Ek real story in Hindi Horror Stories by Raj Roshan Dash books and stories PDF | एक सच्ची घटना

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एक सच्ची घटना

Here I’m sharing with you the top seven Horror Story in Hindi| bhoot ki kahani 2021. These are the most recent and unique ghost stories in Hindi you will ever read in your life. Please read and enjoy scary horror stories in Hindi thoroughly.




यह एक सच्ची घटना है जो एक व्यक्ति राहुल के साथ 2003 मे घटित हुई है। राहुल फिल्मों मे फोटोग्राफी का काम करता था। उसे दिल्ली मे बने एक किलेअग्रसेन बावली की जानकारी के लिए जाना था।

उसमे एक फिल्म की शूटिंग होनी थी। वह किला आम नागरिकों के लिए शाम 6 बजे बंद हो जाता था। उसके बाद ही उसने उसमें जाने के लिए परमिसन ली।राहुल और उसका असिस्टेंट शाम 7 बजे के बाद वहाँ पहुँचे।

पूरा किला खाली और सुनसान पड़ा था। चमगादड़ो की आवाज ही बस गूंज रही थी।

वो दोनों अंदर घुसकर नीचे उतरने लगे। सीढ़िया उतरते -उतरते उन दोनों को बाहर की आवाज आनी बंद हो गयी थी और अपने पैरों की ही पदचाप सुनाई दे रहे थे।

तभी राहुल को लगा की कोई उसके सामने से गुजर गया। उसे लगा शायद उसका वहम होगा। इसीलिए उसने अपने असिस्टेंट को कुछ नहीं बताया। वो दोनों नीचे पहुंचे और असिस्टेंट ने वहाँ के फोटो खींचने शुरू किये।

तभी उसको लगा सामने कोई परछाई है। वो दूसरी जगह का फोटो लेने लगा तभी उसको एक भूतनी जैसी दिखाई दी।

डर की वजह से उसके हाथ से कैमरा छूटकर नीचे गिर गया और खराब हो गया। उसने यह बात राहुल को बताई। तब उन्होंने जल्दी से फ़ोन मे 2 -4 फोटो लेकर वहाँ से निकलना ही बेहतर समझा।

राहुल फोटो अपने फ़ोन मे लेने लगा तभी उसने देखा कि एक चुड़ैल सीढ़ियों से अपने हाथों के सहारे नीचे उतरकर आ रही है। वो वहीँ जम गया। तब उसके असिस्टेंट ने जल्दी से उसको पकड़कर बाहर की तरफ दौड़ लगाई।

वो दोनों पूरी रात इस घटना की वजह से सो नहीं पाए।

दूसरे दिन राहुल ने यह बात अपने फिल्म की टीम और क्रू को सुनाई। किसी ने इस बात पर भरोसा नहीं किया। जब किसी और फोटोग्राफर को वहाँ भेजा गया तब उसके साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ।

वह जगह तभी से हॉन्टेड मानी जाती है।




एक बार की बात है , जिया और सौरभ जिनकी अभी कुछ दिनों पहले ही शादी हुई थी। उन्होंने वीकेंड पर मुंबई घूमने का प्लान बनाया।

अगस्त का महीना था। बहुत बारिश हो रही थी। वो लोग अपनी कार से निकले थे। बारिश इतनी तेज हो रही थी कि सामने का कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। रात भी हो गयी थी।

उन्होंने रात मे कहीं रुकने का सोचा। उन्हें एक छोटा सा होटल दिखाई दिया। वो लोग उसी मे चले गए। रिसेप्शन पर कमरे की चाबी मिलने के बाद दोनों जब कमरे मे पहुँचे तो उन्होंने नहाने का सोचा।

क्योकि बारिश की वजह से दोनों बुरी तरह से गीले हो गए थे। जब बाथरूम मे देखा तो शॉवर मे और नल दोनों मे ही पानी नहीं आ रहा था। उन्होंने रिसेप्शन पर फ़ोन किया तो वहाँ कोई फ़ोन नहीं उठा रहा था।

तब सौरभ खुद रिसेप्शन पर कहने चला गया। पीछे से अपने आप शॉवर मे पानी आने लगा।

जिया को लगा शायद परेशानी ठीक हो गयी है और वो नहाने चली गयी। नहाते हुए उसके बाथरूम के दरवाजे पर दस्तक हुई। उसे लगा सौरभ है। उसने कहा मै अभी नहा रही हूँ। अभी आती हूँ।

पर दस्तक हुए जा रही थी। जिया को लगा शायद शॉवर की आवाज से सौरभ को सुनाई नहीं दे रहा है।

उसने शॉवर बंद करना चाहा पर वो बंद ही नहीं हो रहा था। उसमे से साफ़ पानी की जगह काला पानी निकलने लगा। जिया को कुछ समझ नहीं आया।

पूरे बाथरूम मे गरम पानी की वजह से दुँधला दुँधला हो गया था। उसने देखा कि वो काला पानी धुँआ बनकर एक आदमी की आकृति मे आ गया। यह देखकर जिया जोर से चिल्लाते हुए भागी और बेहोश हो गयी।

सौरभ वापस आया तो उसने जिया को बेहोश देखा तो उसको पलंग पर लिटाकर वो बाथरूम मे आया तो वहाँ कुछ नहीं था। एक चाकू पड़ा हुआ था ,वह चाकू को उठाकर जैसे ही उठा वैसे ही शीशे मे उसे एक डरावना आदमी दिखाई दिया।