Unsolved Case - Season 2 - Part 11 in Hindi Detective stories by Deeksha Vohra books and stories PDF | Unsolved Case - Season 2 - Part 11

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Unsolved Case - Season 2 - Part 11

एपिसोड 11 (मेहक एक काल ....)
पूरी दुनिया में मेहक को सब काल के नाम से जानते थे | दुनिया में मेहक का खौंफ लोगों में इतना था .. की लोग उसके हातों से मरने से पहले ... खुद की ओर अपने परिवार की जान लेना पसंद करते थे | मेहक एक काल देवी की तरह थी | मेहक अपनी सर्द आवाज़ में बोली |
मेहक : शौर्य पर नज़र रखो .. मुझे उसके एक एक कदम की खबर चाहिए |
वीर : ठीक है बॉस | पर ...
मेहक : क्या हुआ वीर ?
वीर : मुझे पता लगा है की ... शौर्य की वाइफ वापिस आ गई है |
ये बात सुन ... मेहक माया के बारे में याद करने लगे | मेहक ने शौर्य के घर पर माया की तस्वीर देखि थी | उसने वीर की तरफ देखा ... मनो पूछ रही हो की पूरी बात बताओ |
वीर : बॉस आज ....
फिर वीर ने आज जो भी शौर्य के साथ हुआ ... वो सब मेहक को बताया | मेहक को समझ आ गया | की ये सब राजीव ओर माया की चाल थी | मेहक सरकार के लिए भी काम करती थी | इसलिए मेहक शौर्य तक पहुंच पाई | फिर वीर एन मवेहक से पुछा |
वीर : बॉस ... पर शौर्य ही क्यूँ ? मेरा मतलब आप उसकी मद्दत करूं करना चाहती थी |
मेहक : तुम मेरे भाई जैसे हो वीर | ओर शौर्य .. शौर्य वो इन्सान है ... जिसने मुझे उस दलदल से बचाया था | अगर 5 साल पहले शौर्य ने मेरी मद्दत न की होती ... तो आज शायद मैं यहाँ न होती |
वीर : तो इसलिए .. आप ...
मेहक : बहुत हो गया | चलो ... खाना लग चूका है |
ओर ये कहते ही ... मेहक वहां से चली गई | वीर को आज भी याद था .. की आज से 5 साल पहले .. जब मेहक ने M . इंडस्ट्रीज ....खड़ी की थीं ... ओर आज उसे इस मुकाम तक पहुंचाया था | मेहक ने इतनी छोटी उम्र में वो मुकाम हासिल किया था ... जो किसी ने नहीं किया था | मेहक के बारे में बहुत कम लोग जानते थे | उसकी ज़िन्दगी ... सब के लिए एक ऐसा सीक्रेट थी ... जिसे आज तक कोई खोल न सका |
वहीँ दूसरी तरफ शौर्य अभी तक सदमे से बहार ही नहीं आ पाया था | आगले दिन जब वो ऑफिस पहुंचा ... तब उसे मेहक का ख्याल आया | मेहक का फ़ोन अभी तक शौर्य के पास ही था | अब उसे समझ नही आ रहा था की वो मेहक का पता कैसे करे | वो मन ही मन बीएस ये सोच रहा था की .... काश मेहक ठीक हो | तभी उसे आवाज़ आई |
मेहक : हेल्लो .... गुड मोर्निंग सर |
शौर्य : ( थोडा गुस्से में ) कहाँ थी तुम ?
मेहक : ( डरते हुए ) वो ... वो बस ...
शौर्य : तुम .. तुम ठीक हो न ...मेहक को पता था ... की शौर्य क्यूँ उससे पूछ रहा था ... वीर से उसे सब पता लग चूका था |
शौर्य : अब से तुम अकेली कहीं नहीं जयोगी |
मेहक : पर सर ....
शौर्य : कुछ पर नहीं ... चलो ..हमे जाना है |
शौर्य सीबीआई का हेड था | ओर शायद यही एक वजह थी .. की शौर्य अपने गम से बहार आ पाया था | पर कल जो हुआ था ... उससे तो शौर्य पागल ही हो चूका था | अब शौर्य इन सब से थक चूका था | उसे खुद पर ... माया पर गुस्सा आ रहा था | उसने कभी सोचा नहीं था ... की माया उसे इस तरह धोखा देगी | पर अब शौर्य माया से बदला लेकर ही मानेगा | उसने अब सोच लिया था | की जो भी हो जाये | वो माया ओर राजीव को सबक जरूर सिखाएगा |
मेहक कहीं न कहीं ... शौर्य को समझ रही थी | उसे शौर्य की आँखों में गुस्सा नज़र आ रहा था | उसे पता था .. की शौर्य के लिए ये सच सामने आना जरूरी था | मेहक ने ही राजीव तक ये बात पहुंचाई थी | की शौर्य अपनी ज़िन्दगी में आगे बढने की सोच रहा है | इसलिए ... माया ने इस तरह शौर्य को परेशान करने के लिए ... ये कदम उठाया था |
शौर्य ने पूरी मीटिंग बुलवाई थी | जब शौर्य मेन ऑफिस में पहुंचा ... तो उसका गुस्सा देख ... वहां हर कोई कांप रहा था | जितनी शौर्य की सब इज्जत करते थे ... उससे कहीं ज्यादा उसके गुस्से से डरते थे | सब ये बात अच्छे से जानते थे .. की शौर्य कोई मामूली इंसान नहीं है | सब की नजरों में शौर्य सिर्फ एक सीबीआई एजेंट था | पर असल में शौर्य एक बिज़नस मैन , ओर एक रॉ एजेंट था | मेहक शौर्य के बारे में सब जानती थी | पर शौर्य ये बात नहीं जनता था | शौर्य ने मीटिंग में राजीव ओर माया की बात की थी | सब को इस बात का बहुत धक्का लगा था की ...माया ऐसा कुछ कर सकती है |
अब शौर्य माया के बारे में सब कुछ जानना चाहता था | फिर कुछ ही देर में .. मीटिंग ख़तम कर .. मेहक ओर शौर्य वहां से चले गये |