October 2022 की बात है।
एक लड़का अपने परिवार और दोस्तो की जान हुआ करता था।
घर मे सबका लाडला हुआ करता था।
लेकिन
उसके एक गलत कदम ने हमेंशा के लिए सबकी आँखे नम कर दी।
एक लड़का था। परिवार मे सब उससे बहोत प्यार करते थे। सबसे छोटा इसलिए घर मे उसी की चलती। पापा का तो दिल का टुकड़ा था। घर की रोनक और घर की जान वही था। पर .....
एक दिन सुभह उसने खुदको फांसी लगाली। सबको पता चलता उससे पहले ही उसकी सांस रुक गई थी।
एक 17 वर्ष के लड़के ने अपने घर पर खुदको फ़ासी लगाके आत्महत्या कर ली। किसी को कुछ समझ नहीं आया की उसने ऐसा क्यु किया??
उसके कुछ दोस्त का ये कहना था। किसी लड़की की वजह उसने आत्महत्या कर ली।
मेरे पहेचान के एक पंडित जी थे। कांति अदा, जब भी मिलते तो राशि के ग्रह और नक्षत्र के बारे मे बताते, क्युकी उनकी और हमारी राशि का एक ही है। जिन्होंने घर की आर्थिक स्थिति बुरी होने की वजह से फिनाइल पी लिया था। उनको हॉस्पिटल ले गए, पहले कुछ बताया नहीं फिर उन्होंने ऐसा करने की वजह बताई। वो अपनी आखरी साँसे गिन रहे थे। तब उनके मुह पर एक बात थी। उनकी आँखों मे दर्द के आँसु थे। उन्होंने ने डॉक्टर से बोला, मुझसे गलती हो गई है, मुझे ऐसा नही करना चाहिए था। पर तब बहोत देर हो गई थी डॉक्टर ने जवाब दे दिया था।
हमारे देश मे रोज ऐसे कही किस्से होते है। दो प्रेमी ओ ने साथ मे आत्महत्या करली, तो किसी एक तरफी प्यार के लिए आत्महत्या करली, कोई मानसिक तनाव मे तो कोई आर्थिक परेशानी की वजह से आत्महत्या कर लेता है। वो लोग अपनी मुश्केली और परेशानी मे मानसिक रोग का शिकार बनते है। जिससे उनको बुरे बुरे ख्याल आते है। उनको ऐसा लगता है, अब कुछ बचा नहीं है।हालातो से बिना लड़े हार मान लेते है। हमारे देश मे ऐसे कहीं लोग है जो छोटी छोटी बात पर आत्महत्या करने का सोचते होंगे, कोई सिर्फ सोचता है कोई कर लेता है........
देश मे आत्महत्या के केस दिन ब दिन बड़ रहे है। इस सब के लिए जिम्मेदार कोंन है। कभी सोचा है.......
_क्युकी उनको ऐसा लगता है। मुझे और मेरी तकलीफ को कोई समझता नहीं है। परिवार, दोस्तो के होते हुए भी वो अकेलापन महसुस करता है। कुछ बाते तो ऐसी भी होती है जिनके बारे ये सोचते है। की सब लोग मेरा मजाक बनायेगे। इसलिए अंदर ही अंदर वो ये सब सह रहे होते है।
_सब ऐसे नहीं होते है। कुछ लोग ऐसे भी है जो अपना दुःख परिवार और दोस्तो को बताते है। पर उनकी बातों को कोई समझता नहीं है।
_कुछ लोग ऐसे भी है। जो बड़ी बड़ी बीमारी की वजह से आत्महत्या करने का सोचते है। क्युकी बीमारी के इलाज के लिए पैसे नहीं होते और दुसरी वजह वो दर्द को सह नहीं पाते।
एक सवाल उन लोगों से जो ऐसा करने का सोचते है।......
आत्महत्या करना किसी भी परेशानी का निवारण नहीं है। कभी सोचा है, आपके इस गलत कदम की वजह से आपके परिवार पर क्या बीतेगी? आपके बिना उनका क्या होगा? ये बात सच है की "कोई किसीके लिए नहीं मरता है।" पर ये भी बात सच है, कोई दुसरा कितना भी करले वो उनकी जगह ले नहीं सकता है।
सबको जिंदगी जीने को नहीं मिलती है। अखबार मे कहिबार पढ़ा होगा। माँ की कोख़ से जन्म होने के बाद बच्चे की मौत हो गई। उसने तो दुनिया को देखा भी नहीं और जिया भी नही।
जिंदगी बहुत ही हसीन है, जिंदगी हर दिन कुछ न कुछ सिखाती है, कभी हंसाती है तो कभी सताती है। जब भी निराशा और हताशा के बादल छायें, याद रखिए जो आप जिंदगी जी रहे हैं वह कई लोगों को नसीब नहीं होती।
छोटी सी जिन्दगी है हंस के जियो ,
भुला के गम सारे,
दिल से जियो,
उदासी में क्या रखा है,
मुस्कुरा के जियो,
अपने लिए न सही अपनो के लिए जियो।
स्टोरी को रेटिंग देना भुलयेगा मत🙏
_Miss Chhotti