Pehchan - 14 in Hindi Fiction Stories by Preeti Pragnaya Swain books and stories PDF | पेहचान - 14 - अब और छुपना होगा

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पेहचान - 14 - अब और छुपना होगा

पीहू घर से निकलते ही काम तलाशना शुरू की जहाँ भी कोई काम देखी, पूछने लगी क्या काम मिलेगा? कई जगह से ना सुनी,डाँट भी सुनी, आख़िर कोई एसे लड़की को कैसे काम दे ,जिसके बारे मैं किसीको कुछ नहीं पता,कहाँ से आई है किसीने पहले उसे देखा भी नहीं भला कोई यकीन भी कैसे करले! बहुत request के बाद आखिर मैं, एक काम मिला, पर पीहू उतने मैं भी चुप नहीं बैठी और काम तलाशी और आखिर मैं कुल 3 काम हासिल की । अपने समय के हिसाब से वो अपने काम के वक़्त तय करने लगी ।

उसके काम करने का order कुछ इस तरह रखा था

सुबह 6 से 9 बजे तक वो dr. चंपकलाल के घर के काम करेगी
उसके बाद 9;30 से लेकर 3 बजे तक एक कोयले के खदान मैं काम करेगी
4 बजे से 9 बजे तक एक restaurant मैं बर्तन साफ करेगी
और आखिर मैं 9 ;30 बजे से 11 बजे तक garage मैं गाडियाँ साफ करेगी .
उसके seroiousness को देखते हुए ,एसा लगा मानो वो जितना जल्दी हो सके बहुत पैसे कामना चाहती है ।

दिन ढल कर रात होगयी, पीहू के पास न खाना था न ही रहने का ठिकाना, इसलिए उसे सड़क के किनारे भूखे पेट,एक टूटे हुए कैबिन मैं अपनी रात गुजारनि पड़ी, उसकी आँख थोड़ी लगी ही थी की अचनाक् उसे एसा महसूस हुआ ,जैसे कोई उसे छु रहा है..........उसकी आँख जैसे ही खुली, देखी एक लड़का उसे छु रहा था
,,उसने एक जोरदार लात उस लड़के पे दे मारा जिसके वजह से वो लड़का थोड़ी दूर जा गिरा.......

तभी वहाँ पर 6-7 लड़के और आगये उनमे से एक ने कहा ये लड़की तेरी हिम्मत कैसे हुई उसे मारने की,?अब तो तू देख हम तेरा क्या हसर करते है बोलते हुए ,उसने अपने एक साथी को कुछ इशारा किया जिसके चलते , उसके साथी ने -पीहू के कपड़े को फाड़ने के इरादे से आगे बढ़ा.............

पीहू की ड्रेस के एक सिरे को पकडा ही था की....अचनाक् पीहू ने ,उस लड़के के हात को ,एसे मरोडा की हड्डी के टूटने की आवाज सुनाई दी, पीहू अब गुस्से मैं आग बबूला हो चुकी थी, वो एक गुस्से भरे आवाज़ के साथ बोली- देखो मुझे तुमसे कोई दुश्मनी नहीं है न ही तुम लोगों को मुझसे इसलिए वार्निंग दे रही हूँ यहाँ से चले जाओ वरना मुझसे बुरा कोई नहीं होगा !

उसकी बात सुन सब हसने लगे , उनमे से एक ने कहा तुम छोटी सी बच्ची हमारा क्या करोगी हाँ? ये थोड़े लात घुसे क्या मार दिये तो क्या समझी हम तुझसे डर जायेंगे ?अरे !अभी दो चार चाटे लग जायेंगे तो अकल ठिकाने आजायेगी! देख तु हमे क्या वार्निंग दे रही है, हम तुझे वार्निंग देते है तु चुप चाप हमारे साथ चल, किसीको कुछ पता नहीं चलेगा ,बस कुछ घंटे हमारा मनोरंजन कर देना फिर तु चली जाना और अगर हमारी बात नहीं मानी तो हमसे तुझे कोई नहीं बचा पायेगा ,उसके बाद जो भी होगा उसके लिए तु जिम्मेदार होगी! एक बार सोचले अब फैसला तेरा है........

पीहू बोली what the hell ,तो तुम लोग नहीं मानोगे ,ठीक है as you wish केहते हुए सबपे लात घुसो की बरशात करने लगी ,उसके स्पीड को देखते हुए एसा लग रहा था, मानो वो कोई इंसान नहीं बल्कि एक मशीन है । देखते देखते 5 min मैं ही सब ढेर होगये । पीहू एक को लात मारते हुए बोली क्या बोल रहे थे .........मुझे बचाने कोई नहीं आयेगा ! आखिर तुम लड़के खुद को क्या समझते हो हाँ! कुछ भी सोचते हो, यही सोच है न तुम्हारी अरे ये तो लड़की है , अकेली है कुछ नहीं कर सकती.... वगेरा वगेरा my foot

फिर एक का कॉलर पकड़ते हुए बोली ........
I think तुम लोगों 1आज एक lesson जरूर सीख गए होगे ,कुछ भी करोगे पर कभी एक लड़की से पंगा नहीं लोगे वरना क्या पता अगली बार भगवान को प्यारे हो जाओ बोलते हुए वहाँ से चल्दी......

अचानक रुकते हुए पीछे मुड़ी और पूछी वो फोन कहाँ है जिसमे वीडियो record हो रही थी?

एक ने डरे हुए अंदाज से पीहू की तरफ फोन बढ़ाया....

पीहू फोन मे record हुए वीडियो को delete कर दी और एक पल मैं ही वहाँ से हवा की तरह गायब होगयी......

पीहू वहाँ से भागते हुए , एक ब्रिज के नीचे की तरफ बढ़ने लगी, आखिर मैं एक जगह पर बैठ गयी और एक डर भरी आवाज़ मे खुदको नोचते हुए खुदसे कहने लगी......... ये क्या कर दिया मैने अब मुझे और छुपना होगा, किसीके सामने नहीं आना है..... अगर वो वीडियो किसीको मिल जाती तो क्या होता मेरे सालों की तपस्या एक चुटकी मैं खतम हो जाती, नहीं I will win, मैं सबकुछ बरबाद होने नहीं दूंगी मुझे अब और संभल कर रहना होगा,
अब से ये ब्रिज ही मेरे रहने का ठिकाना होगा सोचते हुए वंही जमीन पे सोगई ।