Lady Killer - Part 4 in Hindi Adventure Stories by Kishanlal Sharma books and stories PDF | लेडी किलर - पार्ट 4

Featured Books
Categories
Share

लेडी किलर - पार्ट 4

माधुरी म स्वप्न में भी नही सोचा था।रएक दिन यह सिथति भी उसके सामने आ सकती है।यह सच था कि वह राजन को प्यार करती थी।पर राजन प्यार का यह अर्थ निकाल सकता है।यह तो उसने सोचा भी नही था।
राजन से पहले वह कई युवकों के सम्पर्क में आ चुकी थी।या।आजकल के मर्द प्यार को औरत के जिस्म से ही तोलते है।उनकी नजर में औरत की जिस्म को नोचना ही प्यार है।राजन भी उन्हीं में से था।
माधुरी सोच में पड़ गयी।क्या करे वह क्या नही कर।एक तरफ कुआ दूसरी तरफ खायी थी।।कई दिन तक उसके मन मे विचार उमड़ते घुमड़ते रहे।और फिर एक दिन वह दृढ़ निर्णय करके राजन के कमरे में जा पहुँची।
"आओ माधुरी,"राजन की बांछे उसको देखकर खिल गयी।उसे अपने कमरे में देखकर वह मन ही मन मे सोच रहा था।आज तक उसने जिस भी औरत को चाहा उसे पाकर ही रहा था।उसे अपनी अंकशायिनी बनाने में इतना समय नही लगा।जितना माधुरी के में लग रहा था।न जाने उसमे ऐसा क्या था कि उसके सम्पर्क में आते ही औरते उसके एक इशारे पर अपने आप को उसके हवाले कर देती थी।पर माधुरी के साथ वह ऐसा अब तक नही कर पाया था।उसकी कुंवारी देह को वह अपनी नही बना पाया था। माधुरी को पाने में इतना समय लग गया था।खैर आखिर जीत उसी की हो रही थी।अपनी मनोकामना पूरी होती देखकर वह खुशी से बोला,"मुझे मालूम था तुम आओगी।"
"राजन मैं तुम्हे चाहती हूँ इसलिए आयी हूँ।तुम नाराज हो।तुम्हे में नाराज करना नही चाहती।एक बात कहूँ?"
"क्या?"
"मुझे पत्नी बनाने वाले बहुत मिल जाएंगे लेकिन बहन बनाने वाले नही।मैने हमेशा तुम्हे भाई के रूप में देखा और चाहा है।मेरा प्यार एक बहन का प्यार है।लेकिन तुम्हारी नजर मेरे जिस्म पर है।तुम औरत से शारिरिक सम्बन्ध बनाने को ही प्रेम समझते हो,"
कुछ देर चुप रहकर माधुरी फिर बोली,"खैर इन बातों को छोड़ो।खैर मैं तुम्हे नाराज करना नही चाहती।तुम मेरे जिस्म को पाना चाहते हो।तो लो मैं तैयार हूँ।'
माधुरी उसके बिस्तर पर जा लेटी।
माधुरी की बात सुनकर राजन अवाक रह गया।उसे आत्मग्लानि हुई।काफी देर तक वह कमरे में स्तब्ध खड़ा रहा।उसके मन मे विचारों का झंझावत उठा हुआ था।मन ही मन मे दृढ़ निर्णय लेकर वह माधुरी को उठाते हुए बोला,"उठो।'
"क्यो क्या हुआ?'माधुरी ने आश्चर्य से उसकी तरफ देखा।उसके चेहरे के भाव बदल गए थे। वासना की जगह प्रेम, वात्सल्य और श्रद्धा ने ले ली थी।
माधुरी बिस्तर पर बैठ गयी।राजन उसके पास बैठते हुए बोला,"मुझे माफ़ कर देना।मैने तुम्हारे प्यार का गलत मतलब निकाला।लेकिन भविष्य में यह गलती कभी नही होगी। तुमने मुझे जिस रूप में मुझे चाहा है।मैं तुम्हे आजीवन उसी रूप में चाहता रहूंगा।"
माधुरी ने राजन की तरफ देखा।उसके चेहरे पर पश्चाताप के भाव थे।माधुरी बोली,"राजन मुझे पूरा विश्वास था कि तुम दिल से बुरे आदमी नही हो।लेकिन रास्ते से भटक गए हो।'
राजन की जिंदगी में अनेक औरते आ चुकी थी।उसने औरत को सिर्फ भोग्या ही समझा था।माधुरी उसके जीवन मे आने वाली पहली औरत थी।जिसने उसके औरत के बारे में विचार बदल डाले थे।
लेडी किलर को एक लेडी ने मात दे दी थी।माधुरी ने उसकी जिंदगी ही बदल डाली थी।