पेशेंस एक गुण है, खूबी है, जो एक शिकारी को जरूरत होती है, और वोह उसके पास भरपूर थी। वोह उसमे बहुत अच्छा था जिसमे उसे एक नाम, एक खिताब जीता था, 'द हंटर'। उसकी चतुराई और फुर्तिलेपन के आगे उसका शिकार कहीं भी टिक नही पाता था। इससे पहले की उसके शिकार को कुछ समझ आए की उसके साथ क्या हुआ, उसका काम तो अक्सर खत्म भी हो चुका होता था।
एक आलीशान मैंशन के बाहर एक पेड़ की छाया के नीचे वोह खड़ा था। उसके डिस्ट्रैक्शन से कुछ देर पहले तक, उसे यही लग रहा था की वोह अब किसी भी पल अंदर जा कर अपना काम खत्म कर वापिस आ जायेगा।
औरतें और बच्चे कभी भी उसके शिकार का हिस्सा नहीं होते थे। यह उसकी अपने नियम थे, पर पहली बार उसने अपना ही बनाया हुआ नियम तोड़ा था। यही पहली और आखरी बार था, और यह इसलिए था क्योंकि इस्सीवो अपने शिकार के नज़दीक पहुंच सकता था। वोह शिकार जिसके पीछे वोह सालों से था।
उसकी स्टॉपवॉच में काउंटडाउन स्टार्ट हो गया जैसे ही वोह पेड़ की छाया से निकल कर पार्क करी हुई गाड़ियों के बीच से निकलने लगा। वोह किसी इवेंट के लिए तैयार हुआ था। वोह जानबूझ कर चल रहा था, उसका डार्क सूट उसके ब्रॉड शोल्डर्स पर फिट बैठ रहा था।
वोह आदमी जो ब्लैक ड्रेस में था और एंट्रेंस गेट पर दूसरे कई सरेऔर आदमियों के साथ खड़ा था, वोह उसे कुछ संदेहजनक नज़रों से देख रहा था क्योंकि वोह लंबा चौड़ा अपने बड़े और लंबे कदमों से एंट्रेंस की तरफ ही बढ़ रहा था।
उसने उसकी तरफ एक झूठी मुस्कुराहट से देखा जब उसके पॉकेट में रखी स्टॉपवॉच में बज़ का साउंड बजने लगा।
एक तेज़ धमाके ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा सिवाए इसके। एक बहुत बड़े धमाके से ज़मीन में भी गूंज उठने लगी। अगले ही पल वोह आलीशान और खूबसूरत मैंशन आग की लपटों में जलने लगी और दूर से काले धुएं सी दिखने लगी।
"शो टाइम!" उसने अपने में बड़बड़ाते हुए कहा और एंट्रेंस के पास खड़े उन आदमियों को एक बैज दिखाया जिसे वोह सभी आदमी पहचानते थे। पर इस वक्त उस धमाके से इतने डिस्ट्रेक्टेड थे की उस बैज की प्रमाणता नही चैक चैक किए क्योंकि वोह मैंशन से उठती तेज़ आग की लपटों और काले धुएं को आसमान में जाते देखने में ही लगे हुए थे।
वोह आदमी बैज दिखाने के बाद एंट्रेंस से अंदर आया और मेन गेट के पास खड़ा हो गया और फिर अगले ही पल उसने अपना नाईट विजन का चश्मा निकाला और मैंशन में अंदर घुस गया। पूरा मैंशन कई सारे लोगों से भरा हुआ था, और वोह आदमी सीढियां चढ़ते हुए ऊपर की ओर जाने लगा। घर का चप्पा चप्पा उसे पता था, और वोह जनता था की उसे उसका शिकार उसे कहां मिलेगा।
नर्मदा सेनानी
उसने कभी नही सोचा था की वोह उसे अपनी पूरी जिंदगी में कभी दुबारा देख पाएगा।
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नर्मदा एक धीरे मगर करकर्ष भरी आदमी की आवाज़ सुन कर जाग उठी। उसके पूरे शरीर में दर्द हो रहा था, जबकि वोह एक बहुत सॉफ्ट बैड पर सोई हुई थी। उसने अपनी आंखें खोली, उस कमरे में हल्की रोशनी थी और वोह कमरा उसके लिए जाना पहचाना नहीं था। जब उसकी आंखें उस कमरे की रोशनी के साथ एडजस्ट हो गई तोह उसने महसूस किया की वोह सच में किसी अनजान जगह पर है।
क्योंकि वोह साइड करवट लिए सो रही थी इसलिए उसका हैवी ईयरिंग उसके गाल में दब गया और वहां एक निशान छोड़ गया।
वोह कहां थी?
आखरी का उसे जो याद था वो यह था की वोह तैयार हो रही थी एक शादी के लिए—एक झूठे दोस्त की झूठी शादी के लिए। यह उसका उसके परिवार से भागने का प्लान था। उसने अपने जबड़े कस दिए और अपने परिवार को कोसने लगी जो उसे जबरदस्ती उसकी शादी करवाने का सोच रहे थे।
वोह एक झगड़े के सौदे से भी बहुत बढ़ कर था।
वोह अपने परिवार की बात नही मानने वाली थी और उसे शादी नही करती जिसे भी उन्होंने उसके लिए चूस किया था। उसने पहले भी अपने परिवार से भागने की कोशिश की थी। पर उसके हाथ निराशा लगी, जब उसे वापिस पकड़ कर घसीट ले थे, और उसे कुछ समारोह में बिठाने के लिए ड्रग का इंजेक्शन लगा दिया था ताकी वोह सबको एक शर्मीली होने वाली दुल्हन नज़र आए। लक्किली उसकी शादी खुद ही टूट गई थी।
वोह जानती थी की उसकी यह शादी टूटी है तो उसके घरवाले उसे दूसरी शादी के लिए फोर्स करेंगे तोह उसने घर से भागने का प्लान बनाया था एक फेक शादी ने जा कर जहां के लिए वोह तैयार हो रही थी, जो ज्वैलरी वोह शादी में जाने के नाम पर पहन रही थी उसी को लेकर वोह भागने वाली थी।
नर्मदा बैड पर लेटी हुई थी, एक इंच भी हिला नही थी और यह याद करने की कोशिश कर रही थी की वोह इस वक्त कहां है पर उसे कुछ समझ नही आया इस अनजान जगह के बारे में और आसपास भी कोई नही था। उसने एक गहरी सांस ली और सीधे हो कर लेटने की कोशिश करने लगी पर नही हो पाई।
एक सरसरी उसके शरीर में दौड़ गई जब उसे यह रियलाइज हुआ की उसके दोनो हाथ ऊपर की ओर बिस्तर के मैटल से बने सिरहाने से बंधे हुए थे। उसका दिल घबराहट में जोरों से धड़क उठा और उसका दिमाग एक अनजाने डर से तेज़ी से दौड़ने लगा।
तुरंत उसके दिमाग में कुछ स्ट्राइक किया, और उसने अपने पैर ऊपर अपने पेट की ओर खींचने चाहे पर तब ही उसने यह महसूस किया की उसके पैर भी बंधे हुए हैं। उसका दिल बहुत ही तेज़ धड़क रहा था, पर उसे दुबारा किसी आदमी की आवाज़ सुनाई नही दी जिसकी आवाज़ सुन कर वोह उठी थी। उसने महसूस किया की डर ने उसके पूरे शरीर पर पकड़ बना ली है जैसे ही उसने धीरे से अपने शरीर को पलटने की कोशिश की। अपने हाथों पर रस्सी की मजबूत पकड़ बनाते हुए वोह कमरे में चारों ओर देखने लगी।
कमरा बहुत ही ज्यादा आलीशान लग रहा था जिसमे सिल्क के परदे टांगे हुए थे और एंटीक फर्नीचर रखा हुआ था। पर वोह इस जगह पर पहले कभी नही आई थी। उसका शरीर कांपने लगा इस एहसास से की उसे किडनैप कर लिया गया है। एक तेज़ धमाका उठा था मैंशन के बाहर और फिर सब जलने लगा था, उसे बस इतना ही याद था। किसी ने लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ही यह किया था और उसे किडनैप कर लिया था।
पर क्यूं? फिरौती के लिए?
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कहानी अभी जारी है...
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