Part 3 - पिछले अंक में आपने पढ़ा कि उमा अपनी बेटी तारा और मुँहबोली माँ के साथ पुलिस की मदद से जंगल से निकल कर शहर आयी , अब आगे ….
कहानी - एक अनोखा विवाह 3
वे दोनों पुलिस का शुक्रिया अदा कर वहां से चली गयीं . पुलिस के दिए पते पर वे दोनों गयीं . वह एक नामी बिल्डर का ठेकेदार था . ठेकेदार ने कहा “ यहाँ सिर्फ मजदूरी का काम मिल सकता है . ईंट , सीमेंट, बालू आदि की ढुलाई का . यह लड़की तो कम उम्र की लगती है और ऊपर से इसकी गोद में बच्चा भी है . इसे तो हम काम पर नहीं रख सकते हैं . हाँ , तुम चाहो तो लेबर का काम कर सकती हो . “
“ हाँ साहब , यही ठीक रहेगा . कुछ दिन मैं अकेले काम करूंगी , उससे हम लोगों का गुजारा हो जायेगा . बाद में जब बच्ची कुछ बड़ी हो जाएगी तब उमा भी काम करने लगेगी . “
करीब एक साल तक माँ काम करती और उमा घर में रह कर अपनी बच्ची तारा की देखभाल करती . इसी बीच माँ की तबीयत बिगड़ने लगी तब उमा को काम करने जाना पड़ता . माँ घर में रहती और किसी तरह तारा की देखभाल करती . पर यह ज्यादा दिन नहीं चल सका . माँ की तबीयत लगातार बिगड़ती गयी और देखते देखते एक दिन वह चल बसी .
अब उमा के पास घर की खर्च के लिए आमदनी का कोई जरिया नहीं रहा . उसे मजबूरी में काम पर जाना पड़ा . वह बेटी को पीठ पर एक कपड़े में बाँध कर काम करती थी . शुरू में कुछ दिन तक ठेकेदार के मुंशी ने उसे आसान काम पर रखा जैसे ईंटों और सीमेंट ढलाई पर पानी देना पर बाद में उसे भी बोझ उठाने का काम करना पड़ता था . बच्ची के साथ यह काम आसान नहीं था . वह किसी दूसरे काम की तलाश में थी . एक दिन उस बिल्डिंग में निर्माणाधीन अपार्टमेंट का एक मालिक अपना अपार्टमेंट देखने आया जो बन कर तैयार था . मुंशी ने उमा को उस से मिलवाया , उसे भी एक नौकरानी की तलाश थी .
कुछ दिनों के बाद उमा उस नए अपार्टमेंट में काम करने लगी . वहाँ उसे अच्छा लगा . उसके रहने के लिए एक छोटा सा सर्वेंट रूम मिला था जो अपार्टमेंट का ही हिस्सा था .वह अपार्टमेंट में घर की साफ़ सफाई करती और अपनी बेटी पर भी नजर रखती . कुछ महीनों के बाद मकान मालिक ने उमा से कहा “ आज तुम मेमसाहब के साथ इनकी सहेली के घर जाओ .वहां उनकी पार्टी है , चार पांच घंटों का काम है फिर तुम मेम साहब के साथ लौट आना .”
“ मैं बेटी के साथ वहाँ जा सकती हूँ न ? “
“ नहीं , तुम तारा को यहीं छोड़ दो . और भी नौकर चाकर हैं घर में , वे उसकी देखभाल करेंगे . चंद घंटों की बात है . तुम बेफिक्र हो कर जाओ .”
उमा अपनी मालकिन के साथ उनकी सहेली के घर गयी . वहां पार्टी की तैयारी थी . दो पुरुष भी पार्टी में आये थे . वे अलग कमरे में थे , वहां शराब का दौर चल रहा था . उमा वहां उनके खाने का प्लेट ले कर गयी . समय उमा भरपूर जवानी की चौखट पर दस्तक दे रही थी . देखने में भी अच्छी थी . एक आदमी ने दरवाजा बंद कर दिया और दूसरे ने उसे जबरन शराब पिलाई . वह पूरी तरह से होश में नहीं थी फिर भी उसे लग रहा था कि उसके साथ कुछ गलत हो रहा है . .फिर दोनों ने उसके साथ दुष्कर्म किया और चोरी से उसकी ब्लाउज में कुछ रूपये रख दिए .कुछ देर बाद उसे छोड़ दिया .
बाहर आ कर उमा ने अपनी मालकिन से मर्दों द्वारा किये दुष्कर्म की शिकायत किया .मालकिन ने उसे चुप रहने का इशारा कर कहा “ यहाँ चुपचाप रहो .जबान नहीं खोलना .घर चल कर हम साहब से बोलेंगे .वे इन दोनों को अपने घर बुला कर जो ठीक समझेंगे उन्हें सजा देंगे .”
उमा खामोश रही पर उसकी आँखें भर आईं . वह अपने घर वापस आई और उसने अपने मालिक से सारी बात बताई . मालिक ने उसे डांटते हुए कहा “ उल्टा चोर कोतवाल को डांटे . तुम खुद शराब पी कर बहकने लगी थी उनके साथ उल्टा सीधा हरकत करने लगी थी .वो बेचारे क्या करते ? उन्होंने तुम्हारे करतूत के फोटो भी भेजे हैं . लो देखो अपनी गंदी तस्वीरें .“
इतना कह कर उसने अपने फोन पर वह वीडियो दिखाया जिसे उसके दोस्त ने चुपचाप रिकॉर्ड कर लिया था . वीडियो देख कर वह रोने लगी . मालिक फिर बोला “ तुमने उनसे पैसे लिए जो तुम्हारी ब्लाउज में अभी भी हैं . तुमने चंद पैसों के लिए अपनी आबरू का सौदा किया और अब उलटे उनकी शिकायत कर रही हो . तुमने मेरी भी नाक कटवा दी , अब चुपचाप रहो वरना तुम्हारा यह फोटो वे लोग टीवी पर डाल देंगे . पूरी दुनिया को तुम्हारी घिनौनी करतूत का पता चलेगा और तुम कहीं भी चेहरा दिखाने लायक नहीं रहोगी .”
उमा रोती रही और अपनी बेटी की कसम भी बार बार खाती और बोलती रही कि उसके साथ दुष्कर्म किया गया है पर मालिक नहीं माना और वह धमकी देता कि तुम्हारा वीडियो पूरा शहर क्या पूरी दुनिया देख सकती है . बेहतर है तुम अपना मुंह बंद रखो और अपनी बेटी के भविष्य के बारे में सोचो . “
कुछ देर तक उमा को खामोश देख कर मालिक ने फिर पूछा “ तब क्या फैसला किया है तुमने ? क्या तुम चाहोगी कि दुनिया तुम्हारी ये गंदी फिल्म देखे ? “
उमा ने अपना सिर हिला कर नकारात्मक संदेश दिया . क्या तुम तारा की अच्छी शिक्षा दे कर बड़ा अफसर बनाना पसंद करोगी ? “
“ हाँ , क्यों नहीं ? “
“ तब अपनी जबान बंद रखना और जैसा मैं कहूँ करती रहना . समझी ? मंजूर है ? “
“ हाँ “
“ देखो तुम तो जिंदगी में कुछ नहीं कर सकी . तारा को मैं शहर के बेस्ट इंग्लिश मध्यम स्कूल में एडमिशन करवाऊंगा . कुछ दिनों बाद उसे बोर्डिंग स्कूल में डाल दूंगा जहाँ बड़े बड़े लोगों के बच्चे रह कर पढ़ते हैं . “
उमा के मालिक ने उसे अपने रईश दोस्तों की महफ़िल में भेजना शुरू किया . उमा को शराब की लत लगी और वह देह व्यापार में फंस गयी . वह एक कॉल गर्ल बन गयी और आगे चल एस्कॉर्ट भी बनी . इतना ही नहीं एस्कॉर्ट की आड़ में वह ड्रग सप्लाई करने लगी हालांकि उसे पता भी न था कि जो पैकेट वह दूसरे को देने के लिए ले जा रही है है उसमें गैरकानूनी ड्रग है . कभी उस से कहा जाता कि पैकेट में लाइफ सेविंग दवा है तो कभी उसमें कीमती गहने हैं जो किसी की बेटी की शादी के लिए भेजे जा रहे हैं . लड़की होने के चलते जल्दी उस पर किसी को शक नहीं होगा .
क्रमशः