Exploring east india and Bhutan... - Part 21 in Hindi Travel stories by Arun Singla books and stories PDF | Exploring east india and Bhutan... - Part 21

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Exploring east india and Bhutan... - Part 21

Exploring East india and Bhutan-Chapter-21

चौदहवाँ दिन

 

Thangthong Dewachen Nunnery, Thimphu Bhutan

 

थांगथोंग डेवाचेन नुननेरी : यह बौद्ध मठ थिम्फु के सिटी सेंटर से लगभग4 km की दूरी पर ज़िलुखा में स्थित है इसे Zilukha Anim Dratshang के नाम से भी जाना जाता है.

 

इसमें लगभग 60 ननें रहती है, इन ननों ने अपना जीवन आध्यात्मिकता और बौद्ध धर्म के लिए समर्पित कर दिया है. इसका निर्माण 1976 में थांगटोंग ग्यालपो, ड्रूबथोब रिक्की जैडेल द्वारा करवाया गया था.

 

एक विशाल द्वार से प्रवेश कर कुछ दूर पैदल चल कर आप नुननेरी में पहुंचते हैं. परिसर में ननों के लिए आवास बनाये हुए हैं, व् एक छोटा सा बगीचा है, आप चाहें तो यहा समय गुजार कर इसमें रहनी वाली ननो की जीवन शेली का अध्ययन कर सकते हैं, नही तो ज्यादा कुछ करने को यहाँ है नही, फोटो क्लिक करें और आगे चले.

ग्राउंड फ्लोर पर अलग से बनी एक गिफ्ट शॉप में ब्रोक्पा याक-हेयर स्पाइडर हैट, एंटीक नूडल एक्सप्रेस, तेंदुए की त्वचा के बैग इत्यादि उपलब्ध हैं, जिन्हें आप भूटान की यादगार के रूप में खरीद सकते हैं.

 

यहाँ पर एक रेस्टोरेंट है, जिसके अंदर बेठने के लिए लकड़ी से बना सुंदर फर्नीचर है और बाहर राजस्थानी अंदाज में बैठने का प्रबंध है, यहाँ केवल भूटानी भोजन परोसा जाता है,और इसकी सुजा यानी बटर टी का अलग ही स्वाद है, बाकि यहाँ  वेज और नॉन वेजसभी डिश उपलब्ध हैं. वेज़ भोजन में मात्र लाल चावल के साथ प्योर मिर्च की डिश इमा डटसी (Ema Datshi),व् खुली बुक्कवीट पेनकेक्स उपलब्ध है, दोनों में बहुत मात्रा में मिर्च ही होती है, डिश मिट्टी के बर्तनों  में परोसी जाती है. अगर आप मेरी तरह स्पाइसी भोजन नही खाते तो इससे दूर रहें.

 

खुलने का समय:

सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 10:00 बजे से शाम 4:30 बजे तक

शनिवार को सुबह 10:30 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक

रविवार को 11:30 बजे से 3:30 बजे तक

 

Tashichho Dzong, Thimphu Bhutan

 

यह एक बौद्ध मठ और किला थिम्फु के सिटी सेंटर से लगभग 45 km की दूरी पर वांग छू में स्थित है. इसे थिम्पू द्जोंग (Dzong) के रूप में भी जाना जाता है.

यह सफेद रंग की सुनहरी छतों वाल दो मंजिला किला है. किले में सिंहासन कक्ष, सचिवालय, गृह मंत्रालय और वित्त मंत्रालय के कार्यालय हैं.

इसे 1641 में झबद्रुंग ने बनवाया था.  इस किले में  1698 व्  1869 में दो बार आग लगी परन्तु भूटान के  द्वितीय राजा ने 1962 में डोज़ोंग के जीर्णोद्धार करवा करके इसकी शान दुबारा से स्थापित की.

 

थिम्फु भूटान की राजधानी है  व् इसकी जनसंख्या लगभग 130000 है, पहाड़ी स्थान होने के कारण यहां ज्यादातर निवासियों  का रंग गोरा है.  स्थानीय मार्किट में ज्यादातर शॉप्स गिफ्ट आइटम्स व हेंडी क्राफ्ट की है.  भूटान में व्हिस्की वाइन पानी की बोतल की तरह हर शॉप पर उपलब्ध है. सुबह क्योंकी पुनाखा जाना था, तो उसके लिये परमिट पहले दिन ही बनवाना होता है, व शाम को आफिस 3 बजे बंद हो जाता है, हमारा ड्राइवर 2 बजे के करीब ही आफिस पहुंच गया पर जवाब मिला "आफिस बन्द है, परमिट कल 9 बजे बनेगा”

ये मत पूछना आज क्यों नही, कल का मतलब कल है.