Pyaar ka Zeher - 34 in Hindi Love Stories by Mehul Pasaya books and stories PDF | प्यार का ज़हर - 34

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प्यार का ज़हर - 34

" बटुक समय बीत ता जा रहा है करीबन हम 12 बजे तक ये उबलता जल वहा तक पंहुचा पाएंगे "

" लेकिन आप को वहा का कुछ भी पता है कि वहा क्या हो रहा है और क्या नही हो रहा "

" ये तो हमें पता नही रुको हम पता लग्वाते है अपनी शक्तियों के जरिये "

" अरे आप कितने बड़े मूर्ख है वो अच्छाइयों वाली दुनिया है उस दुनिया मे अछाइ कि शक्तियां है और कुछ बुरे लोग भी होंगे लेकिन वो हमारी मदद क्यूँ करेंगे बुराई फैलाने मे "

" बटुक हमे पता चला है कि जिसको हम मारने वाले है उसके घर मे उसके भाई कि शादी हो रही है और आज हो जाएगी मतलब हमारे बारे उन लोगो को पहले से हि पता लग चुका था इस लिए ये शादी जल्दी करवा रहे है लेकिन हम भी पीछे नहीं हटेंगे अब ये उबलता हुआ जल अब कई गुना तेज़ि से जाएगा बस देखो तुम अब और इसके साथ ये संदेश भी भेज देते है कि हमें महेर कि जान हमारे हवाले करदे वरना सब नष्ट कर देंगे ऐसा लिख कर ठीक है "

" हा करो जो करना है लेकिन जल्दी करो काले बादशाह वरना देर ना हो जाए बस कुछ घंटो मे वो शादी हो जाएगी "

" ऐसा हर्गिज नही होने दूँगा मे "

《 कुछ देर बाद... 》[ फेरे लेने का वक़्त शुर ]

" अरे अब क्या हुआ फेरे क्यूँ नहि ले रहे हो तुम लोग बेटा कबसे बोल रहे है पंडित जी कि फेरे शुरू करो लेकिन तुम लोग सुन हि नहीं रहे हो क्या हुआ आप दोनों को चलो फेरे लो "

" अरे मम्मी आप लोगो को क्या हो गया है वर्मालवर्मा कहा है इसके बिना हम अकिसे फेरे लेले "

" अरे हा ये वर्माला वाली बात किसीके दिमाग मे नहीं आए रुको मे मंगवाति हूँ "

" अरे अरे मौसी हम है ना आपके भांजे कब काम आएँगे हा बताओ तो आप खुद चल पड़ते है कहीं भी कभी भी ये तो ठीक नहीं है ना आप रुको मे फोन करता हूँ "

" हाँ करो और जल्दी से और लाओ फूल हार "

" राहुल भैया यहा आओ जल्दी से "

" क्या हुआ महेर तुम इतनी घब्राइ हुए क्यूँ हो कुछ हुआ हुआ है क्या "

" जल्दी से राज भैया और हयाती चाची की शादी के फेरे कर्वाओ वर्माला "

" राहुल भैया यहा आओ ज हमारे पास ज्यादाल्दी से "

" क्या हुआ महेर वक़्त नहीं है "

" लेकिन महेर वर्माला नहीं है इसके बिना हम फेरे कैसे करवा देंगे थोड़ा सा रुको मे पूछता हूँ अर्माला वाला कहा तक पंहुचा "

" अरे ये कौन है जो अंदर गाड़ी ले आए जा रहा है "

" अरे भाई कौन हो आप और ये घर है कोई हाँइवे नहीं जो गाड़ी अंदर सीधे ले आए रुको "

" पता नहीं कौन है शादी का माहौल खराब कर रहा है वैसे भी परेशानतुम इतनी घब्राइ हुए क्यूँ हो कुछ हुआ हुआ है क्या "

" जल्दी से राज भैया और हयाती चाची की शादी के फेरे कर्वाओ हमारे पास ज्यादा वक़्त नहीं है "

आगे जान्ने के लिए पढते रहे प्यार का ज़हर और जुडे रहे मेरे साथ.