माहेरा ने हैरान हो कर उस आदमी को देखा जो शक्ल से बिल्कुल माज़ की तरह दिख रहा था। उसे येह जानने में दो मिनट भी नही लगा कि वोह आदमी माज़ के डैड है।
शेर खान आज ही रोम से वापस आये थे। वोह अपने दूसरे मेंशन में जाने के बजाए माज़ और रामिश से मिलने सीधे ब्लैक रोज़ मेंशन आये थे।
वोह जब मेंशन में एंटर हुए तो किसी लड़की की हिंदी में माज़ का नाम पुकारने की आवाज़ आयी।
जिससे वोह हैरान हुए बिना ना रह सके। क्योंकि उनके ख्याल में माज़ लड़कियों से कोसों दूर रहता था।
वोह अंदर आये तो सामने सोफे पर एक लड़की पास्ता खाते हुए माज़ को बुला रही थी।
उसकी बात सुन कर उनके चेहरे पर स्माइल आ गयी क्योंकि वोह माज़ को हुकुम देने वाले अंदाज़ में बुला रही थी।
वोह जब उस लड़की के करीब गए तो उस लड़की के चेहरे पर हैरानी भरे एक्सप्रेशन देख कर उन्हें पता चल गया था कि उसे लगा माज़ आया है इसीलिए वोह ऊंची आवाज में उसे बुला रही थी।
.....
माहेरा शेर खान को देखते ही धीरे से चमच प्लेट में रख कर खड़ी हो गयी और मासूमियत से बोली।
"हेलो सर।"
शेर खान ने मुस्कुराते हुए अपना सिर हिलाया तो माहेरा आगे बोली। वोह पहले ही अपनी इज़्ज़त का कबाड़ा खुद ही करने पर खुद को कोस चुकी थी।
"मेरा नाम माहेरा है और आपका नाम क्या है सर?"
"शेर खान और आप कौन है और यहां क्या कर रही है?"
शेर खान सोफे पर बैठते हुए बोले और साथ ही माहेरा को सोफे पर बैठने का इशारा करते हुए पूछा।
"क्या आपको नही पता? मुझे पूरा यकीन था माज़ आपको मेरे बारे में नही बताएगा।"
माहेरा ने मासूमियत से आंखों में शरारत लिए हुए कहा।
"अगर मुझे पता होता तो मैं आपसे क्यों पूछता।"
शेर खान इएब्रो उचकाते हुए सवालिया अंदाज़ में पूछा।
जबकि रोज़ी शेर खान को देखते हुए पानी का गिलास लायी और माहेरा के बारे में बताने लगी।
शेर खान ने हाथ के इशारे से रोज़ी को मना किया तो वोह खामोशी से वहां से चली गयी। मगर जाते हुए माहेरा की आंखों में शरारत देख कर वोह समझ गयी थी कि आज तो माहेरा शेर खान से माज़ को ठीक कराएगी।
"मैं माज़ की बीवी हु.......वोह भी एक साल से.....पहले तो मुझे अपने साथ यहां ले कर नही आना चाहता था। मगर फिर उसने मुझे बताया कि अब आप यहां नही रहते तो वोह मुझे यहां ले कर आ गया और अब वोह मुझे यहां से कही जाने भी नही देता है।"
माहेरा मासूमियत से आंखे टिपतिपाते हुए बोली और दिल ही दिल मे माज़ की हालत का सोच कर खुश होने लगी।
"ह्म्म्म.....क्या तुम सच कह रही हो। मुझ से झूठ मत बोलना वरना याद रखना मैं माज़ से भी ज़्यादा बुरा हु।"
शेर खान उसकी आँखों मे चमक देखते हुए उसे डराने के लिए बोले।
वैसे भी उन्हें इतना तजुर्बा तो था ही कि सामने बैठा इंसान झूठ बोल रहा है या सच। उन्हें इस बात का यकीन तो हो गया था कि वोह लड़की माज़ की बीवी है वरना वोह इतने यकीन से ना कहती।
"अंकल आपके बेटे ने मुझ से शादी की है आप रुकें........"
"रोज़ी,,,,,,,,रोज़ी।"
माहेरा अपनी बात का यकीन दिलाने के लिए अपनी बात अधूरी छोड़ कर रोज़ी को आवाज़ देने लगी।
रोज़ी उसकी बात सुन कर बाहर आई। माहेरा ने उसे अपने पास बुलाया और बोली।
"रोज़ी अंकल को बताओ माज़ ने मुझ से शादी की है या नही। बस हाँ या ना में जवाब देना।"
रोज़ी ने उसकी बात सुनकर जल्दी से हाँ में अपना सिर है में हिलाया और कुछ बोलने ही लगी थी कि माहेरा बोली।
"अब तुम जा सकती हो।"
रोज़ी उसकी बात सुन कर खामोशी से चली गयी।
"अंकल अब तो आपको मुझ पर यकीन आ गया ना।"
माहेरा ने मासूमियत से कहा।
"हाहाहाहा....हाँ बिल्कुल मुझे यकीन आ गया है। माज़ ने अपने टक्कर की लड़की से शादी की है।"
शेर खान माहेरा की एक्टिंग को देख कर हस्ते हुए बोले जबकि माहेरा खुद के पड़के जाने पर बुरा सा मुंह बनाते हुए बोली।
"अंकल आपको कैसे पता कि मैं झूठ बोल रही हु जबकि मैं ने इतनी अच्छी एक्टिंग की थी।"
"बेटा मेरे पास तुम्हारी सोच से भी ज़्यादा तजुर्बा है और मैं येह भी बता सकता हु की माज़ ने कुछ तो किया है जो आप मेरे ज़रिये उससे बदला लेना चाहती है।......वैसे एक्टिंग तो आपकी कमाल की थी लेकिन आप की आंखों में शरारत साफ नाज़ आ रही थी।"
शेरखान ने पानी पी कर टेबल पर गिलास रखते हुए कहा।
माहेरा उठ कर शेर खान के पास बैठते हुए बोली।
"यह बात बिल्कुल सच है।"
"आपके पैर में येह चोट कैसे लगी?"
शेर खान ने उसे एक पैर पर वज़न डाल कर चलते देखा तो पूछा।
"अरे अंकल यही तो मैं आपको बता रही थी। माज़ मुझे कहि जाने नही देता इसीलिए मैं रात को भागने की कोशिश कर रही थी तो लॉन में मौजूद कुत्ता मेरे पीछे पड़ गया। मैं उससे बचने के लिए भाग रही थी तो मेरा पैर मुड़ गया। इतना सब होने के बाद भी माज़ ने मुझे सेल में डाल दिया। वोह भी वहां जहाँ वोह कुत्ता रहता है इसीलिए मैं उससे बदला लेना चाहती हु।"
माहेरा ने सारी बात शेर खान की बात कर पूछा।
"अंकल इन सब मे आप मेरा साथ देंगे ना!"
शेर खान ने उसकी बात सुनकर मुस्कुराते हुए हाँ में अपना सिर हिलाया। उन्हें माहेरा बहोत पसंद आई थी। उनकी ना कोई बहेन थी ना ही कोई बेटी। जबकि उनकी बहोत ख्वाहिश थी उनकी एक बेटी ही मगर वोह भी ना मिली। लेकिन उन्हें येह शरारती लड़की बहोत पसंद आई थी। यहां पर उन्हें जो भी लड़की मिली थी ज़्यादा तर सब लालची थी जो माज़ से पैसों और पोजीशन के लिए शादी करना चाहती थी।
...........
मिलान, इटली:
सलमान एक केफे में बैठा कॉफी पी रहा था। तभी दरवाज़ा खोल कर लीना अंदर आयी। वोह लीना से प्यार करता था।
मगर अभी वोह खोश था। क्योंकि पहले वोह लीना का भरोसा जीतना चाहता था फिर उससे अपने प्यार का इज़हार करना चाहता था।
लीना ने सलमान को देखा तो काउंटर से अपनी कॉफी ले कर उसके सामने वाली चेयर पर आ कर बैठ गयी।
"कैसे हो?"
लीना ने सलमान से हल्के फुल्के लहजे में पूछा।
"ठीक हु, तुम मुझे रोज़ ही तक देखती मगर आज तुम यहां क्या कर रही हो?"
सलमान ने उसे जवाब दे कर पूछा।
"मैं बिल्कुल फिट हु वोह आज मैं ने क्लब से ऑफ ली हु और मेरा कॉफी पीने का दिल था तो मैं यहां आ गयी। तुम इस केफे में क्या कर रहे हो? मैं ने सुना है तुम यहाँ से बहोत दूर रहते हो।"
लीना कॉफी पीते हुए बोली।
"मैं अपने दोस्त से मिलने जा रहा था रास्ते मे मेरी गाड़ी खराब हो गयी तो पास के गैरेज में दे कर मैं यहाँ आ गया।"
सलमान ने उसे जवाब दिया और आगे बोला।
"वैसे तुम तो कभी ऑफ नही लेती आज क्या हुआ?"
"बस थोड़ी से तबियत ठीक नही इसीलिए।"
लीना ने उसे जवाब दिया।
"क्या हुआ तुम्हे? तुम ने मैडिसन ली?"
सलमान उसकी तबियत खराब होने का सुन कर परेशान हो कर बोला।
"हाँ बस सिर में दर्द है। मैं ने मैडिसन ले ली है।"
लीना ने उसे जवाब दिया और फिर दोनों खामोशी से कॉफी पीने लगे।
येह तीन महीने में पहेली बार हुआ था की इन दोनों में नार्मल बात चीत हुई थी।
.......
माज़ और रामिश आज जल्दी मेंशन आ रहे थे। क्योंकि माज़ ने माहेरा को बाहर डिनर कराने के लिए था।
वोह जैसे ही मेंशन आये उन्हें शेर खान की गाड़ी बाहर पोर्च में खड़ी नज़र आई।
माज़ के दिमाग मे पहेला खयाल माहेरा का आया।
"कहि येह लड़की कोई गड़बड़ ना कर दे।"
वोह खुद शेर खान को बताना चाहता था लेकिन अब बहोत देर हो गयी थी।
माज़ और रामिश ने परेशान हो कर एक दूसरे की तरफ देखा तो रामिश बोला।
"येह छोटी डॉन आज हमें मरवायेगी।"
आगे क्या होगा जानने के कल के एपिसोड का इंतेज़ार करे।