इधर विवान अपनी कार में बैठकर घर जा रहा था, यश और कुणाल उसके पिछे थे,,
अवनी भी उसी रास्ते से आ रही थी, सिर में चोट लगने के कारण उसके सिर में दर्द हो रहा था , उसकी आंखों के सामने धुंधलापन छाने लगता है और बाइक अनबेलेंस होकर रोड के साइड में गिर जाती हैं,,, उसके गिरते ही आसपास के लोग भागकर अवनी के पास आते हैं,,,
विवान पास से ही गुजर रहा था लोगो की भीड़ देख वह अपनी कार रोकता है और भागकर उस ओर आता है, उसकी नजर सामने गिरी लड़की पर पडती है जिसके चहरे पर नकाब था, यश और कुणाल भी विवान के पीछे आते हैं, वह गाड़ी रोक कर अभिमान के पीछे पीछे जाते हैं, उसके पास खड़े चार पांच आदमी एम्बुलेंस को कॉल लगा रहे थे, लेकिन कोई उसके पास नही गया, विवान उस लड़की के पास आता है और उसका सिर अपनी गोद में रखकर पहले उसके चहरे का नकाब हटाता है तो उसकी आंखे हैरानी से फैल जाती हैं, उसकी गोद में अवनी बेसुध पड़ी थी
अवनी....... विवान के बोलते ही यश और कुणाल भागकर उसके पास आते हैं,,,,
अवनी यहां... क्या हुआ है इसे... और इसके चहरे पर यह नकाब... यश अवनी को देखते हुए बोला,,,
विवान= पता नहीं लेकिन अभी इसे हॉस्पिटल लेकर जाना होगा,,
कुछ देर में वहां एंबुलेंस आती है यश अवनी के साथ हॉस्पिटल जाता है, विवान और कुणाल अपनी अपनी कार लेकर उनके पीछे आते है,,,
कुछ देर में सब हॉस्पिटल पहुंचते हैं, अवनी को अंदर ले जाया जाता है, तीनों बाहर ही बैठे थे,
यश= आई थिंक काव्या भाभी को फोन करना चाहिए हमें ,,
विवान= नहीं यश रहने दे अभी सब परेशान होंगे और हम है ना यहां, कुछ नहीं होगा उसे
थोड़ी देर में डॉक्टर बाहर आता है, वह विवान के पास आकर बोला= मिस्टर विवान घबराने की कोई बात नहीं है वह बिल्कुल ठीक है शायद किसी ने उनके सिर पर चोट मारी है यह एक्सीडेंट का केस तो नहीं लग रहा फिर भी हो सकता है गिरने से किसी पत्थर से चोट लग जाए,,,
कहकर डॉक्टर वहां से निकल जाता है,,,,
किसी ने चोट मारी पर किसने उसकी दुश्मनी किससे है यह लड़की अब मिस्ट्री बनती जा रही है... विवान बोला,,,
मैं अवनी के पास जाता हूं तु यही रहना
यश और कुणाल अवनी के पास चले जाते हैं अंदर,,
विवान वही चेयर पर बैठ कर सोचना लगता है,,, मुझे ऐसा क्यों लगता है कि यह लड़की कुछ छुपा रही है मुझे इसके बारे में सब कुछ पता करना होगा,,,,
यस अवनी के पास आकर उसके पास बैठता है,,
तुम्हारा एक्सीडेंट कैसे हुआ अवनी.... और चेहरा क्यों बांध रखा था कुछ छुपा रही हो तुम हमसे....
कुछ नहीं, घर आ रही थी तो बाइक अनबैलेंस होकर गिर गई, वैसे थैंक्यू मुझे हॉस्पिटल लाने के लिए, लेकिन प्लीज काव्या को मत बताना
नही बताएंगे और डॉक्टर से बात हो गई है उन्होंने कहा है तुम घर जा सकती हो....कुणाल बोला
अवनी= तुम दोनों कहा जा रहे थे
हम दोनों नहीं तीन है विवान भाई भी है हमारे साथ, बाहर बैठे हैं अभी
विवान यहां....
हा उन्होंने हो देखा था पहले तुम्हे.... यश ने कहा,,,,
यश डिस्चार्ज पेपर लेने चला जाता है, कुणाल अवनी को लेकर बाहर आता है,,,,
सामने विवान दूसरी तरफ मुंह करके खड़ा था,,
कुणाल= भाई आप अवनी को छोड़कर आ सकते हैं प्लीज... वो ताऊजी का कॉल आया था अभी घर बुलाया है उन्होंने
मैं... मैं क्यों आई मीन यश छोड़ देगा ना.... विवान एक नजर अवनी को देखते हुए बोला,,,
कोई जरूरत नहीं है मिस्टर विवान... मैं खुद चली जाऊंगी
यश, विवान के पास आकर धीरे से= विवान गलती तुम्हारी थी, याद है ना किस तरीके से बात की थी तुमने भाभी के घर पर अवनी से, अगर सबको पता चला तो अवनी की हालत का जिम्मेदार सब तुम्हे ही बताएंगे
विवान मन ही मन= यश सही कह रहा है... मैं ही चला जाता हूं इसके साथ शायद इससे ही इसके बारे मे जानने को कुछ मिल जाए
अवनी अवनी की तरफ देखकर= ओके...चलो मैं तुम्हें घर ड्रॉप कर देता हूं
कोई जरूरत नहीं मैं चली जाऊंगी
ठीक है मैं काव्या को कॉल कर देता हूं, वो तुम्हे ले जायेगी.... विवान ने फोन निकला तो अवनी उसे घुरकर बोली= रहने दो उसे बताने की कोई जरूरत नहीं, मैं चल रही हू तुम्हारे साथ,,,,
यश और कुणाल अपनी कार लेकर घर निकल जाते हैं और अवनी विवान के साथ जाती है,,
विवान चुपचाप कार चला रहा था अवनी भी खिड़की से बाहर की ओर देख रही थी,,,
तुम ऐसी क्यों हो.... विवान खोमोशी तोड़ते हुए बोला,,,
कैसी...? कहना क्या चाहते हो तुम....,,
मतलब हमेशा गुस्से में रहती हो
वह तो आप भी रहते हैं
मैं गुस्से में.. नेवर... विवान मुस्करा कर बोला,,,
और यही में कहूं तो,,,,,
उसका मूड देख विवान चुप हो गया,,,
मुझे आपसे कुछ बात करनी है... कुछ देर बाद अवनी बोली,,,
आपसे.... आई मीन तुम्हे मुझसे बात करनी है सीरियसली....
हां मिस्टर विवान तुमसे ही यदि तुम चाहो तो मैं कुछ बोलूं
या या श्योर... कहो
विवान मन ही मन सोच रहा था कि अपनी अपनी सारी गलतीयो के लिए उसे सॉरी बोलेगी, वह खुश हो रहा था,,
जल्दी बोलो मिस खडूस में भी तुमसे यही सुनना चाहता हूं,,,
मुझे आपकी हेल्प चाहिए थी
अपनी उम्मीद के विपरीत जवाब पाकर विवान का मुंह लटक गया,,,
सच मैं मिस अवनी को मेरी मदद चाहिए इंट्रेस्टिंग
प्लीज विवान आई एम सीरियस...
हां तो सुन रहा हूं ना कहो,,,,,
तुम नित्..... विवान कार रोक देता है तो अवनी चुप हो जाती हैं,उसका घर आ गया था,,,
अब कुछ कहोगी या यूं ही घूरती रहोगी
कुछ नहीं..... अवनी कार से नीचे उतरने लगती है लेकिन उसकी तबीयत ठीक नहीं थी वह अच्छे से चल नहीं पा रही थी तो विवान उसके पास आता है,,,
चलो मैं छोड़ देता हूं तुम्हें
नहीं मैं चली जाऊंगी
विवान अवनी को हाथ पकड़ लेता है और दरवाजे की तरफ बड़ जाता है, अवनी की नजरे विवान पर थी, बहुत कुछ चल रहा था इसके दिमाग में,,,,
अवनी की नजरे खुद पर महसूस कर विवान बोला = जंगली बिल्ली की तरह घूर क्यों रही हो......
मैं जंगली बिल्ली तो तुम भी जंगली भेड़िए से कम नहीं हो
जंगली भेड़िया... तुम अपनी लिमिट क्रॉस कर रही हो
बोल तो ऐसे रहे हो जेसे खुद तो लिमिट में ही रहते हो.....खडूस पता नहीं क्या समझता है खुद को
क्या कहा तुमने मैं खडूस हूं मुझसे डबल खड़ूस और जिद्दी हो तुम..... विवान बोला, ,, अवनी उसे घुरकर चुप हो गई,,,
विवान अवनी को अंदर छोड़ता है,,,
मैं काव्या को कॉल कर देता हूं शायद घर में कोई नहीं है
नहीं मैं खुद अपना ध्यान रख सकती हूं तुम अब जाओ, अभी 2 बज रहे हैं घर पर सब परेशान होंगे
अवनी वहां से उठकर अंदर जाने लगती हैं विवान भी दरवाजे की तरफ़ जा रहा था अचानक अवनी के सिर में बहुत तेज दर्द होता है वह वही गिर जाती हैं विवान अवनी के गिरने की आवाज़ सुनकर दौड़कर उसके पास आता है
विवान- अवनी उठो... अवनी क्या हुआ उठो प्लीज़... विवान घबरा जाता हैं और अवनी को उठाकर उसे रूम में लेजाकर बेड पर लेटा देता है,,,,, विवान फ़ोन निकालकर काव्या को फोन लगाने ही वाला होता है लेकीन वो वापस फोन रखकर- मै क्या कहूंगा काव्या भाभी से उन्होने मुझसे पूछा तो कि मैं यहां क्या कर रहा हूं नहीं नहीं.... मै उन्हें नहीं बता सकता... यश, कुणाल को कॉल करता हूं लेकिन अभी वो घर पहुंचे होंगे...... विवान सोचकर वही अवनी के पास बैठ जाता हैं
विवान- कितनी जिद्दी लड़की है कितने दिनों से इसकी हालत खराब है उस दिन यश इसे छोड़ने आया था और फ़िर भी अकेली रहती है पता नहीं इसने अपने घर वालों को भी बताया है या नहीं......
विवान अवनी के पास आकर उसके सिर पर हाथ रखता है उसे बहुत तेज बुखार था विवान कुछ सोचकर गर्म पानी और पट्टी लेकर आता है और अवनी के सिर पर लगाता है वो वही अवनी के पास बैठ जाता हैं,,,, अवनी के पास राहुल का कॉल आता है विवान ये सोचकर कि किसी फेमिली मेंबर का होगा फोन उठा लेता है, विवान कुछ नहीं बोलता है
राहुल- मेम अभी भी उन लोगों ने कुछ नहीं बताया.... लेकीन वो जल्द बता देंगे... और आपको ज्यादा चोट तो नहीं लगीं ना..... विवान का कोई जवाब नहीं पाकर,राहुल फिर से- मेम आप ठीक तो हैं ना.....
विवान को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या कहे और फ़ोन काट देता तभी रवि का फ़ोन आता है।
रवि- मेम मैने बच्चो को आश्रम छोड़ दिया और वो सेफ है किसी को पता भी नहीं लगा...
विवान कुछ बोलता उससे पहले ही रवि फोन काट लेता है
विवान, उन दोनों की बात सुनकर अवनी की तरफ देखकर- ये सब क्या हो रहा है कौन है ये लड़की...? और यहां क्या कर रही है ये दोनों इसे मेम क्यो बोल रहे थे....? कुछ तो राज है जो ये छुपा रही है पर क्यो...? मुझे जल्द ही इसके बारे में पता लगाना होगा... लेकीन इसकी तबियत...
विवान अवनी का फिवर चेक करता है अब उसकी हालत ठीक थीं विवान वहा से जाने लगता है लेकीन अवनी पिछे से उसका हाथ पकड़कर - विवान मुझे तुम्हारी मदद चाहिए मै तुम्हे कुछ बताना चाहती हूं प्लीज़ मेरी बात सुनो....
अवनी कि आंखें अभी भी बंद थी वह नींद में बडबडा रहीं थी विवान उसकी तरफ़ देखकर अपना हाथ उसके हाथ से हटाकर, हैरानी से उसे देखते हुए- प्लीज़ अवनी बताओ मुझे कौन हो तुम.... बताओ मुझे मै तुम्हारी मदद जरुर करूंगा
लेकीन अवनी सो चुकी थी उसने कुछ नहीं बोला,,, विवान भी उसे कम्बल ओढाकर बाहर सोफे पर बैठ जाता हैं और वही सो जाता है।