Mahila Purusho me takraav kyo ? - 32 in Hindi Human Science by Captain Dharnidhar books and stories PDF | महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 32 - शक की सूई

Featured Books
Categories
Share

महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 32 - शक की सूई

एक अनजान कॉल ने केतकी को झकझोर कर रख दिया, वह नहीं सोच पा रही थी ..कौन हो सकता है ?
सभी ने भोजन कर लिया था , केतकी ने नही के बराबर भोजन किया था ।
यह सही है मन जब बैचेन होता है तो पहले भूख गायब होती है फिर नींद उड़ जाती है, एकाग्रता नष्ट हो जाती है । ऐसे समय में मित्र या परिवार की आवश्यकता होती है । कजरी बेस्ट फ्रेंड है और परिवार की तरह भी है । ये लड़किया पढी लिखी तो है । समाधान भी निकाल सकती हैं किंतु उम्र के साथ आने वाली परिपक्वता तो निश्चित उम्र पर ही आती है ।
केतकी जानती है उसका पति अभय शंकालु किस्म का है । वह उससे बात साझा नही कर सकती ..वह डरती है ..
कजरी व केतकी एकान्त मे जाकर बैठ जाते हैं .. कौन हो सकता है ? इस पर मंथन शुरू होता है । कजरी ने पूछा तुमने फोन नंबर किसी को दिये थे ..जरा सोचो .. केतकी ने कहा ..मुझे जहां तक याद है .. बाहर वालो को मै पापा का नंबर देती हूँ .. मेरा फोन नंबर तो अपनी बेस्ट सहेलियो के पास ही है ..हां अभय ने किसी को दिया हो .. कजरी बोली किसको ? शायद अपनी यूनिट मे अपने दोस्तों को .. । यह हो सकता है ..अभय का एक दोस्त शादी मे मेरे आगे पीछे घूम रहा था .. कजरी बोली एक तो यह हो गया ओर .. केतकी सोचने लगी .. यह नही हो सकता क्योंकि वह यहां नही है युनिट में है । चलो यहां का रजिस्टर चेक करते हैं । कही मैने अपने नंबर तो नही लिख दिये ।
कहीं इसी गांव का कोई लफंगा हो । रजिस्टर चेक किया तो केतकी के नंबर नही थे उसके पापा के नंबर लिखे थे । शक की सूई फिर से अभय पर ही आकर रूक गयी.. फिर तो यह अभय मेरा पति ही हो सकता है । मुझे शक इस लिए हो रहा है क्योकि मैने उसके सामने शर्त रखी थी ..मैं गाँव में नही रहुंगी ..यह अपने मम्मी पापा का चमचा है । कजरी बोली ऐसा क्यों सोचती है ? तुम भी तो अपने मम्मी पापा को चाहती हो.. इस लिए ही तुमने शर्त रखी थी ... मेरे घर की स्थिति अलग है .. फेक्ट्री देखने वाला कोई नही है ..
केतकी बोली हम रात मे रूकेंगे नही अभी चलेंगे .. ठीक है उसने अभय को फोन किया ..जीजू हम रात मे रूकेंगे नही ..आप ड्राईवर को फोन कर दे ..हम चार बजे चलेंगे..ठीक है ? अभय बोला क्या बात हो गयी ? केतकी को इसके पापा ने बुलाया है.. रात को रूकने के लिए मना कर दिया है .. आप तो अपनी टीम के करतब दिखाने वाली थी .. नही जीजू हम चलेंगे .. सभी लड़कयों को व ड्राईवर को सूचित कर दिया गया.. लड़किया पूछने लगी क्या बात है ?
दादोसा को सूचित किया गया .. हम फिर आयेंगे इस लिए चार बजे रवाना हो जायेंगे । दादोसा ने कहा ठीक है हमारा गांव इंतजार करेगा ।
गाड़ी रवाना हो गयी सबको नींद आ रही थी , सब बैठे बैठे झपकी ले रहे थे .. केतकी को नींद नही आ रही थी, वह बाहर किलोमीटर के पत्थर देख रही थी ....
अनजान कॉल करने वाला कौन हो सकता है ? जाने अगले एपीसोड में ....