suresh
कोन हैं आप? और आप रो क्यू रही हैं?
Vo
उस लड़की ने अपना सर ऊपर किया… उसकी शक्ल देख कर सुरेश के पसीने छूटने लगे... वह कोई औरत नहीं, बल्कि एक भूतनी थी… उसकी आँखे लाल… और चेहरा भयानक था.
Suresh
(चिल्लाहट)
Vo
उसे देखते ही सुरेश ज़ोर से चीखने लगा और दौड़ लगाकर भागने लगा… धीरज भी शोर सुनकर सुरेश के पास पंहुचा…
Dheeraj
क्या हुआ?
Suresh
वो भूतनी...
Dheeraj
तुम्हें भी दिख गई लगता वो... आओ आओ मेरे साथ...
Vo
धीरज अपने साथ उसे अपने केबिन में ले गया... उसे पानी पिलाया...
Dheeraj
अब तो तुम्हें भूतो पे यकीन हो गया ही होगा...
Suresh
मुझे माफ़ कर दिजिये... मुझे लगा था, आप मुझे डराने के लिए ये सब बोल रहे हैं...
Dheeraj
कोई बात नहीं…
Suresh
एक बात समझ नहीं आ रही... जब कोई सुरक्षा गार्ड यहाँ टिक नहीं पाया तो आप कैसे टिके हैं?
Dheeraj
इस तबीज़ की वजह से... पंडितजी ने मुझे ये हनुमान कवच वाली तबीज़ दी है... वो भूतनी मेरे नज़र के सामने भी नहीं आ सकती..
Suresh
लेकिन वो है कौन?
Dheeraj
उसका नाम नंदिनी है...