एपिसोड 10 ( माया की मौत )
सीन 1
डॉक्टर के हाथ में माया की रिपोर्ट्स थी | डॉक्टर ने माया की तरफ देखा | ओर बोले
डॉक्टर : मिस माया , वैसे तो आपकी रिपोर्ट्स मैं सब ठीक है | बीएस एक दिक्कत है , आपकी प्रेग्नेंन्सी थोड़ी कम्पलीकेटड है | तो आपको आपना बहुत ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है |
माया ने वार्ड के बहार देखा , जहाँ वो गुंडे खड़े थे | ओर कुछ सोच कर डॉक्टर से बोली |
माया : आप बहार जाकर इनसे कह दो की ज़हर निकलने के लिए , ओपेरेअतिओन की जरूरत है |
डॉक्टर : क्या , पर मैं ऐसा कैसे कह सकता हूँ , ज़हर तो एंटीडोड देकर ही निकल जाता है , नॉर्मली तो |
माया : आप चिंता मत करिए | इन लोगों को इतनी नोलेज नही है | ( गुस्से में ) अगर होती , तो ऐसा काम नही कर रहे होते |
फिर माया ने डॉक्टर के साथ प्लैन डिस्कस किया | थोड़ी डियर बाद डॉक्टर माया को लेकर ऑपरेशन थ्रेअटर चले गये | जैसा माया ने सोचा था , उन गुंडों में से किसी ने भी डॉक्टर से कुछ भी नही पूछा | ऑपरेशन थ्रेअटर में डॉक्टर माया से बोले |
डॉक्टर : मिस माया , आप एक बार फिर से सोच लीजिये | आप सच में ये करना चाहती है ?
माया : ( कुछ सोचते हुए ) हाँ डॉक्टर | मेरे पास ओर कोई तरीका नहीं है |
डॉक्टर : पर आपको पता है न ? की इसमें कितना रिस्क है ? आपकी जान भी .....( फिर गहरी साँस लेते हुए ) ओर उपर से आप माँ भी बनने वाली हैं | आपके बच्चे को भी खतरा हो सकता है |
माया : ( निडर होते हुए ) ये मेरा बच्चा है डॉक्टर | इसे कुछ नही होगा | आप काम शुरू कीजिये |
डॉक्टर को पता था , की माया अब किसी की भी बात नहीं सुनेगी | ओर अभी उसके पास कोई ओर चॉइस भी नही थी |
सीन 2
शौर्य ओर राजीव दोनों हॉस्पिटल पहुंच चुके थे | शौर्य ने उस नम्बर पर कॉल किया , जिससे उसे कॉल्स आ रहे थे |
शौर्य : मैं हॉस्पिटल हुन्छ चूका हूँ | तुम लोग कहाँ हो ?
गुंडे : ओ .... तो आखिर ,, आशिक अपनी आशिका को लेने ... नहीं मेरा मतलब .. बचाने आ ही गया | हा हा हा हा |
शौर्य को पता था , की वो उसे परेशान करना चाहते है | पर वो बहुत कालम था | उसे पता था , की वो लोग उसे प्रोवोक करने की कोशिश कर रहे है | वो बड़े आराम से बोला |
शौर्य : कहाँ आना है ?
फिर उसने थोड़ी डियर बाद फ़ोन काट दिया | उन गुंडों ने शौर्य हॉस्पिटल की पार्किग में बुलाया था | जब शौर्य ओर राजीव दोनों वहां पहुंचे .... तो उन्हें वहां कोई नही दिखाई दे रहा था | राजीव बोला |
राजीव : ये क्या बात हुई | हमे यहाँ बुला कर ,, खुद तो आये ही नही है |
फिर शौर्य ने आपने आसपास ध्यान से देखा , कुछ ही डियर में उसे कुछ लोग वहां आते हुए नज़र आये | उसने बड़े ध्यान से उन लोगों को देखा , शौर्य को तो कन्फर्म करने की भी जरूरत नहीं थी , उन लोगों को देख कर ही वो समझ गया की , वाही लोग हैं | एक गुंडा आगे आकर बोला |
गुंडा 1 : तो तुम आ ही गये | हा हा हा हा |
राजीव : ( गुस्से में ) माया कहाँ है |
गुंडा 1 :अरे अरे , ये क्या | पति से ज्यादा , पति के दोस्त को उस लडकी की इतनी चिंता | कहीं .......
उस गुंडे की बात सुन ,,, ओर जिस तरीके से वो बोल रहा था ,,, शौर्य को गुस्सा आ रहा था , पर वो शांत रहा | ओर आराम से बोला |
शौर्य : माया कहाँ है ?
गुंडा 2 : अरे तुम चिंता क्यूँ कर रहे हो ? वो ठीक है | हमने वादे के मुताबिक तेरी बीवी का बहुत ख्याल रखा है | हा हा हा हा |
राजीव : देखो जैसा तुमने कहा था ,,, हमने किया | तुम्हारे साथी यहाँ पहुंचने ही वाले होंगे | माया कहाँ है ?
गुंडा 1 : अरे चिंता क्यूँ कर रहे हो ? हमे हमारे साथी मिल जायेंगे | ओर तुम्हारी बीवी |
जब वो ये सब कह रहा था , तभी उसका एक साथी ,,, हॉस्पिटल से भागता हुआ उनके पास आया .... ओर ज़ोर से बोला ,,,
गुंडा 3 : अरे बॉस वो लडकी तो टपक गई .....
उस आदमी की बात सुन ,, वहां एकदम शांति हो गई | शौर्य तो मनो साँस लेना ही भूल गया हो | ताभोई शौर्य ने कुछ नोटिस किया | उस आदमी ने उसकी तरफ देखकर किसी को बॉस कहा | शौर्य ने आपने पीछे देखा ... ओर शॉक रह गया |
आखिर शौर्य ने क्या देखा था ... जिससे वो शॉक हो गये ? क्या माया की सच में मौत हो गई थी ? इन सभी सवालों के जवाब जनन्ने के लिए ,,, मेरे साथ बने रहिये .. ओर पढ़िए unsolved case .