Pyar ek anokha rishta - 3 in Hindi Love Stories by RACHNA ROY books and stories PDF | प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ३

Featured Books
Categories
Share

प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ३

फिर सब ने हिना को मुंह दिखाई की रस्म शुरू हो गई।सब कुछ-कुछ गिफ्ट देने के बाद सब लोग खाना खाने लगे।
बहुत देर तक गाना बजाना शुरू हुआ।

अमर के सारे दोस्त भी आ गए थे।सब हिना की खुबसूरती की तारीफ करते रहे।
अमर बस हिना को देखते रहे और मन में सोचें कि उसके दिल में कोई और है।।
मैं तो नहीं हुं-----------!
फिर इसी तरह एक रात बीत गई।

सुबह-सुबह खुली आंखों में हिना राज को अपने करीब पाईं और सपना टूट गया।
फिर अतीत में खो गई।।
कब वर्तमान में वापस आ गई और फिर रो पड़ी हिना।।
हिना उठो बेटी।
हिना जल्दी से उठ गई और फिर देखा तो सामने उसकी सास खड़ी थी।
हिना ने कहा अरे मम्मी जी आप।
आभा ने कहा हां बेटा चलो कुछ पड़ोसी आए हैं।
हिना ने कहा साड़ी पहन लूं।
आभा ने कहा नहीं बस सूट बदल लो।
हिना जल्दी से तैयार हो गई थी।
आभा ने कहा एक काला टिका लगा दूं। मेरी हिना को नजर न लगे।
हिना मुस्कुराते हुए नीचे पहुंच गई।
आभा ने कहा हां ठीक है ये है हिना मेरी बहु इसने दिल्ली के सबसे बड़े कालेज से लाॅ की पढ़ाई पुरी किया वो भी गोल्ड मेडल भी जीता।


कौन सा कालेज में किया था?
हिना ने कहा लाॅ कालेज आफ मास्टर।
ये नाम सुनते ही आभा चौंक गई पर कुछ भी नहीं बोली।।

फिर सारे मेहमान चाय नाश्ता करने के बाद चले गए।
हिना अपने रूम में जाकर बैठ गई और फिर अपनी एक अंजान रिश्ते में खो गई एक बार फिर खो गई।

अब कालेज में पहुंच कर हमेशा उसी को खोजती रहती थी और फिर जब वो सामने आ जाता तो अनदेखा करके चली जाती।
कालेज में वार्षिकोत्सव समारोह युवा राष्ट्र संघ द्वारा आयोजित होने वाला था उसमें राज ही नेता था।
राज ने सबको हालॅ में आने के लिए कहा।
सभी पहुंच गए ।
हिना भी पीछे छुप रही थी।
राज ने कहा रोमियो जूलियट डार्मा होने वाला है।
जो ,जो रोल करना चाहता है । नीना को नाम लिखवा लो।
हिना, कंचन,जीनत सभी ने नाम लिखवा दिया।
और अगले दिन से ही रीयसल शुरू हो गया।
हिना ने जुलियट का एक्टिंग बहुत ही अच्छे से किया।
उसके बाद सब लेक्चर सुनने चले गए।
राज ने कहा वो नोट्स कहां है?
हिना ने कहा घर पर है।
राज ने कहा घर पर रखने के लिए नहीं दिया था। उसे देखने के लिए दिया था और पढ़ने के लिए।
हिना ने कहा एक हफ्ते में दो दिन है।
फिर सबने का रोमियो कौन बनेगा? जतिन ने कहा मैं बनुगा हर साल मैं ही।
फिर रियलस शुरू हो गया था।
रोमियो बना जतिन ने कहा अरे जुलियट मेरी जान।।
हिना बनी जुलियट ने कहा रोमियो मेरे पास आओ।।
राज ने कहा कट,कट नहीं हो रहा है बस करो।

जतिन ने कहा अरे बाबा अब तक तो बहुत अच्छा था।
राज ने कहा देख ले बेटा।
राज रोमियो के गेटअप में आ गया और फिर हिना जुलियट को अपनी ओर खींच लिया और उसके चहरे पर गुलाब का फूल सहलाने लगा और फिर बोला कि जुलियट ओ मेरी महबूबा तुम हो तो ये कायनात भी होती है तुम हंसती हो तो ये जन्नत हसीन लगती है।।
हिना पुरी तरह से राज में खो गई थी उसे होश नहीं रहा कि ये सिर्फ नाटक है।।
हिना जुलियट ने कहा हां ये सच है जब तुम मुझे देखते हो लगता है कि मैं खुबसूरत हुं मैं हसीन हुं परी हुं अप्सरा हुं बस तुम्हारा साथ चाहिए।

फिर सभी तालियां बजाकर खुशी जाहिर किया।
राज और हिना एक दूसरे को देखने लगें।
फिर सब चाय पीने के बाद घर लौट आए।
हिना घर आते ही अपने रूम में जाकर सबसे पहले वो नोट्स खोजने लगीं और फिर जब मिला तो लेकर बैठ गई ‌
सारा पेज पलट दिया पर कुछ भी नहीं मिला।
ओह माई गॉड ये राज भी न क्या करता है।

आखिर क्यों।
फिर एक मेसेज आया तो हिना ने पढ़ा और फिर बोली अरे ये क्या हो रहा है।
फिर कालेज में वार्षिकोत्सव की तैयारी जोरों से होने लगी थी।
हिना और राज अब एक दूसरे के साथ बहुत ही ज्यादा समय भी बीतने लगे थे।
दोनों में दोस्ती रोमियो जूलियट की वजह से ही हो गई थी।
राज ने कहा हां हिना तुमको मुझमें क्या पसंद है?
हिना ने कहा अरे ये भी पुछने की बात है तुम्हारी आंखें,राज ने कहा और कुछ।।
हिना हंसने लगी।
राज ने कहा प्लीज़ बताओ।
हिना ने कहा नहीं नहीं।
राज ने कहा ओह माई गॉड। अच्छा अब मेरी बारी है।
जैसे ही बोला तो हिना ने अपने हाथों से मुंह दबा दिया।
राज हुं हुं हुं करता रहा।
फिर हिना ने हाथ हटा दिया।
राज थोड़ा सा उखड़ गए और फिर वो जाने लगें।
हिना ने कहा ओह राज साॅरी।
राज ने कहा ठीक है कल मिलते हैं कल हमारा इम्तहान है।
फिर दोनों घर चलें गए।
दूसरे दिन सुबह से कालेज में सब काम चल रहा था ।


सब लोग ग्रीन रूम में जाकर तैयार हो रहें थे।
राज रोमियो बन कर तैयार हो गया।
हिना भी जुलियट बन कर बहुत ही खूबसूरत लग रही थी।
फिर कार्यक्रम शुरू हो गया सबसे पहले रोमियो जूलियट के अनोखे प्रेम की दास्तान लेकर आ गए हैं राज और हिना।।
फिर नाटक शुरू हो गया ।
रोमियो अपने प्यार को खोजने लगा फिर बोला

प्यार एक ऐसा शब्द है, जिसकी चाह हर इंसान को होती है। हर किसी व्यक्ति को अपनी ज़िन्दगी में एक ऐसा साथी चाहिए होता हैं, जिसे वह बेइंतहा मोहब्बत कर सके। प्रेम की यह दास्तां कोई नई नहीं है, यह तो बहुत पुरानी है।

प्यार के दरिया में कूदने वाले अक्सर हीर-रांझा, लैला-मजनू, रोमियो जूलिएट आदि के उदाहरण देते हैं। लेकिन इनके बारे में सही जानकारी आजकल के आशिकों को नहीं होती है। इसी बात को ध्यान में रखकर मैंने सोचा क्यूं ना आज के जमाने के आशिकों को पुराने जमाने के आशिकों की दास्तां बताईं जाएं।।
पर हां इस कहानी में दो प्यारे करने वाले कभी मरेंगे नहीं बल्कि लोगों के दिलों में जगह बनाएंगे।।
फिर रोमियो और जूलियट की कहानी शुरू होती है और फिर सारे लोग वहां बहुत ही तालियों की गूंज से पुरा कालेज झुम उठा।।


फिर खुब वाहवाही होने लगी।
हिना और राज दोनों पुरे कालेज की जान बन गए।
जो माने या ना माने।
कोई माने या न माने, जो कल तक थे अन्जाने वो आज हमें जान से भी प्यारे हो गये आ : कोई माने या न माने ... कि : अब तो हमको एक ही सपना पूरा करना है जनम जनम का साथ तुम्हारी माँग में भरना है आ : जिस दिन से तुमको जाना, हमने क़िसमत को माना तुम्हारा ही होना था, तुम्हारे हो गये कोई माने या न माने ... ऐसे न देखो हँस कर, हमको कुछ हो जाता है तन पर क़ाबू रखते हैं तो मन खो जाता है कि : दिल से जब दिल मिलता है, तो हम से क्या पर्दा है जब आँखों ही आँखों में इशारे हो गये कोई माने या न माने ... आँखों में डोरे गालों पे लाली, होंठों पे ।


फिर सब घर चलें गए पर ये रोमियो जूलियट का रोमांस अब राज और हिना पर सर चल कर बोलने लगा।।

हिना अब फिर से वर्तमान में वापस आ गई और फिर रोने लगी।
अमर रात को वापस आ गए और सारी पैकिंग करने लगे।
तभी अमर का फोन बजा और हिना ने देखा कि राजीव लिखा था।
अमर वापस आ कर फोन रिसीव किया और बोला अरे राजीव कहां है तुम? एक बार आओ।
शादी में नहीं आएं। अच्छा सच क्या बात है जरूर। हां भाभी ठीक है हम आज हनीमून जा रहे हैं।
फोन रखते ही हिना ने पूछा ये कौन।
अमर ने कहा मेरा छोटू।
हिना ने कहा लगता है आप अपने भाई को बहुत प्यार करते हैं।
अमर ने कहा हां जान से ज्यादा।।
हिना ने कहा क्या करते हैं?
अमर ने कहा अरे बहुत बड़ा वकील बना था पर सबकुछ छोड़कर सीए कर लिया और अभी बैंगलोर में रहता है।
हिना ने कहा अच्छा पर क्या हुआ था।
अमर ने कहा थोड़ा सा परसोनल है।

हिना ने कहा वैसे हम कहां जा रहे हैं?
अमर ने कहा हां मैं देख कर बताता हूं।
अरे शिमला में।
हिना ने कहा ओके ठीक है।
पैकिंग मेरी सब कुछ ठीक है।
अमर ने कहा हां मैं बता रहा था कि राजीव आने वाला है।
हिना ने कहा हां ये तो खुशी की बात है।
अमर ने कहा हां मैं चाहता हूं कि तुम मुझे अपने बारे में सब कुछ बताओ पर यहां नहीं जहां हम जा रहे हैं शाय़द वहां।।
हिना ने कहा हां मैं कोशिश करूंगी।


हिना ने कहा आपने तो राजीव के बारे में कुछ नहीं बताया?
अमर ने कहा ऐसा कुछ नहीं बताने के लिए वैसे भी जो यहां नहीं है उसके बारे में क्या बोलूं।
हिना ने कहा हां ठीक है मैं भी नहीं जानना चाहती हुं।
चलो जल्दी हमें निकलना होगा।
लगेज लेकर नीचे पहुंच गए और फिर हिना और अमर पापा और मम्मी के पैर छुए।
आभा ने कहा अच्छी तरह से घुम कर आओ।
अमर ने कहा मां राजीव आ रहा है।
पापा और मम्मी सुनकर बहुत खुश हो गए।

आभा ने कहा चलो सुबह का भुला शाम को लौट आएगा।
फिर अमर और हिना एयरपोर्ट के लिए निकल गए।
रात दो बजे की फ्लाइट थी। कुछ देर बैठ कर बातें करने लगी।
कुछ देर बाद ही अमर और हिना हवाई जहाज में बैठ गए।
हिना अमर एक साथ बैठ गए थे पर हिना को अपने पति के लिए कोई भी फिलिंग नहीं थी क्योंकि वो दिल तो राज को दे चुकी थी और दोनों एक दूसरे से इतना प्यार करते थे कि हिना के लिए एक अंजान रिश्ते ही था अमर उसके पति थे पर वो सबकुछ अपना राज को दे चुकी थी।
हवाई जहाज में बैठ कर भी हिना फ्रेल्श बैक में चली गई।
रोज रात को तीन चार घंटे बात करने लगे थे दोनों प्रेमी।
राज ने कहा मैं तुम्हारे छत पर हुं एक बार आओगी।
हिना ने कहा क्या पागलपन है अरे पापा को पता चला तो।
राज ने कहा देखो ज्यादा बात मत करो ऊपर आओ तो।।
हिना ने कहा अच्छा ठीक है।
फिर हिना हिम्मत करके धीरे धीरे छत पर गई।
हिना ने कहा बोलो क्या बात है?

राज ने कहा अरे बाबा आओ तो कह कर अपने पास खींच लिया और हिना को चुमने लगा।
हिना ने कहा ओह राज ये क्या कोई आ जाएगा तुम्हारा इरादा क्या है?
राज ने कहा इरादा नेक है।
लवों को लवों से लगा लो क्या हो तुम।
आआ आए आआ
लबों को लबों पे सजाओ
क्या हो तुम मुझे अब बताओ
लबों को लबों पे सजाओ
क्या हो तुम मुझे अब बताओ

तोड़ दो खुद को तुम
बांहों में मेरी
बांहों में मेरी
बांहों में मेरी

बांहों में

अअअअअ आए
तेरे एहसासों में
भीगे लम्हातो में
मुझको डूबा तिश्नगी सी हैं
तेरी अदाओं से दिलकश खटाओ से
इन लम्हों में ज़िन्दगी सी है
हया को ज़रा भूल जाओ
मेरे ही तरह पेश आओ

को भी दो खुद को तुम
रातों में मेरी
रातों में मेरी
रातों में मेरी
रातों में

आआ आए
तेरे ज़ज्बातों में
महकी सी साँसों में
यह जो महक संदली सी है
दिल की पनाहों में
बिखरी सी आहों में
सोने की ख्वाज़िश जागी सी है
चेहरे से चेहरा छुपाओ
सेने की धड़कन सुनो
देखलो खुद को तुम
आँखों में मेरी
आँखों में मेरी
आँखों में मेरी
आँखों में
आआ आए
लबों को लबों पे सजाओ
क्या हो तुम मुझे अब्ब बताओ.

फिर दोनों एक दूसरे में मदहोश हो गए थे।
कब सुबह हो गई पता नहीं चल पाया।
छत पर दोनों प्रेमी एक दूसरे के साथ ऐसी गहरी नींद में सो रहे थे।
फिर हिना की आंख खुल गई और फिर खुद को राज के इतने करीब देख कर बोली ऊई मां।।
राज उठकर फिर हिना का हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खींचा और अपने लवों को हिना के लवों पर रख दिया और फिर ये सिलसिला कुछ देर तक चला।
हिना ने कहा अब छोड़ने का क्या लोगे?
राज ने हंस कर कहा बस मिल लेना।
हिना ने कहा अगर डैड को पता चला तो ।।
राज ने कहा कुछ नहीं होगा।
हिना ने कहा अगर तुमने मुझे छोड़ दिया तो मैं मर जाऊंगी।
राज ने कहा आज बोला फिर कभी मत बोलना।
अच्छा अब चलता हूं।
हिना ने कहा कोई देख लिया तो।
राज ने कहा अरे बाबा डरो मत ससुर जी नहीं देख पाएंगे।
फिर राज जहां से आया था चला गया।
हिना अपने बालों को खोल दिया और फिर नीचे पहुंच गई और फिर आभा ने कहा अरे हिना इतनी जल्दी उठकर छत पर।
हिना ने कहा हां मम्मी पढ़ाई कर रही थी प्लीज़ चाय पीला दो।
आभा ने कहा हां ठीक है।
हिना ने मन में सोचा मम्मी को शक नहीं हुआ ना।
कमरे में जाकर हिना खुद को आईने में देखने लगी और फिर मुस्कुराने लगी ये क्या हो गया मुझे राज ये कैसा नशा है और फिर लेट गई और कल रात की सारी बातें याद आने लगी।
हिना ने देखा ये क्या मेरी धड़कन तेज हो गई है ये क्या हो रहा है।।

फिर राज का मैसेज आया और हिना ने देखा लिखा था कि वो बातें वो रातें,वो यादें,याद आती है।।
हिना हंसने लगी और फिर लिखा कि दिल की धड़कन बढ़ाते हो तुम, ये चांद सितारे गवाह है उस रात की जब हम मिलें और फिर।।।।


फिर आभा चाय लेकर आई और फिर बोली अरे तुम हंस क्यों रही हो?
हिना ने कहा अरे मम्मी जोक पर।
फिर चाय पीने के बाद नहाने चली गई।
अब वर्तमान में वापस आते ही अमर जगाने लगा हिना कुछ खा लो।।
हिना उठ गई और फिर बोली ओह सॉरी मैं।।
अमर ने कहा ओके।लो अब खा लो।
हिना ने थोड़ा सा खा लिया और फिर बोली कि कब तक पहुंच जाएंगे।
अमर ने कहा बस आधे घंटे बाद।

फिर हवाईजहाज चार बजे तक लैंड किया और चारों तरफ अंधेरा ही था।
हिना ने सोचा कि काश राज तुम आज मेरे पास होते।
फिर वहां से लगेज बैगेज लेकर सीधे एक ओला बुक कर करें।
होटल के लिए निकल गए।

कुछ देर बाद एक बहुत ही बड़े से होटल में पहुंच गए।
सुबह हो चुकी थी।
हम फेश् होने के बाद गर्म गर्म चाय पीने के बाद एक अच्छी नींद की जरूरत थी।

फिर दोनों ही सो गए।।
फिर करीब दस बजे तक ये दोनों उठ कर तैयार हो गए।
अमर ने कहा चलो नाश्ता करने के बाद कहीं घुमने चले।

फिर हिना भी तैयार हो कर नीचे पहुंच गई।
फिर वहां पर दोनों गर्म गर्म कचौड़ी सब्जी जलेबी खाने लगे।
फिर दोनों निकल पड़े।
वहां पर एक गाइड था जिसने बहुत ही खूबसूरती से जानकारी देने लगा।
पहाड़ों की सुंदरता के अलावा शिमला में घूमने की बहुत सी जगहें हैं जिन्हे आप अपने सूची में शामिल कर सकते हैं। संग्रहालय, थिएटर और औपनिवेशिक लॉज से लेकर चलने के लिए अनोखे रास्ते, चहल-पहल वाले मॉल, गोथिक शैली में बने चर्च और हेरिटेज होटल ये ऐसे स्थान हैं, जहां आप अपने आप को व्यस्त रख सकते हैं। यदि आप खेल के शौकीन हैं, इतिहास में दिलचस्पी रखते है या इनके अलावा आप खरीददारी जैसी जगहों की तलाश कर रहे हैं, तो हम आपको बतातें हैं कि आपको कहां जाना है और क्या करना है। यहां हम आपको शिमला के प्रमुख पर्यटन स्थलों की जानकारी दे रहे है।

हिना को तभी याद आ गया उसके कालेज का टूर।। जिसमें राज ने बहुत परेशान किया था एक बहरूपिया बनकर गाइड बना फिरता है।
हिना को बहुत गुस्सा आया था कि राज समय से बस नहीं पकड़ पाया।
राज तो राज ही है वो दाढ़ी मुछे लगा कर पुरे टाइम हिना को परेशान किया था।
हिना अपने में हंसने लगी और फिर रोने लगी।
फिर ये लोग वैक्स म्यूजियम पहुंच गए।।।

हिमाचल प्रदेश के पहले वैक्स म्यूजियम के रूप में लोकप्रिय, जॉनी वैक्स म्यूजियम शिमला पर्यटन स्थलों की सूची में सबसे ऊपर आता है। इस म्यूजियम में आपको कई फेमस फ़िल्मी सितारों के एक्स स्टेचू देखने को मिल जाएंगे। संग्रहालय में सबसे अधिक पसंद किए जाने वाले मोम प्रतिकृतियों में महात्मा गांधी, स्टीव जॉब्स, हैरी पॉटर, जेम्स बॉन्ड और टोनी स्टार्क शामिल हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि आप अपने पसंदीदा सेलिब्रिटी के बगल में खड़े फोटो क्लिक कर सकते हैं और इस मोमेंट को मेमोरेबल बना सकते हैं। ये म्यूजियम सुबह 10 बजे से शाम रात के 10 बजे तक खुलता है और बड़ो की यहां फीस 250 रुपए और बच्चों की 5 रुपए है।


फिर वहां से ये सब निकल कर टॉय ट्रेन में पहुंच गए।
अमर ने टिकट ले लिया और फिर दोनों टॉय ट्रेन में बैठ गए।

चीड़ से ढकी पहाड़ियों के भव्य दृश्यों के साथ, यह पांच घंटे की टॉय ट्रेन की सवारी को आपको अपने शिमला टूर में जरूर शामिल करना चाहिए। 96 किलोमीटर की लम्बी इस यात्रा में, टॉय ट्रेन आपको 20 स्टेशनों, 103 सुरंगों, 800 पुलों और लगभग 900 सांस रोक देने वाले मोड़ों से लेकर जाएगी। बरोग और शिमला के बीच की दूरी इस यात्रा का सबसे अद्भुत हिस्सा है जब एक खड़ी चढ़ाई के कारण ट्रेन धीमी हो जाती है, जिससे आपको कुछ मंत्रमुग्ध करने वाले दृश्यों को देखने का मौका मिलता है। इस ट्रेन में सफर करने के लिए आपको एडवांस बुकिंग करनी पड़ती है। कीमत 65 रुपए से 500 रुपए तक है।

हिना को बहुत अच्छा लग रहा था लेकिन वो अमर को किसी भी तरह नहीं मान पा रही थी।
ये कैसा रिश्ता है।

अमर ने कहा अच्छा उसका नाम बताओ, क्या करता है वो,मैं चाहता हूं कि तुम उसके साथ अपनी जिंदगी बिताओ।मै नहीं चाहता कि तुम्हारी जिंदगी खराब हो।
हिना ने मन में सोचा कि ये कैसा इन्सान है जिसे कोई भी गिला नहीं है। मैं कैसे कहुं इसे।
फिर हिना ने कहा कि ये मेरे साथ कालेज में था।
हम दोनों लाॅ की पढ़ाई कर रहे थे और फिर कब।।
अमर ने कहा हां मैं समझ सकता हूं।
तुम्हें तो गोल्ड मेडल भी मिला था तो तुमने प्रेक्टिस क्यों नहीं किया?
हिना ने कहा डैडी ने नहीं करने दिया।

मेरी अच्छी नौकरी लग गई थी पर डैड ने शादी करवा दी।
अमर ने कहा हां ठीक है पर क्या डैडी को उसके बारे में नहीं पता।
हिना ने कहा हां पता था पर कभी आमने-सामने नहीं आएं।
एक दिन अंकल ने देख लिया था हम दोनों को साथ में।
मुझे वापस उस घर नहीं जाना है मुझे आप मत भेजना।
अमर ने हंसते हुए कहा अरे नहीं मैं नहीं भेजूंगा पर मैं चाहता हूं कि तुम खुश रहो और उसके लिए मैं कुछ भी कर सकता हूं।

हिना ने कहा मुझे कुछ नहीं चाहिए बस थोड़ा सा समय दे दिजिए।।

अमर ने कहा हां वही तो नहीं है।। अमर हंसने लगे।
हिना कुछ नहीं बोली।
फिर हिना ने कहा अब वापस चलते हैं।
अमर ने कहा हां ठीक है चलो।
फिर वापस होटल पहुंच कर दोनों खाना अपने कमरे में मंगवा लिया।
कुछ देर बाद ही वेटर खाना दे कर गया।
फिर दोनों खाना खाने लगे और फिर अमर ने कहा और कुछ बताओ।
हिना ने कहा क्या बताऊं एक नाकाम मुहब्बत की दास्तान।
अमर ने कहा ऐसा कैसे हो सकता है।
हिना ने कहा हां जैसे उसे पता चला कि मेरे डैड मेरी शादी करवा रहे हैं बस उसी गुस्से में आकर चला गया। मेरी एक छोटी सी गलती है
अमर ने कहा ओह माई गॉड मैं क्या करूं कुछ समझ नहीं आ रहा था।
अमर ने कहा अच्छा ये बात है।
फिर दोनों सोने लगे।
अमर सोफे पर सो गया और हिना बेड पर सो गई।।पर हिना को नींद नहीं आ रही थी तो वो एक बार फिर अपने अतीत को याद करते हुए हंसने लगी अब क्या हुआ।
राज ने कहा कि वह अब नहीं मिलेगा।
हिना ने कहा पर क्यों।
राज ने कहा समझा करो फाइनल एग्जाम है। हिना ने कहा मुझे कोई डर नहीं है मुझे सब कुछ याद है।
राज ने कहा हां ठीक है मैं भी कोशिश कर रहा हूं।
हिना ने कहा अच्छा राज उस दिन छत पर क्या मेरे साथ कुछ।।
राज ने कहा अरे बाबा तुम भी ना। हां हुआ था सबकुछ।
हिना एक दम से चौंक गई और फिर बोली अरे तुम क्या कर रहे हो हां?
राज ने कहा अरे बाबा मैं ही मैं हुं।।
हिना ने कहा मार डालुगी।
राज ने कहा कब का मन चुका हूं।
हिना ने फिर से पुछा कि बोलो प्लीज़ उस रात मैं तुम्हारे बहुत करीब थी तो मुझे डर लग रहा है।। कुछ हो गया तो।।
राज हंस कर कहा अरे जो होना था वो हो गया शादी से पहले।।
हिना ने कहा हां पर गलत है ना।
राज ने कहा हां अब क्या करें तुम भी रोक नहीं पाईं मैं भी दिवाना हो गया था और फिर वो एक एहसास था और हम खो गए।।
फिर राज ने सलमान भाई का गाना चला दिया।
तुमसे मिलने की तमन्ना है प्यार का इरादा है।

तुमसे मिलने की तमन्ना है
प्यार का इरादा है
और एक वादा हैं जानम
तुमसे मिलने की तमन्ना है
प्यार का इरादा है
और एक वादा हैं जानम
जो कभी हम मिले
तो ज़माना देखेगा अपना प्यार
ओ मेरे यार
ओ मेरे यार
तुमसे मिलने की तमन्ना है
प्यार का
इरा और एक वादम जो
हमें पसंद है, ऐसा ही है
जैसे मैं चाहता हूं कि यह
मेरे जैसा
हो या जैसा
है वैसा ही


शायर, दीवाना आशिक परवाना शायर नहीं हूं,
डीवांन आशिक परवाना शायर नहीं हूं । अब जाने जान-ए - जाना है ।


फिर गाना खत्म हो गया तो राज ने कहा आज रात मैं आऊंगा।।
हिना ने कहा कभी नहीं आना।
डैडी को पता चला तो फिर देखना।
हम दोनों अलग नहीं हो सकतें हैं।
मौत भी नहीं कर सकती हैं।
हिना ने कहा एक पल भी रहा नहीं जाता,चुप पर रहा नहीं जाता,क्या करें इस कदर खोए हुए हैं तेरे प्यार में,मर भी जाऊं तो ये हो नहीं पाता।।



राज ने गले से लगाया और माथे को चूमा और फिर बोला अरे यार तुम भी ना सेंटी हो।

हिना एक बार फिर से वर्तमान में वापस आ गई और फिर मन में सोचा कि राज क्यों किया ऐसा तुमने।


तभी अमर उठ गए और फिर बोला कि तुम शेयर कर सकती हो।
तुम क्या उसके पास जाना चाहती हो?
मैं तुम्हारी मदद कर सकता हूं

देखो हम यहां से वापस सबसे पहले जाएंगे तुम्हारे राज के पास।
हिना ने कहा ऐसा कैसे हो सकता है आप ने मुझे से शादी क्यों किया?
अमर ने कहा अरे बाबा तुम मुझे अच्छी लगी थी।
हिना ने कहा ओह।।
अमर ने कहा चलो घुमने चले।
हिना ने कहा नहीं आप जाइए मैं आती हूं।
अमर ने कहा ओके फिर जल्दी आना।
कहते हुए अमर नीचे पहुंच गए और फिर वहां से बाहर निकल आए।
बाहर का मौसम बहुत ही अच्छा था। अमर ने कहा काश हिना आती है।
ये सोचते हुए अमर काफी आगे निकल गए और फिर अचानक सब कुछ थम सा गया क्या हो गया था अमर को।।
फिर सारे लोगों की भीड़ हो गई और फिर एम्बुलेंस भी आ गया था।
वहां पर जानने वाले कोई भी नहीं कि हिना को बता सकें।
एक कार चालक ने अमर को ऐसे घक्का दिया कि कुछ ही मिनटों में अमर लहुलुहान पड़ा छटपटाने लगे और फिर किसी तरह उसको अस्पताल ले गए।
इसी तरह किसी व्यक्ति ने ये खबर होटल में जाकर रिसेप्शन में जाकर खबर दी और अमर का फोटो दिखाने पर पता चला कि ये यहां पर आएं हैं।
फिर रिसेप्शन में से हिना को खबर दिया कि ऐसा हुआ।

क्रमशः