Tum Bin Jiya Jaye na - 1 in Hindi Love Stories by Gulshan Parween books and stories PDF | तुम बिन जिया जाए ना - 1

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तुम बिन जिया जाए ना - 1

हेलो दोस्तों......यह एक ऐसी लव स्टोरी है। जिसमे विराट एक लड़की को जबरदस्ती उठा कर ले आता है, विराट उस लडकी को बहुत ज्यादा पसंद करता है ,ये स्टोरी एक तरफा लव स्टोरी है। लड़की का नाम निशा है जो विराट को बिल्कुल भी पसंद नही करती है, अब देखिए और पढ़िए की इस कहानी में क्या क्या होता है???? क्या निशा विराट को अपना लेगी या उससे बदला लेगी????

जानने के लिए पढ़ते रहिए.........




आज उसे वह खुशी मिलने जा रही थी जिसका उसने वर्षों से इंतजार किया था, वह गाड़ी चलाते हुए मन ही मन मुस्कुराता हुआ अपने घर पहुंचा, जैसे ही दरवाजा खोला लाल जोड़ा चूड़ियां और जेवरात ऐसे ही पड़े हुए थे और कमरे में किसी के सिसकने की आवाजें आ रही थी।

"देखो अब यह पुराने जमाने की रस्मों को छोरो!! बंद करो यह टिपिकल दुल्हन की एक्टिंग और जल्दी से तैयार हो जाओ इतना जरूरी नहीं है यह सब, आंखें सूज जाएगी तुम्हारी और भूतनी लगोगी" वह मुस्कुराए जा रहा था।

" कम ऑन गेट अप" ऐसा लग रहा था जैसे वह किसी बच्ची को समझा रहा हो साथ ही वह अपने साथ लाए हुए फूलों से बेड भी सजा रहा था।

वह जमीन पर बैठी घुटनों पर सर रखें रोए जा रही थी, जैसे वह विराट की बात सुन नहीं पा रही थी या सुनना ही नहीं चाह रही थी।

"तुम्हारी अकल अभी तक ठिकाने नहीं आई!!!

वह अपने होंठ चबाते हुए निशा के बालों को पकड़कर इसे झकझोरते हुए बोला, वह दोनों ही एक दूसरे को गुस्से में घूर रहे थे।

"मार दो मुझे!!! निशाने अपने मुंह से यह बात निकाली तो, विराट जो दिल ही दिल में इस बात से बेफिक्रे था, की निशा उस से शादी करने के लिए रेडी है इस बात से प्रॉब्लम जरूर हुई लेकिन हैरानी नहीं।

"अगर यही ड्रामा करना था तो तुमने मुझसे शादी करने के लिए हां क्यों कहा??इसने इसे सवालिया नजरों से उसकी तरफ देखते हुए कहा।

"तुम्हें क्या लगता है तुम मेरे सर पर पिस्टल रखकर मुझसे शादी कर लोगे और तुम जीत जाओगे, नहीं विराट सक्सेना इतनी जल्दी नहीं क्या समझते हो तुम यह जो तुम मुझे आधी रात को मेरे घर से उठाकर शहर से दूर किसी अकेली जगह पर लाकर सुबह-शाम पिस्टल से डरा धमकाकर मुझसे शादी के लिए राजी कर लोगे, अपने आप को मर्द समझते हो यही है तुम्हारी मर्दानगी और यही है तुम्हारी मोहब्बत, किसी लड़की पर अगर दिल आ जाए तो उसका दिल जीता जाता है, ना कि से तकलीफ देकर इसे तोड़ा जाता है और यह कोई मोहब्बत नहीं है बस हवस है" वह एक ही सांस में बोले जा रही थी।

विराट कुछ बोले बिना खामोशी से सुन रहा था, जैसे निशा की बात खत्म होने का इंतजार कर रहा हो, वह बात खत्म करके रोती हुई सोफे पर बैठ गई और वह सामने आ गया और पॉकेट से पिस्टल निकाल लिया निशा निडर बनकर इसकी तरफ देख रही थी।

"ठीक कहा तुमने मोहब्बत हासिल करने के लिए पिस्टल बीच में लाना कहां की मर्दानगी है" वो अपने पॉकेट से पिस्टल निकलते हुए बोला।

"चलो माना कि पिस्टल से नहीं डरती तुम ठीक है भाई!!! नहीं डराऊंगा आज के बाद" इसने जोर से दरवाजे को लात मारते हुए बोला।

निशा इसकी बातें गौर से सुन रही थी और उसे कोई अंदाजा नहीं था कि वह अगले पल क्या करने वाला है? वह इसके करीब सोफे पर सुकून से बैठ गया, निशा वहां से उठने लगी तभी, विराट ने निशा का हाथ पकड़ लिया और इसके और नजदीक आ गया वह अपना हाथ छुड़ाने की कोशिश करने लगी लेकिन,विराट इसका हाथ मजबूती से पकड़ रखा था।

वह उसके बालों में हाथ फेरते हुए एक डेंजरस सा मुस्कान अपने होठों पर सजाया हुए था,निशा को आने वाले किसी बुरे पल का एहसास होने लगा, इसका दिल जोर-जोर से धड़कने लगा और वह बेतहाशा रोने लगी हाथ जोड़कर उसके सामने गिरगिराने लगी।

"तुम्हें तुम्हारी मां की कसम मेरे साथ ऐसा मत करो मैंने क्या बिगाड़ा है तुम्हारा? क्यों मेरी जिंदगी बर्बाद करना चाह रहे हो" वह बेहोशी की हालत में बोले जा रही थी और वह वहीं बैठा इसे इस तरह देखे जा रहा था।

"मैं तुम्हें अपनी जिंदगी में शामिल करना चाहता हूं इसके अलावा मेरी और कोई मर्जी नहीं है" वह बोलती हुए खड़ा हुआ।

"मुझे सिर्फ तुम से मतलब है मेरा यकीन करो मैं तुम्हें सिर्फ अपनी हमसफर बनाना चाहता हूं" वह उसकी मिन्नते कर रहा था, जैसे कोई बच्चा अपनी बात मनवाने की जिद कर रहा हो।

"मेरा यकीन करो मैं सिर्फ तुम्हारे साथ शादी करना चाहता हूं" इसने निशा की तरफ देखते हुए अपनी बात कही।

"तो यही तुम्हारी नियत साफ है, कभी पिस्टल दिखाकर तो कभी इज्जत की धज्जियां उड़ा कर एक लड़की को कमरे में बंद करके उसके करीब आते हो।

"मैंने कभी तुम्हारी इज्जत पर हाथ नहीं डाला और ना ही ऐसी घटिया हरकत कर सकता हूं" उसने निशा की बात बीच में काट कर अपनी सफाई दी।

"बहुत ही घटिया किस्म के आदमी हो तुम जो किसी कमजोर लड़की का फायदा उठा रहे हो" निशा चिढ़ते हुए बोली।

"भगवान की कसम मैं तुमसे बहुत ज्यादा प्यार करता हूं, प्लीज मेरी फिलिंग को समझो निशा....... मेरे पास तुम्हारे साथ जबरदस्ती करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा था, मैं तुम्हारे प्यार में बिल्कुल अंधा हो चुका हूं, मैं खुद को भुला चुका हूं कि मैं कौन हूं, मेरा खानदान, मेरी पहचान, मेरा घर, मैं हर वह कोशिश कर रहा हूं जिससे मुझे सिर्फ तुम मिल जाओ" वह जैसे जैसे अपने प्यार का इजहार कर रहा था निशा के मन का गुस्साऔर भी तेज हो रहा था।

लेकिन, "तुम मुझे पसंद नहीं हो" निशान इनकार करते हुए बोल दिया।

"एक बार मेरा साथ अपना लो प्यार होने में देर नहीं लगती और मुझे पूरा यकीन है कि तुम्हें भी मुझसे प्यार हो ही जाएगा" यकीन दिलाते हुए विराट ने कहा।

दोनों की लगातार बातचीत चल ही रही थी कि अचानक विराट के फोन की घंटी बजी....... "हेलो"!! विराट ने कॉल रिसीव करते हुए बोला।

"कहां हो यार तुम मैं कब से घर के बाहर वेट कर रहा हूं, पंडित जी को और भी शादी करवाने जाना है" दूसरी तरफ से साहिल की आवाज आई।

"हां यार मैं कॉल करने ही वाला था तुम्हें" फोन पर बात करते हुए विराट कमरे से बाहर निकल आया।

निशा एकदम से धड़ाम से जमीन पर बैठ गई। ऐसा लग रहा था जैसे वह काफी ज्यादा थकी हो।वह बहुत जोर जोर से रोने लगी और इस लाल जोड़े और जेवरात और फूलों से सजी सेज को उदासी के साथ देखने लगी वह मन ही मन यह सोचने लगी कि, इतने दिन से गायब रहने पर मम्मी का क्या हाल हुआ होगा क्या मम्मी को मालूम होगा भी या नहीं? वह लोग इसे ढूंढने क्यों नहीं पहुंचे? वह उदासी से पूरे घर को देखे जा रही थी और अपने घर वालों को याद करती जा रही थी कि,तभी उसकी नजर बेड पर पड़े पिस्टल पर पड़ी!!!!

"यार मुझे लग रहा है कि मैं उसके साथ गलत कर रहा हूं, वह मुझसे प्यार नहीं करती है उसकी बातों से तो लग रहा है कि वह मुझसे नफरत करती है" विराट अपने बेस्ट फ्रेंड साहिल को सारी बातें बता रहा था।

शादी कराने आए पंडित को यह कहकर टाल दिया कि दुल्हन की तबीयत अभी ठीक नहीं है। कुछ दिनों के बाद जब दुल्हन पूरी तरह ठीक हो जाएगी तब उसे फिर से बुला लिया जाएगा।

"तुम्हें परेशान होने की जरूरत नहीं है और जिसके पास कुछ नहीं भी होता है, तो वो लोग भी झूठ बोलकर लड़की पटा लेते हैं और तुम तो एक रईस घर के हो, वेल एजुकेटेड हो" वह अपनी राय दे रहा था।

"लेकिन मैं नहीं चाहता कि वह मेरी शान शौकत और मेरी एजुकेशन से प्यार करें, मैं सिर्फ इतना चाहता हूं कि वह सिर्फ मुझसे प्यार करे, मेरी पहचान मेरे बैंक बैलेंस से नहीं है और अगर मैं उसके सामने अपने अमीर होने की बात रख भी दूं, तो मुझे नहीं लगता कि वह लड़की मेरी अमीरी को देखकर मुझे अपना लेगी शायद वह भी किसी अमीर खानदान से है, मेरी इस हरकत से वह मुझे और भी आवारा और लोफर किस्म का इंसान समझने लगेगी" वह थोड़ा टेंशन लेते हुए कहे जा रहा था।

"यार परेशान मत हो मेरी बात मानो तो अभी पंडित को बुलाकर जबरदस्ती शादी कर लो, बाद में इसके पास तुम्हे अपनाने के अलावा और कोई ऑप्शन ही नहीं रहेगा"साहिल ने कहा।

"मुझे इस लड़की को इस तरह किडनैप नहीं करना चाहिए था पता नहीं इसके घर वाले किस हाल में होंगे" विराट ने कुछ देर चुप रहते हुए पछतावा होने का एहसास किया!!!!




क्या??? विराट निशा से जबरदस्ती शादी कर लेगा या उसे अपने घर जाने देगा!!!!!!...............

जानने के लिए पढ़िए अगली भाग में......

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