केतकी अपनी प्रिय सहेली कजरी को बता रही थी ..यह अनजान कॉल अभय ही करवा रहा है । कजरी ने कहा घर पर चलकर इन नंबरो पर बेक कॉल करवायेंगे पता चल जायेगा । तब क्यों ? अब ही करवा लो केतकी ने कहा । कजरी बोली मैं अपने फोन से नही किसी ओर के फोन से फोन करवाउंगी। एकाएक केतकी को अपने भाई व उसके दोस्त की याद आई जो दोनो सबसे पीछे की सीट पर बैठे थे । केतकी ने आवाज दी अरे बिल्लू यहां आवो .. अभय और दामिनी बदली सब पीछे मुड़कर देख रहे थे । बिल्लू उठकर सीट के हत्थे को पकड़कर पास आया बोला ..हां दीदी .. केतकी बोली तुम्हारा फोन देना तो .. क्यो दीदी ..ऐसा कहते हुए बिल्लू आगे की ओर देखने लगा .. केतकी बोली एक फोन करना है .. दीदी क्या हुआ आपके फोन मे बैलेंस नही है क्या ..? नही रे ..तू फोन दे ..पर दीदी मेरे फोन मे तो बैलेंस नही है ..जा बैठ तू किसी काम का नही.. बिल्लू मुस्कुराता हुआ जाने लगा .. केतकी बोली.. तू रूक ..अवे तू मुस्कुराया क्यों ? बिल्लू बोला ..वो तो दीदी आपने कहा ना कि तू किसी काम का नही .. केतकी बोली .तो ? .. तू मेरी हंसी उड़ायेगा.. बिल्लू बोला नही दीदी .. केतकी बोली .. जा जा तू अपनी जगह बैठ ..। अभय ने दामिनी से कहा .. अपना कैमरा देना तो । .. दामिनी ने अपनी कमर से बंधा कैमरा निकाल कर अभय को दिया .. अभय कैमरा लेकर कजरी के पास पहुंच गया ..बोला ..देखो आपको आदर्श ग्राम की फोटो दिखाता हूँ .. उसमें फोटो देखकर कजरी खिलखिलाकर हंसने लगी .. जीजू बहुत हो गया अब.. केतकी ..अपनी तीरछी नजरों से देख रही थी .. उसे स्पष्ट तो नहीं दिखाई दे रहा था ..पर उसे अंदाजा हो गया था शायद उसकी ही फोटो है ।
उसी वक्त दामिनी भी वहां आगयी .. केतकी से बोली.. मेरी गुस्सैल दोस्त ! आप गुस्सा न करो तो ये फोटो आपको भी दिखाई जाये ..केतकी अपना मुंह बनाकर बोली ..नही ..मुझे नहीं देखनी ।
अरे देख ले फिर कहोगी तो भी नही दिखाउंगी। केतकी बोली .. मेरी ही खैंची होगी तुमने.. पहले देखो.. फिर कहना .. लेकिन वादा करो सिर्फ हंसोगी गुस्सा नही करोगी । केतकी को जिज्ञासा भी है ..पर डर भी है ..कहीं मेरी ही फोटो न हो । बदली ने फोटो देखा वह भी हंस हंस कर लोटपोट हो गयी .. केतकी थोड़ा नॉर्मल होकर बोली..ठीक है ..मैं गुस्सा नही करूंगी .. केतकी का भाई भी उठकर लड़खड़ाता फोटो देखने आ चुका था..उसे भी उत्सुकता हो रही थी..केतकी ने फोटो देखना शुरू किया ..फोटो देखकर वह उदास हो गयी ..किन्तु उसके भाई ने फोटो देखा तो वह खुलकर हंसने लगा ..पहले तो उसके मुंह से अजीब अजीब आवाज आई ..लगा कि वह रो रहा है .. थोड़ी देर मे वह नीचे बैठ गया और हंसी स्पष्ट होने लगी ..उसके मुंह से लार गिर रही थी .. वह फिर फोटो देखे और फिर हंसने लगे ..उसके मुंह से शब्द निकला दीदी क्या बात है हा हा हा .. वह रूक रूक कर लगभग पांच मिनट हंसता रहा .. मुंह से लार गिरती रही .. वह बोला केतकी दीदी देखो देखो तुम कैसी लग रही हो ? केतकी अब अपना गम भूल गयी थी । भाई को कभी इस तरह हंसते हुए देखा नही था । अपने भाई से कहने लगी ..बस बस भाई ..इतना मत हंस ..एकाएक कजरी बोली ..केतकी तुमने सुना ..तुम्हारा भाई साफ साफ बोल रहा है ..सबका ध्यान केतकी के भाई पर गया ..यह तो कमाल हो गया..
केतकी का भाई खड़ा था शरीर मे कंपकंपी हो रही थी ..उसको पानी पिलाया गया .. केतकी अपने भाई को लेकर खुश थी .. फिर उसको ध्यान आया मुझे बेवकूफ बनाया है..केतकी ने दामिनी का कान पकड़ लिया बोली देखो मै गुस्सा नही कर रही ..अब बताओ इस खेल मे कौन कौन शामिल है ..दामिनी बोली ..मैं अकेली नही हूँ इसमे सब शामिल हैं ..मास्टर माइंड कौन है ? कजरी जीजू और मैं ..पहले किसके दिमाग में आया मुझे उल्लू बनाने का .. दामिनी बोली यार मेरे पास एक केस आया था अनजान कॉल का ..उसको मैने साल्व किया था वह इन्हे सुना रही थी । तो कजरी ने कहा ..केतकी को उल्लू बनाते हैं ..फिर फोन कौन कर रहा था ? वही कासिम ..जो उस महिला को फोन कर रहा था ..उसको बता दिया था कि तुम हमारी सहेली हो । उसने तो सिर्फ तुम्हे यही बताया न कि तुमने यह पहन रखा है ..नास्ता कर लिया है ...हां पर...अलग अलग नंबर से फोन ? वह मेरे ऑफिस मे अभी काम कर रहा है टाइल लगा रहा है ...वह ऑफिस के फोन से ही फोन कर रहा था ऑफिस मे तीन फोन है ..एक दो कर्मचारी हैं उनका ले लिया होगा । दामिनी ने फिर फोटो दिखाया ..देखो तो तुम्हारा मुंह कैसे हो रहा है ..क्या भाई को भी पता था ..हां ..वह इसीलिए लिए तुम्हारे पास नही आया ..हमने मना कर दिया था ..
कजरी ने अपने भाई को गले लगा लिया ..बोली मेरे भाई अब तू बोल सकता है .. भाई बोला दीदी अब मेरे पांवो मे लड़खड़ाहट भी कम हो गयी है .. नटखट तू भी अपनी बहिन को उल्लू बनाने मे शामिल था । फिर केतकी ने कजरी के लिपटकर कहां थैंक्यू कजरी ..