Zindagi - 9 in Hindi Moral Stories by Mehul Pasaya books and stories PDF | ज़िन्दगी - 9

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ज़िन्दगी - 9

अरे छोटी वो ना दरअसल परी. परी को में प्यार करता हूं. लेकिन ये बात उसके भाई को पता लग गया. अब वो कभी भी यहा पर आ सकता है. और आता ही होगा.

आता ही होगा नही आ गए. ए लड़के तुम्हारे नाम पर एक चुपारी मिली है. तुम्हे जान से मार देने की. तो अब मरने के लिए तैयार हो जाओ. ए तुम सब लोग एक साथ टूट पढ़ो और हा उसको खतम करके ही आना. अगर खाली हाथ आए तो में तुम सब को जान से मार दूंगा. अब जाओ करो या मरो.

अरे ऐसे कैसे मार देंगे तुम्हारी तो रुको. मुझे मरोगे कोई बलि का बकरा नही हूं. जो काट डालोगे. ये ले बड़ा आया चाकू वाला. छोटी अब बस तुम फाइट देखो ठीक है.

हा भैया ठीक है. भैया किसीको भी मत छोड़ना सब को एक एक कर के मारना.

अरे क्या कर रहे हो. कामिनी मारो उससे. भाई से सुपारी ली है. वो वेस्ट नही होना चाहिए.

अरे तुम्हारी सुपारी की तो ऐसी की तैसी. आज सब धूल जायेंगे मेरे हाथो.

भैया संभाल कर. भैया...

आआआआआ...

हा ये हुई ना बात छोड़ना मत इस कमीने को. मार डालो इस को.

छोड़ो मेरे भाई अरे मत मारो मेरे भाई को वो मर जाएगा.

अरे कोई है दादी. दादी कहा हो सब लोग प्लीज भैया को बचाइए.

निकुंज अरे तुम सब लोग देख क्या रहे हो. इन गुंडों को मार कर भगाओ मेरे बच्चे को मार रहे है. जल्दी.

मारो इन गुंडो सब किसीको भी छोड़ना मत.

अरे कमीनो उस लड़के को छोड़ो और और जान प्यारी है. तो भागो वरना ये लोग मार डालेंगे.

मेरे बेटे को कूच भी हुआ ना. मे यहा पर किसको नही छोड़ने वाली हूं. अरे कोई डॉक्टर को फोन करो. जल्दी.

आईसीयू ऑफ़ मोमेंट...

डॉक्टर क्या हुआ है मेरे बच्चे को प्लीज कुछ बताओ ना.

रिलैक्स हिस आउट ऑफ डेंजर्स. लेकिन उनके आस पास शोर मत मचाएगा ठीक है. आप मिल सकते है पेसेंट से.

थैंक यू डॉक्टर. निकुंज मेरे बच्चे थैंक गॉड की तुम अब ठीक हो.

दा दादी.

कुछ बोल ने की जरूरत नहीं है. मुझे सब पता लग चुका है. की ये सब क्यों हुआ किस लिए हुआ. अब तुम्हारा काम खतम हुआ. और अब मेरा काम बाकी है. जो की मुझे करना है.

कालू जी गाड़ी निकल ये. और जरा जल्दी करिए.

दादी मत जाइए.

तुम फिक्र मत करो वो मेरा बाल भी बाका नही कर सकता है. ठीक है हम आते है.

लोकेशन चेंज...

योगेश कुमार. योगेश कुमार. योगेश कुमार. बाहर निकल योगेश कुमार. कहा चुप कर बैठा है.

अरे आप बहुत दिनों के बाद और इतने गुस्से में क्यू हो शांत शांत हुआ क्या है. देखी दोस्ती में तो सब जायज है गुस्सा होना खुश होना लेकिन आप इतना गुस्सा मत करो सेहत के लिए अच्छा नहीं है.

पहले तुम ये बताओ तुमने मेरे बच्चे पर जान लेने लिए गुंडे को क्यू भेजा था.

एक मिनट क्या वो आपका बेटा है. अरे हमे ये बात पता ही नही थी.

आगे जानने के लिए पढ़ते रहे. जिन्दगी. और जुड़े रहे मेरे साथ.