Pyaar ka Zeher - 33 in Hindi Love Stories by Mehul Pasaya books and stories PDF | प्यार का ज़हर - 33

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प्यार का ज़हर - 33

《 अब मुसिबते बढाने ने मे काले बादशाह ने पूरी तैयारी कर ली थी और अब वहा भट परिवार ने भी शादी की रश्मे पूरी कर ली थी अब सिर्फ बारात लेकर जाना रह गया था अब जान्ना ये है की क्या राज और हयाती अपनी शादी के फेरे ले पायेंगे और क्या महेर ये मुसीबत को झेल पायेगी 》

《 अग्ली शुभ और तीसरा दिन... 》

" राहुल यहा आओ तो ये ना ये लेटर एक करन नाम का आदमी आयेगा उसे दे देना ठीक है "

" हा दे देंगे लाईये "

" अरे राहुल बेटा अभी उस लेटर को रहने दो 9 बजने आये बेटा आधे घंटे के भीतर ये बारात वहा पहुच जानी चाहिये पता है यही महुरत निक्ला है "

" हा मम्मी पता है लेकिन ये लेटर मे बहार नही जाऊंगा देने बस वो इन्सान आता ही होगा मे बस दरवाजे पे देके आता हू ठीक है "

" हा ठीक है "

" हा जाओ लेकिन जल्दी आओ बेटा काम बहुत है "

" सिमरन सुनो हयाति को तैयार किया या नहीं कितनी देर लगेगी बेटा बारात राश्ते मे है "

" हा आंटी अभी तैयार हि है बस बिंदी लगाना बाकी है और ज़ेवर पेहना ना बाकी है फिर पूरी तरह से तैयार मिलेगी आपको हयाति "

" हा और सुनो आज मेरी बेटी के लिए बहुत बड़ा दिन है इस लिए तैयार करने मे कोई कमी नहीं छोड़ना ठीक है आज मेरी बेटी सबसे सुंदर दिखनी चाहिए "

" जी आंटी आप फिक्र मत करो हयाति को मे ऐसी तैयार करुँगी कि आप सब देखते रह जाएँगे और दूल्हा और उसके घर वाले भी "

" बस यही सून्ना चाहती थी मे तेरे मुँह से अब तुम तैयार करो मे आती हूँ ठीक है "

" जी आंटी जरूर "

" हे भगवान अब ये टेबल किसने यहाँ रख दी बेटा इस टेबल को वहाँ बाजु मे रख दो तो यह बिच मे आएगा सबके "

" हाँ मे रख देता हूँ रुकिए और कुछ काम हो तो बता देना मे कर दूँगा ठीक है "

" नहीं नहीं बस इतना हि करदो अगर कोई होगा तो मे कह दूंगी कि ये काम है "

" जी आंटी जरूर "

" अरे मौसी आप इतनी तकलीफ क्यूँ उठा रहे है घर इतने सारे काम करने वाले लोग बुलाये है फिर आप क्यूँ थक रहे है वो तो उनका रोज़ का काम है तो वो कर लेंगे और उनको बताने कि जरुरत नहीं पड़ेगी आप ऐसे इधर उधर मत जाइये यहाँ बैठिये ठीक है वरना तबियत खराब हो सकती है और आप हयाति कि फिक्र मत करो सब अच्छे से हो जाएगा देखना आप "

" रनवीर बेटा सब अच्छे से हो जाए वहीं ठीक है वरना तुम भी जानते हो कि अक्षर विवाह मे मुश्किलें आजाती है जो कि परसों जमाई राजा ने बताया था बस डर है कि कुछ मुसीबत ना आजाये "

" अरे कुछ नहीं होगा देखना आप "

" कुछ ना हो तो हि बेहतर है "

आगे जान्ने के लिए पढते रहे प्यार का ज़हर और जुदे रहे मेरे साथ