Me and My Feelings - 64 in Hindi Poems by Darshita Babubhai Shah books and stories PDF | में और मेरे अहसास - 64

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में और मेरे अहसास - 64


1.

दिल चाहे बेपन्हा चाहूँ तुझे l
हर गीतों में मेरे गाऊँ तुझे ll

आगे बढ़ने का हौसला बढ़ाने l
हर लम्हा हरपल सराहूँ तुझे ll

यारो का यार समझते हैं l
सच्चे मन से निबाहूँ तुझे ll

खुशी से झूम उठे तनमन l
मनचाहा गीत सुनाऊँ तुझे ll

सखी ख़ुदा से दुआ करके l
सबका लाडला बनाऊँ तुझे ll

सर आँखों में बिठाकर आज l
जी चाहे दुनिया दिखाऊँ तुझे ll

शिद्दत से दिल की ख्वाहिश कि l
राजा जानी कहके बुलाऊँ तुझे ll
१६-६-२०२२

2.

तेरा मिलना शुभ शगुन था l
दिल तुझे देखने में मगन था ll

सालों से नसीब हुआ ये लम्हा l
बाद मुद्दतों के ख़ुश मन था ll

निगाहे चार क्या हुई और l
तेरी आँखों में अपनापन था ll

सबा लाई है आहट तुम्हारी l
घर महका महका चमन था ll

एकाएक तेरे आ जाने से l
मेरा रोम रोम झन झन था ll
१७-९-२०२२

3.

मुहब्बत, वादा, यादें बस जिंदगी यही है ll
अभी भी सांसो की आवनजावन सही है ll

एक जगह कहा ठहरती है चलती रहती l
जहा से चली थी आज तक भी वहीं है ll

मानना है तो मान ले जो कह रहा हैं l
दिलो दिमाग ने बात तो सही कहीं है l

यू दामन छुड़ाकर न चल दीजिये सुनो l
बहुत कुछ कहती हुईं रात बह रहीं हैं ll

आज क्यूँ इस तरह नज़रे मिलाते नहीं l
दिल में कोई बात तो छिपाई नहीं है ll
4.

प्यार दोबारा हो नहीं सकता l
कहने से हमारा हो नहीं सकता ll

मंज़िल तक ले जायेगी कश्ती l
दूर किनारा हो नहीं सकता ll

रात में आसमान रोशन करे l
चाँद सितारा हो नहीं सकता ll

शामो-सहर शिकार ही ज़हन में l
अकेला शिकारा हो नहीं सकता ll

रोम रोम छलक रहा है और l
जाम ठिकाना हो नहीं सकता ll

रेज़ा रेज़ा इकठा किये ख्वाब l
खाली पिटारा हो नहीं सकता ll

मुहब्बत ही इबादत जिसकी l
आशिक लुटेरा  हो नहीं सकता ll

वो जो रुठ के जा रहे हैं फ़िर उनसे l
दिलों का मिलाना हो नहीं सकता ll

२१-९-२०२२

5.

आहिस्ता से आहिस्ता से बात आगे यू बढ़ी l
जैसे पीयू से मिलन की रात आगे यू बढ़ी ll


6.
प्यार को रहम समझा ये तो हद है l
हर बात में संजीदा है,क्या अदब है ll

चार बातेँ भी मीठी नहीं बोल सकते l
सुन खुदा तेरे बंदे भी बड़े गजब है ll

छलकती, मचलती, चहकती देखो l
आज भागती दौड़ती हुईं नफ़स है ll

पलभर को भी उदास नहीं रहने देते l
यार कायनात में सबसे अलग है ll

जरा सी भी आंच न आए कहीं भी l
वो हर लम्हा हर पल सजग है ll

मर कर भी साथ निभाएंगे यूँही l
सीने पर हाथ रखकर अहद है ll

खुशी देकर आसूं मिलते हैं सखी l
प्यार का कानून भी अजब है ll
२२-९-२०२२
संजीदा - गम्भीर
नफ़स -साँस
अहद – वादा

7.


दूर जाके चुरा लिया दिल का सुकूं l
फ़िर भी बारहा सदा दिल की सुनूँ ll

सच्चाइ ये कि बहोत ही नादां हो l
याद करते सारी सारी रात जागूँ ll

दुआ है सलामत रहो जहां भी रहो l
हिम्मत का भरपूर हौसला बनूँ ll

वादा किया नहीं मिलने का फ़िर l
इंतजार में रातभर सितारे गिनूँ ll

मुहब्बत में मिली है सज़ा ताउम्र l
तय किया है जुदाई का दर्द सहूँ ll
२४-९-२०२२

8.

दिल का एक राज़ कहना है l
सच्ची मुहब्बत ही गहना है ll

जिंदगी तो आनी जानी है l
कैसे भी राब्ते में रहना है ll

बेपन्हा बेइंतिहा हो गई है l
प्यार का चोला पहना है ll

इश्क में उदासी छाई हुई है l
खामोशी से सब सहना है ll

जिस तरह चाहा जीते रहे l
अब और नहीं ढहना है ll
२५-९-२०२२

9.

क्यों जले तुम सरकार l
छोड़ो भी अब तकरार ll

क़ाबिल ही नहीं तुम्हारे l
क्यों करते इतना प्यार ll

सब कुछ नज़र आता है l
खामोशी से ही दरकार ll

पलभर भी देख ले तो l
दिल को मिलता क़रार ll

नादां और अनाडी है सो l
जूठी कसम पे है एतबार ll
२५-९-२०२२
10.
रूह की चिड़िया का घोंसला शानदार है l
इसमें कहीं भी किसी के लिए नहीं खार है ll

जिंदादिली के साथ जीने का हुनर है भरा l
दिल हौसलों से भरपूर बहोत जानदार है ll

तबस्सुम से खिल उठा है आज चहेरा l
लबों से छलकता हर शब्द साज़दार है ll
२७-९-२०२२
11.


तेरा ख्याल दिल में हरदम रहता है l
याद में आंखो से अश्क बहता है ll

आज पूरी क़ायनात से बगावत करके l
प्यार के किस्से दुनिया को कहता है ll

जज्बातों की होली जलाकर मारा l
चुपचाप जुल्म जुदाई का सहता है ll

हर मोड़ पर बहुत गहरी चोट खाई हैं l
आँधियों मे हौसलों के साथ बहता है ll

हसी तबस्सुम चहरे पे देखा है बस l
कई जन्मों से सदियों से चहता है ll
२८-९-२०२२
12.


खेल खेल में दिल खो बैठे l
नज़रे मिली उसके हो बैठे ll

मुहब्बत ने असर दिखाया ll
दिल में दिल को पिरो बैठे ll

प्यार की बारिस हुई और l
खुद तन-मन को भिगो बैठे ll

क़ातिल इश्क़ ने खंजर मारा l
सखी दिल से हाथ धों बैठे ll

छोटी बात दिल से लगा दी l
पलभर की दूरी पर रो बैठे ll

याद इस तरह बढ़ गई है कि l
खुद को समेट के संजो बैठे ll
२९-९-२०२२