Pyaar ka Zeher - 61 in Hindi Love Stories by Mehul Pasaya books and stories PDF | प्यार का ज़हर - 61

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प्यार का ज़हर - 61

देवेन्दर : नही जालाम सिंह कैदी इस जेल मे नही है. वो ठीक दो 3 किलोमिटर दूर के जेल मे है. तो वहा जाना पडेगा. अब आप लोग यहा तक आये हो तो 3 किलोमिटर जाने मे क्या फिक्कत है.

रवि : जिनू माईकल तुम लोग अब बताओ क्या करे. जाये इनके साथ या फिर नही.

माईकल : हा चलो फ़ीर. वैसे भी भाई तो इस जेल मे है नही. तो यहा अपना सर फोड़ना बेकार है.

रवि : हा हम चलने के तैयार है. लेकिन आप लोग भी कोई चालाकी मत करना.

रितेश : रिहान भाई वो गुप्ता संदेश भेजने को बोल देना जिसको आपने कहा है.

रिहान : आप फिक्र ना करो सब सही से हो गया है. अब सिर्फ इस गेंग को इस मैन टेन एरिये से बहार लेजाना है. फ़ीर देखो कमाल.

《 2 मिनट के बाद... 》

पुलिस अर्जुन : अरे ये संदेश किसी अंजान नम्बर से आया है. लिखा है इस गेंग ने सिर्फ दो जगह पे बोम लगा रखे है. एक मैन टेन के बडे हॉस्पीटल मे और दुसरा रेलवे स्टेशन मे. अब पुलिस वालो के पास सिर्फ 5 मिनट बाकी है. बोम को ढूंड ने मे.

हवलदार पुनीत : चलो सहाब गाडी तैयार है जाने के लिये जल्दी चलो. ये दो जगह पास मे ही है. इसे पहले की 5 मिनट पुरे हो. और बोम फट जाये हम बोम के वैरिंग काट देते है. चलो.

पुलिस अर्जुन : हा चलो जल्दी.

《 4 मिनट के बाद... 》

पुलिस अर्जुन : पुनीत यहा आओ ये देखो. ये दुसरा बोम रहा. इस गेंग ने ना काफी गुप्ता जगह पे रखा है. ठीक हॉस्पिटाल के अंदर पेसंट जहा लेटा था. उसके बैड के निचे बोम लगा कर चले गये है. अब जल्दी इसकी वैरिंग कट करनी पडेगी. हमारे पास अब 30 सैकेण्ड है जल्दी.

हवलदार पुनीत : ये लाल काटा और ये नीला काटा. आखिर कार अब जो खाश इसकी वैरिंग की हुए है वो. ये काला वाले वैरिंग से है. इसे ये बोम काबू मे होता है. इसको नही काटना है. इसके बाजू मे जो ये पिला है. उस को काटना होगा. और ये काट दिया.

पुलिस अर्जुन : अरे वाह पुनीत जी क्या वक़्त का पालन हुआ है बस 2 सैकेण्ड ही बच्चे थे और बोम के वैरिंग काट दिये. आखिर कार ये मुसीबत को हुमने जड से उखाड़ दिया. अब मे उस अंजान नम्बर पे संदेश भेज देता हू ताकी वो आगे बता सके.

रिहान : रितेश देवेन्दर भाई अब इशारा मिल गया है की अपना काम शुरु करे.

रितेश : हमला.

《 खेल खतम... 》

रवि : ये इन लोगो ने सही नही किया. अब देखो हम क्या करते है. जिनू भाई जहा पे भी बोम लगाये है. वो सारे इस रिमोट से उडा दो.

जिनू : हा भाई अभी उड़ाता हू क्यू की ये इन लोगो ने बिलकुल अच्छा नही किया. माईकल को गोली लगी है. उसका बदला ले लेंगे. छोड़ेंगे नही उन सबको.

रवि : माईकल तुम अभी निचे ही रहना. ठीक है. अरे जिनू भाई ये क्या हो रहा है. तुमसे ये रिमोट चल क्यू नही रहा है.

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