Prayaschit - 20 in Hindi Fiction Stories by Devika Singh books and stories PDF | प्रायश्चित- 20 - Check And Mate

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प्रायश्चित- 20 - Check And Mate

उधर राज अंकित के पास पड़े यही सोच रहा था कि उसके प्यार में क्या कमी हो गई अंकित ने जब उसे सच्चाई बताइ तो उसका दिल ही टूट चुका था उसके आंखों से आंसू नहीं आ रहे थे लेकिन उसका दिल अंदर रोए जा रहा था।

और अंकित भी यही सोच रहा था। कि उसे अपने दोस्त के लिए उसे ही आखरी काम पूरा ही करना पड़ेगा चाहे उसे पायल (मेघा) को ढूंढने में कितने ही साल कितनी साल क्यू ना लग जाए।

और इधर मेघा डैनी के साथ इंडिया आ चुकी थी। और इधर डैनी मेघा को अपने घर लेकर जा रहा था। पायल को यह बात पता नहीं थी। उसे लग रहा था डैनी उसे बचाएगा।

उनकी गाड़ी मेन रोड को छोड़ते ही कच्ची सड़क पर आ चुकी थी। वह रास्ता बहुत ही सुनसान था मेघा को समझ नहीं आ रहा था कि डैनी उसे कहां ले कर जा रहा है।

डैनी बहुत ही शांत लग रहा था उसके चेहरे पर कोई भी भाव नहीं थे। अगर उसके चेहरे पर कोई भी भाव होते तो मेघा उसे देखकर बिल्कुल भी समझ आती कि उसके दिमाग में क्या चल रहा है।

मेघा डैनी पर भरोसा नहीं करती थी। पर उसे उस झंझट से छुटकारा मिल जाता जिस समय वह वहा फसी थी इसीलिए डैनी को उसने चलने के लिए हां कर दिया अब उसे पता नहीं था वह किस रास्ते से जा रही थी उसका आगे किसके साथ सामना होने वाला था उसके बारे में वह बिल्कुल भी अनजान थी।

और दूसरी तरफ अंकित राज को होटल में छोड़कर मैं पायल उर्फ मेघा की तलाश में निकल गया था।

जब वह होटल के बाहर निकला तो एक की न्यूज़ आग की तरह पूरे शहर में फैल रही थी। हर जगह बस एक ही चर्चा थी एक घर में 3 लोगों की लाशें पाई गई थी।




असल में वह घर मेघा का ही था। उस घर में रॉबर्ट साल्वे और रॉबिन की लाशे पाई गई थी।

न्यूज़ में दिखाया जा रहा था कि पड़ोसियों के चलते उस घर में हो रहे हादसे का पता चला पड़ोसियों ने बताया था कि कुछ समय पहले इस घर से गोली चलने की आवाज उन्हे सुनाई पड़ी थीं। और उन्हें कुछ गड़बड़ लगा तो उन्होंने पुलिस को फोन करके वहां पर बुला लिया पुलिस अंदर पहुंची तो वहां पर उन लाशों को देखकर हैरान रह गई और वहां पर मेघा को ना पाकर और हैरान हो गई उन्हें लग रहा था किमे मेघा ने उनका कत्ल करके भाग गई थी। और दूसरी उन्हें यह बात लग रही थी कि शायद मेघा को कोई किडनैप करके ले जा चुका है मेघा के बारे मे जानने के बाद उस वे हॉस्पिटल तक पहुंचे हॉस्पिटल में उन्हें पता चला कि राज का भी कोई अता पता नहीं था।

पुलिस ये बात जान कर हैरान हो गई जब उन्हें पता चला कि राज का भी कोई अता पता नहीं था। वह भी रातों-रात गायब हो चुका था। डॉक्टरों से पुलिस ने जब उसे पूछा तो उसे पता चला कि राज को कैंसर है। वह ज्यादा दिन तक नहीं जिंदा रह सकता पुलिस भी जहां यह बात हजम नहीं कर पा रही थी। कि एक लड़की उसका पति है उसके घर में तीन लाश पाई गई है और वह लड़की भी गायब है।

मीडिया वाले भी इस खबर को आग की तरह फैलाए जा रहे थे और अंकित से भी यह खबर ज्यादा देर तक छुप नहीं रह पाई।




मीडिया में साफ बताया जा रहा था जोला से उस घर में पाई गई है वह तीनो के तीनो इंडियन थे।

लड़की का नाम पायल और लड़के का नाम राज बताया जा रहा था जोकि बिल्कुल सही था पर लड़की का नाम उन्हें पता नहीं था पड़ोसियों से भी पता चला कि पायल एक अच्छी लड़की थी। इतने दिनों से वहां पर रह रहे थे लेकिन पड़ोसियों ने पायल के बारे में कुछ अलग या गलत नहीं कहा था। वह घरेलू और अच्छे स्वभाव की लड़की थी। उनकी नजर में




और दूसरी तरफ डैनी ने वह गाड़ी एक सुनसान जगह पर खड़ी कर दी थी और उसे गाड़ी से उतरने के लिए कहा उसके लहेजे में थोड़ा सा कठोरपन साफ झलक रहा था। मेघा ने उसे कुछ नहीं कहा और सीधा गाड़ी से उतर गई।

गाड़ी से उतरने के बाद डैनी कुछ दूर आगे जाकर उसके सामने उसने गन तान दी और कहा

डैनी: बड़े आसानी से तुम मेरी जाल में फंस चुकी हो तुम्हें क्या लगा मैं तुम जैसी लड़की को अपने साथ में रहकर अपना काम चलाऊंगा तुम तो मैं भरोसा भी कैसे कर सकता हूं तुम भरोसे के लायक नहीं हो तुमने जब अपने अपने आदमी को धोखा दिया तो तुम मुझे भी दे सकती हो।

पायल का हाथ उसके छोटे से बैग में अब जा चुका था उसने गन निकाल कर तुरंत डैनी को तीन फायर किए डैनी वहीं पर गिर गया।




फिर मेघा ने उसे कहा।

मेघा: तेरी खराब आदत पता है क्या है तू बहुत ही ज्यादा बोलता है और पूरा एक्सप्लेशन देकर अपने दुश्मन को खत्म करता है। पर मेरी आदत पता तुझे क्या है। मैं इन सब कामों में अपना समय नहीं लगाती सीधा आदमी को खत्म कर देती हुं। कभी भी समय लेकर किसी को मारना नहीं चाहिए अगर मारना है तो तुरंत मार दो।




मेघा: तुझे लगा कि मैं तुझ पर भरोसा करके इतनी दूर तेरे साथ आई हूं उस समय तू कमजोर था। तू कुछ नहीं कर सकता था पर यहां पर आकर गिरगिट अपना रंग जरूर दिखाता मुझे यह पता था। और इसलिए मैं तैयार थी। मैं वहां पर कुछ नहीं कर सकती थी। क्यू की

वहां पर मैं फंस चुकी थी।

पर यहां पर मैं तुम्हें खत्म भी कर दूंगी और किसी को पता भी नहीं चलेगा बहुत अच्छी चाल चली थी तूने पर्स में कामयाब नहीं हो पाया।

मेघा की यह की चालाकी देख वह कुछ भी नहीं बोल पा रहा था। वह बहुत ही अकडू इंसान था मरते वक्त भी उसने उससे मौत की भीख नहीं मांगी थी ।वह इतना खतरनाक था लेकिन उसकी चालाकी मेघा के सामने नहीं चल पाई थी। मेघा ने उसे भी मात दे दिया था।







अब चेक और मैट हो चुका था।




कुछ समय बाद पायल के ऊपर कुछ लोगों ने गोली चलाना शुरु कर दिया था। पायल उन से बचते हुए एक चट्टान के पीछे जाकर छुप गई थी अब उसके पास एक ही गोली बची हुई थी उससे एक ऐसी चाल चल रही थी जिससे से और बात पूरी तरह से उन लोगों को दे सकती थी लेकिन उसे समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करें माथुर वहां पर अपने आदमियों को लेकर पहुंच चुका था उसने आज पायल को मारने की पूरी तरह से कसम खा ली थी यह असल में यह प्लान डैनी ने ही बनाया था उसने माथुर को यहां पर बुला लिया था लेकिन माथुर वहां पर देरी से पहुंचे और इस कारण डैनी की मौत हो चुकी थी माथुर उस लड़की को जाने नहीं देना चाहता था इसलिए वह गोली पर गोली चलाया जा रहा था पायल अब शांति से रह कर उसे सोच रही थी उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करें अचानक में उसने एक प्लान बनाया और उसने देखा माथुर सब के सब से अलग होकर उस पर फायर कर रहा था वह उसके सामने बढ़ता जा रहा था मैं तो यह सोच रहा था कि अब वह खेल जीत चुका है लेकिन तभी पायल ने उस पर एक फायर किया और गोली सीधा उसके माथे पर जाकर लगी वो वहीं पर गिर गया और मौत को सि धार गया था।

ऐसा करना हेमू के आंख में तीर लगने के जैसा था। जिस तरह से उसकी आंख में तीर लगने से एक नए बादशाह अकबर का जन्म हुआ था।

और उसकी सेना उथल-पुथल हो गई थी

उसी तरह से यहां भी कुछ ऐसा देखने को उन्हें मिला था।

इतना देखने के बाद सारे लोगों ने गोली चलाना बंद कर दिया तब मेघा उन लोगों के सामने बंदूक लेकर खड़ी हो गई और उसने कहा कि अगर तुम लोगों ने मुझे मारा तो मैं तुम्हें खत्म कर दूंगी तुम्हारा मालिक तो मर चुका है या तो तुम मेरे सामने मरो या मेरे साथ शामिल हो जाओ उन लोगों ने दूसरा फैसला करना ठीक समझा और उसके सामने अपने गन को नीचे कर लिया।




2 साल बीत चुके थे।

और अब मेघा डैनी के गद्दी पर बैठ चुकी थी। उसने जो हासिल करना था। वह सब उसने हासिल कर लिया था उसके सारे राजपाट काले धंधे काले पैसों का हिसाब अपने नाम कर लिया था। उसके सारे आदमी अब उसके हुकुम के गुलाम हो चुके थे।




उसने जो सोचा था अपने लाइफ में उसने वह सब हासिल कर लिया था।







क्या अंकित मेघा को कभी ढूंढ नहीं पाएगा जानने के लिए पढ़ते रहिए।
















प्रयश्चित