Pehchan - 6 in Hindi Fiction Stories by Preeti Pragnaya Swain books and stories PDF | पेहचान - 6

Featured Books
Categories
Share

पेहचान - 6

अभिमन्यु को अचानक उसके assitant राघव का call आया जिसे देख अभिमन्यु receive करने अपने कमरे मे चला गया,
राघव ने अभिमन्यु को कुछ inform किया तो अभिमन्यु जल्दबाज़ी मे पीहू को बिना कुछ कहे ही बाहर निकल गया.

दिन खतम होके साम ढल गयी, पीहू को भूक लगने लगी थी, वो kitchen check की तो उसे बस एक bowl दूध मिला , वो पीना तो चाहती थी पर उसे पिल्लू का खयाल आया, तो वो दूध ,वो पिल्लू को देदी.

साम खतम होकर रात के 10 बज चुके थे पर अभी तक अभिमन्यु का कुछ पता न था । पीहू को तो इतनी तेज भूक लगी थी की मानो उसकी जान बस निकलने ही वाली है.

यहाँ दूसरी तरफ मुंबई के एक और आलिशन bunglow मैं अर्जुन भारद्वाज जो की immortal group का ceo था अपने कंप्यूटर पर काम कर रहा था, कमरे मैं files इधर उधर लुड़क रही थी मानो रूम मे अभी अभी तूफान आके गया हों!
कोई सोचता होगा की इतना बड़ा ceo है तो दूसरो को काम देखे खुद सन्ति से सो रहा होगा पर बात तो उससे विपरीत थी , हो भी क्यु न वो तो दो नाव पर पैर रखे खडा था एक तरफ उसकी कंपनी immortal और साथ मैं USA मैं DCT कंपनी का हेड मेंबर । दो companies को संभालते संभालते उसकी जान जा रही थी पर क्या करे वो तो इसी बात पे अडा था की कर्म ही भगवान है !

अचानक से उसे लगा जैसे उसके खिड़की पर कोई है!, उसने अपने drawer से gun निकाला और खिड़की की तरफ बढ़ने लगा..
जैसे ही वो खिड़की खोला ,उससे पहले की वो देख पाता कोन है , उसके उपर किसीने jump लगा दिया ,उसे एसे किसी चीज की उमीद नहीं थी,उसका balance बिगड़ा और वो नीचे गिर गया
जैसे ही उसने अपने आपको संभाला और देखने की कोसिस किया की कोन है तो वो हैरान होकर बोला पीहू....!
इससे पहले की अर्जुन कुछ और कहता एक तेज आवाज से पीहू बोली, मुझे भूक लगी है .......

अर्जुन ने देर नहीं की जल्दी से वो गया और एक प्लेट खाना लेकर आया.

पीहू उसके हात से खाना एसे चीनी मानो जैसे वो एक हीरा हो......

पीहू खाना खाई और पानी पी तब जाके मानो उसके जान मे जान आई ,

वो पूछी , कैसे हो?और आपका काम केसा चल रहा है?फिर चारो तरफ पड़े files को देखके ,हसते हुए बोली ये सब क्या हो रहा है,तुम in files के साथ कुस्ती लड़ रहे हो क्या?

अर्जुन एक उदास सी शकल बनाकर बोला, नहीं मैं तो एक डील को कैसे crack करूँ समझ नहीं पा रहा , बस उसी मे उलझा हुआ हूँ.....

पीहू कुछ बोलती उससे पहले ही अचानक कंही से गोली चलने की आवाज आई तो पीहू और अर्जुन दोनो इधर उधर देखने लगे तभी पीहू जल्दी से अर्जुन के टेबल पे रखे gun को उठाई और एक जगह देखकर फायरिंग की पेड़ के नीचे खडा एक इंसान फटाक से गिर गया.

ये सब इतनी जल्दी हुआ की अर्जुन को कुछ सोचने का मौका ही नही मिला पर ये सब देखने के बाद भी अर्जुन नॉर्मल था क्योंकि, इतने बड़े कंपनी का ceo बनने के बाद तो ,उसपे एसे हमले होते रहते थे...

अर्जुन उसे इग्नोर कर पीहू की तरफ मुडा और बोला वैसे आप india कब आई और आज इस अर्जुन सर की याद कैसे आगयी?

पीहू बोली मैं 3 दिन पहले india आगयी हूँ ।
फिर सर खुजाते हुए बोली, actually एक हेल्प चाहिए थी?

अर्जुन बोला क्या?

पीहू बोली मुझे job चाहिए,

अर्जुन को लगा जैसे उसने कुछ गलत सुना है तो वो फिर से confirm होने के लिए पूछा क्या?

पीहू चिड़ते हुए बोली काम करते करते बहरे हो गए हो क्या?मैं बोली जॉब चाहिए वो उसके कान के पास इतनी जोर से चिल्ला कर ये बात कही थी की मानो अर्जुन के कान के पर्दे फट गए हो , वो अपने कान को नॉर्मल होने तक का इतेजार किया और बोला आप अभी भी वैसी हो? फिर वो अपने point पर आते हुए बोला

job पर क्यों?

पीहू उसे सारी बातें समझाई तो, अर्जुन एक सिकायत करने के अंदाज से बोला क्या मैं पराया हो गया हूँ,आप चाहो तो मुझसे पैसे ले सकती हो और, मेरा इतना बड़ा बंगला है साथ मैं खाने के लिए जब भी जो भी चाहोगी सब available है फिर भी job करना चाहती हो क्यों ?

तभी उसे पीहू के हात मे चोट के वजह से बंधी bandage दिखाई दी तो उसने पूछा ये सब क्या है और केसे हुआ?

पीहू बोली ये कुछ नहीं बस एक छोटा सा accident होगया था

अर्जुन एकदम् से बोला केसे और कब हुआ accident क्या आपने पोलिस complain किया है ?

पीहू बोली अरे! रुको क्या सुपरफास्ट एक्स्प्रेस की तरह बोल रहे हो
गलती मेरी थी उस गाड़ी वाले की नहीं okk

Actually मैं पिल्लू को बचाने के लिए गाड़ी के आगे कूदी थी .

अर्जुन confuse होते हुए बोला कौन पिल्लू?

पीहू बोली एक छोटा सा puppy है तुम उसे देखोगे न उसके प्यार मे पड़ जाओगे.

अर्जुन अपना सर पटकते हुए बोला वाह क्या बात है एक कुत्ते के लिए अपनी जान की परवाह भी नही करती wow पता नही आप कब बदलोगी?.

पीहू बोली अच्छा मैं तुम्हारी मुश्किल आसान कर देती हूँ ठीक है ,तुम न मुझे अपना पर्सनल bodyguard बना लो......

अर्जुन अब भड़क गया और बोला आप पागल हो? आप क्या हो? और क्या बनने की बात कर रही हो, मैं आपको एक अच्छे post देने की सोच रहा हूँ और आप bodygurd बनने की बात कर रही हो

पीहू समझते हुए बोली सुनो कोई काम बड़ा नही होता और वैसे भी तुम तो जानते हो मुझे एसे limelight मे रहना पसंद नहीं,फिर कुछ सोची और बोली
अच्छा बच्चू मुझे higher पोस्ट पे रखके मुझपे हुकुम चलाने का इरादा है नहीं !

अर्जुन फटाक् से बोला अरे !नहीं नहीं एसा नहीं है आप एसे क्यों सोच रही हो ?

तभी पीहू बोली आज का कोटा खतम इसके आगे मैं कोई सवाल के जवाब नही देने वाली so बात खतम मैं bodyguard ही बनूँगी

अर्जुन तो मानो मन ही मन खुद को गालियाँ बक रहा था ..... है भगवान क्या करूँ मैं इस लड़की का कुछ भी कहती है मानो express है पर वो थोड़ा सांत भी हुआ इतने सालों से वो पीहू को जानता थाकी अब उसे ये तो पता था की पीहू जब कुछ सोचले उसे बदलना मुश्किल ही नहीं न मुमकिन है...

पीहू खिड़की की तरफ जा रही थी तो अर्जुन बोला वहाँ से कहाँ जा रही हैं दरवाजा इस और है......

पीहू बोली....मुझे यंही से जाना अच्छा लगता है फिर खिड़की की तरफ गयी पर तभी रुकते हुए बोली अच्छा सुनो ....... तुम न मुझे तु तडाक करने की आदत ड़ालदो, क्यों की ऑफिस मैं आप मेरे बॉस होगे और मैं आपकी बॉडीगार्ड, सो तुम मुझे तु केहकर ही बात करोगे । that will be fine..

अर्जुन को ये बात अजीब लगी पर पीहू सच ही तो कह रही थी इसलिए वो बस सहमति मैं अपना सर हिलाया,

पीहू फिर बोली मुझे एक फोन चाहिए

अर्जुन बोला क्यु आपका फोन कहाँ है

पीहू बोली घूम गया है......

अर्जुन बोला अभी तो मेरे पास ये नॉर्मल सा फोन है बस

पीहू बोली ठीक है वही फिल्हाल देदो, जब सैलारी दोगे तब अच्छा वाला खरीद लुंगी

अर्जुन बोला अच्छा मुझे एक बात तो बता दो mam सैलरी कितनी लोगी?

पीहू वही रखे एक पेपर stamp को अर्जुन की तरफ मरते हुए बोली, सायद आप भूल रहे हैं आप boss हैं तोह आप ही सैलरी deicide करोगे!

फिर अपने सर पे हात रखते हुए बोली भला तुम जैसे गधे को कंपनी का ceo किसने बनाया?