एपिसोड 7 ( फ़ोन कॉल .... )
शौर्य अब ओर नहीं रुक सकता था | उसके मन में बहुत सारे सवाल थे | रेस्टोरेंट में दोनों आमने सामने बैठे थे | शौर्य बस मेहक को ही देखे जा रहा था | फिर मेहक ने पूछ ही लिया |
मेहक : क्या हुआ सर ? आप कुछ पूछना चाहते है तो ... पूछ लो |
शौर्य : हाँ ... पूछना है |
मेहक : क्या हुआ सर ?
शौर्य : कौन था वो ?
मेहक को पहले तो समझ ही नहीं आया की शौर्य क्या बात कर रहा है |
शौर्य : वो आदमी कौन था ?
अब जाकर मेहक को समझ आया था | फिर मेहक थोड़ी देर कुछ नहीं बोली | कुछ देर बाद खाना खाने के बाद | मेहक बोली |
मेहक : वो .. वो मेरा सौतेला भाई था |
ये सुन मनो शौर्य .. अपनी सोचने समझने की बुधि ही भूल गया हो | उसे समझ ही नहीं आया | पर वो कुछ नहीं बोला | फिर मेहक अपनी बात को आगे बोली |
मेहक : मुझे पापा ने अडॉप्ट किया था | मेरे पेपर्स पर जिनका नाम है , मतलब पापा के नाम पर ... | वो मेरे असली पापा नहीं है | उनका एक बेटा है | नमन | उस दिन ... वाही था |
मेहक से आगे कुछ बोला नहीं जा रहा था | उसका गला भर आया था | आँखें लाल हो चुकी थी | उसे अपनी किस्मत पर हसी आ रही थी | पहले तो परिवार नहीं था | ओर जब मिला ... तो ऐसा | फिर शौर्य आगे बोला |
शौर्य : पर .. एक भाई कैसे ?
मेहक : उन के लिए मैं सिर्फ एक पैसे कमाने का जरिया थी | मेरे रियल पापा ... मरने से पहले मेरे नाम करोड़ों की प्रोपर्टी करके गये थे | जो उन्हें चाहिए थी | पर जब मैंने नहीं दी तो ... उनके बेटे ने ....
अब मेहक की आगे कुछ भी बोलने की हिम्मत नही थी | शौर्य न देखा की ... मेहक रो रही थी | पर फिर भी ... शौर्य ये समझ नहीं पा रहा था की .. फिर मेहक यहाँ कैसे आई | शौर्य मेहक के बारे मन ओर जानना चाहता था |
शौर्य : तो .. तो तुम यहाँ ....
मेहक : मैं घर से भाग गई | ओर क्यूंकि नमन को मुझे पैसे चाहिए .. इसलिए वो मेरे पीछे यहाँ आ गया | ओर पहली बार नहीं है की .. नमन ने मेरे साथ ऐसा कुछ किया हो | पहले भी कई बार उसने ऐसी घटिया हारकत की है | मैंने पापा को बताया तो ... उन्होंने भी ....
मेहक अब ... कांप रही थी ... मेहक आगे कुछ बोलती .... शौर्य बोल पड़ा |
शौर्य : बस ... बस करो मेहक | आगे कहने की जरूरत नहीं है | तो उस दिन गाड़ी में तुम्हे यही फ़ोन कर रहा था ?
मेहक : हाँ ... यही था |
शौर्य : तो अब क्या सोचा है ?
शौर्य का सवाल सुन ... मेहक अपनी ही सोच में डूब गई | बिना कुछ बोले ही मेहक वहां से उठी .. ओर बहार चली गई |
शौर्य समझ रहा था ... की मेहक के लिए ये कितना मुश्किल होगा | तो उसने भी आगे पुश करना सही नहीं समझा | शौर्य मेहक को इतना परेशान ओर तकलीफ में नहीं देख सकता था | अब शौर्य सिर्फ मेहक के बारे में ही सोचता रहता था | ओर वो पागल हो रहा था | माया के जाने के बाद ... मेहक पहली लड़की थी ... जिससे शौर्य ने इतनी बात भी की थी | एक दिन ... ऑफिस में .. शौर्य काम ही कर रहा था ... की उसे किसी का कॉल आता है |
फ़ोन के दूसरी तरफ एक आदमी की आवाज़ थी | “अगर तुम्हे अपनी बीवी की मौतका राज़ जानना है तो ... मेहक को हमारे हवाले कर दो”
माया के जाने के बाद ... पहली बार ऐसा हुआ था की .. उसे माया के रिलेटेड कोई कॉल आया हो | ओर माया का नाम सुन ... शौर्य बेचैन हो उठा | उसे समझ ही नहीं आ रहा था | की ये क्या हो रहा है | इतने टाइम बाद .. क्यूँ कोई उसे माया के लिए फ़ोन करेगा ... वो जब माया अब इस दुनिया में ही नहीं है | तभी शौर्य अपने ख्यालों से बहार आया ...
मेहक : सर .. क्या हुआ ? किसका कॉल था ?
शौर्य : क्या .. नहीं कुछ नहीं |
शौर्य को समझ नहीं आ रहा था ... की उसके साथ ये क्या हो रहा है | वो उठा ... ओर ऑफिस से चला गया | ओर मेहक यही सोचती रह गई ... की शौर्य को क्या हुआ ?
आखिर कौन था वो शक्स ? जिसने शौर्य को कॉल किया था ?