एपिसोड 9 (माया ओर शौर्य की चाल )
सीन 1
शौर्य ने उन आतंकियों को सिटी हॉस्पिटल , बुला लिया | राजीव सोच ही रहा था , की शौर्य ऐसा क्यूँ कर रहा है | पर उसे शौर्य पर पूरा भरोसा था | की वो देश के साथ कुछ बुरा नहीं होने देगा | कुछ ही डियर मैं , शौर्य और राजीव , दोनों सिटी हॉस्पिटल पहुंच गये | पहले राजीव कार से उतरा | और आपना चश्मा यत्र , फिर हॉस्पिटल की तरफ देखा | ओर वाही दूसरी तरफ , दूसरी तरफ से शौर्य निकला , और उसने भी अपना चश्मा उतरा | दोनों ने एक दुसरे की तरफ देखा | और एक साथ , अपने सूट का बटन बंद किया | दोनों को देख कर ऐसा लग रहा था , मनो वो किसी का कत्ल करने आये हो | शौर्य की तरफ कोई भी ध्यान से देखता , तो वो तो मनो अपनी मरने की कामना करता | उनके आसपास के लोग , शौर्य और राजीव को मनो ऐसे घूर रहे थे , ओर उनके बारे मैं बातें कर रहे थे , मानों वो दोनों क़लिएन्न हों |
इन्सान 1 : अरे अरे कौन हैं ये दोनों |
इन्सान 2 : पतनी , पहले तो कभी नहीं देखा इनको य्ताहन पर |
लड़कियां तो शौर्य और राजीव को देख , मानो खो ही गई थी |
लडकी 1 : ओ माई गॉड , ये कितना हैण्डसम हैं | ऐसा लग रहा है , की खुद भगवन आसमान से उतर कर मेरे सामने खड़े हैं |
लडकी 2 : यार , कोई इतना सुंदर कैसा हो सकता है | ये तो चीटिंग है |
राजीव और शौर्य ने एक दुसरे की तरफ देखा , शौर्य को पता था , की लोग क्या बातें कर रहे है , पर अब उसे आदत हो चुकी थी | वो जहाँ भी जाता था , उस ऐसी ही चीजें कहते थे | पर शौर्य को इन सब बैटन से कोई फरक नहीं पड़ता | फिर वो दोनों हॉस्पिटल की रफ बढ़ गये | राजीव बोला |
राजीव : हम यहाँ आ तो गये हैं | पर कुछ सोचा है ? की क्या करना है ?
राजीव की बात सुन , शौर्य के फेस पर एक डेविल स्माइल आ गई | जिससे राजीव समझ गया | की शौर्य ने कुछ सोच रखा है | फिर राजीव बोला |
राजीव : तो तुमने पहले से ही सब सोच रखा है |
और ये कहते ही , दोनों बड़े आराम से हॉस्पिटल के अंदर चले गये |
सीन 2
दूसरी तरफ माया बेहोश होने का नत्रक कर रही थी | अभी तक माया का पीट दर्द ओर ज्यादा बढ़ चूका था | उसने अपने पीट को कास कर पकड़ा हुआ था | माया का मन कर रहा था , की वो ज़ोर से चुखे | पर अगर वो ऐसा करती , वो पकड़ी जाती | वो बस एक ही बात सोच रही थी |
माया : ( सोचते हुए ) हे भगवन ! मेरे बच्चे को कुछ नही होना चाहिए | प्लीज़ |
माया की आँखें लाल हो चुकी थी | ओर उसकी बॉडी अब काम्पना शुरू हो चुकि थी | पर फिर भी वो कोशिश कर रही थी , की किसी को भी उसकी एक्टिंग के बारे मैं , पता न चले |
थोड़ी ही डियर मैं माया को लेकर वो गुंडे सिटी हॉस्पिटल पहुंच गये | माया की तरफ देखकर कोई भी इस वक्त ये कह सकता था , की उसकी हालत बहुत खराब हो चुकी है | जल्दी से उन मैं से एक गुंडे ने डॉक्टर को बुलाया |
गुंडा 1 : ऐ डाक्टर , इस छोकरी को देख | शायद सांप ने काटा है इसे | कहीं मर वर न जाए |
डॉक्टर ने माया की तरफ देखा | माया का चेहरा पिला पद चूका था | डॉक्टर को वैसे तो माया की बॉडी पर कोई भी सांप के काटने का निशान नहीं मिल रहा था | ओर वो उन गिनडो से बहुत डर भी गया था | तो उसने उन्हें कुछ नही कहा | ओर माया को वहां से ले गया |
जैसे ही डॉक्टर माया का चेक अप करने लगा | माया डॉक्टर से बोली
|
माया : डॉक्टर मेरे पीट में बहुत दर्द हो रहा है | प्लीज़ मेरे , मेरे बच्चे को बचा लीजिये |
डॉक्टर माया की बात सुन हैरान हो गया | वो माया से बोला |
डॉक्टर : पर बहन जो लोग हैं , उन्होंने ने तो कहा की आपको सांप ने काटा है |
माया : नहीं , मैं बस नाटक कर रही थी |
फिर माया ने डॉक्टर को साड़ी बात बताई | माया की बात सुन , डॉक्टर को माया पर बहुत दया आई | ओर माया की हेल्प करने के लिए तयार हो गया |माया ने डॉक्टर की मद्दत से हॉस्पिटल से भागने की पूरी प्लानिंग कर ली थी | डॉक्टर जब माया की रिपोर्ट्स पढ़ रहा था , तो उसे देख माया की हालत खराब हो रही थी | वो बेसब्री से डॉक्टर से बोली |
माया : डॉक्टर , सब ठीक है न | मेरे बच्चा तो ठीक है न | उसे कुछ नही हुआ है | हैना ?
डॉक्टर ने माया की तरफ देख | जिसे देखकर कोई भी कह सकता था , की वो कभी वो टूट सकती है | पर उसके बावजूद भी मय बहुत स्ट्रोंग लग रही थी | डॉक्टर मन ही मन सोचने लगा |
डॉक्टर : आखिर है को ये लडकी | इसके साथ इतना कुछ हो गया | फिर भी उसे देख कर कोई ये नहीं कह सकता | की इसका हौंसला जरा सा भी डगमगाया है |
फिर डॉक्टर ने माया की रिपोर्ट्स की तरफ देखा | जिसे देख , वो शॉक रह गया | वो कभी माया की तरफ देखता | तो कभी रिपोर्ट्स की तरफ | उसे समझ नहीं आ रहा था | की वो माया से क्या खे |
आखिर क्या था , उन रिपोर्ट्स मैं ? ओर क्या शौर्य टाइम से माया की बचा पायेगा ? क्या माया आपने बच्चे को बचा पायेगी ?
इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए बने रहिये मेरे साथ | ओर पढ़िए unsolved case |