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आदित्य की आँखों मेँ भी नींद नहीं है । तभी अपने फ़ोन पर मुस्कान का नंबर देखा तो उसने मुँह फेर लिया । फिर जब फ़ोन यूँ ही बजता रहा तो उसने उठा ही लिया ।
मुस्कान :: सॉरी तुझे डिस्टर्ब करने के लिए । ऐसे दिल तो तू तोड़ता ही रहता है ? कोई नयी बात तो है नहीं ?
आदित्य : मुस्कान मेरा सिर दर्द मत कर । तेरा पति नहीं है क्या, ये सब सुनने के लिए ।
मुस्कान :; हाँ, बिलकुल है। पर मुझे तुझसे बात करनी है । मैंने सिया को मना भी किया था कि तुझे कुछ कहने का फायदा नहीं है। पर उसका कहना था कि वो तुझे पाना नहीं चाहती, बस कहना चाहती है क्योंकि तू उसकी पहुंच से दूर है । आप वो चाँद है, आदित्य खन्ना जिसे देख तो सकते है, मगर पा नहीं सकते ।
आदित्य : इसमें मेरी क्या गलती है? ( साँस लेते हुए )
मुस्कान :; इतनी नफरत उड़ेलने की ज़रूरत नहीं थी। मैं भी तुझे नहीं बताऊँगी की सच क्या है । यह कहकर मुस्कान ने फ़ोन पटक दिया।
आदित्य ने अपना फ़ोन चेक किया और रूबीना का नंबर ढूँढा । रूबीना का फ़ोन किया तो उसने फ़ोन काट दिया । सुबह की फ्लाइट से वह पुणे के लिए निकल गया । क्योंकि रूबीना ने उसे सुबह वापिस कॉल कर मिलने के लिए पुणे बुला लिया । उसने एयरपोर्ट से ही सिद्धार्थ को अपने जाने की खबर दी । काश ! वो सही साबित हो और सिया गलत क्योंकि उसे याद नहीं है कि उसने अपनी ज़िन्दगी में कभी किसी बात पर पछतावा किया हों ।
ऑफिस में सिया ने अपने काम में लगी हुई है, उसने आदित्य के कैबिन की तरफ देखा तो वहाँ कोई नहीं है। फ़िर उसने अपने दिल को समझाया और अपनी कुर्सी मोड़कर बैठ गई । नकुल सिया को किसी बहाने से अपने ऑफिस में बुला लेता । लंच भी सभी इंटर्न्स के साथ करता । वे सभी कैफेटेरिया में हंस बोल रहे हैं । सिद्धार्थ ने सिया की तरफ नकुल के झुकाव को समझ लिया और सोचने लगा "इस लड़की से कोई नफरत कैसे कर सकता है । पता नहीं आदी को ऐसा क्या पता है, जो उसे नहीं पता ।"
आदित्य रूबीना के घर में है । दोनों कॉफी पी रहे हैं । पापा चाहते थे कि मयंक बिलकुल उनकी तरह बन जाये। जिस तरह उन्होंने अपनी ज़िन्दगी को अनुशासन से जिया, उसी तरह मयंक भी अपनी ज़िन्दगी को व्यतीत करे । इसलिए मयंक जितना अपनी चलाता पापा उसे और कंट्रोल करते। इस तरह वो कन्फूयज़ हो गया और स्प्लिट पर्सनालिटी का शिकार हो गया । वह अपना अग्रेशन और अपनी नेगेटिव एनेर्जी को कॉन्ट्रैक्ट पर लड़कियां लाकर उनके साथ हंटर गेम खेलकर निकालता । पापा को पता चला तो उन्होंने वार्निंग भी दी । जब उसे सिया अच्छी लगने लगी, तब उसने सोचा कि क्यों न हमेशा के लिए उसे फँसा लिया जाए । उसकी स्पिल्ट पर्सनालिटी उस पर हावी हो गई । मगर जब उस दिन मुस्कान ने सब सच बताया और फिर उसका एक्सीडेंट भी हो गया। तब पापा ने उसे नूजीलैंड भेज दिया और फ़िर तुम्हें तो पता ही है कि वहाँ उसको किसी सयकाट्रिस्ट को दिखाया गया । अब वो बेहतर है । रूबीना ने यह सब बोलते हुए अपनी कॉफी खत्म कर दी । आदित्य ने एक गहरी सांस ली । मगर जब भी मेरी उससे बात होती थी तो वह यही कहता प्यार की वजह से मेरी यह हालत है । मुझे तो शुरू से ही यही लगता था कि सिया ने पहले उसका फायदा उठाया और जब उसका मतलब निकल गया तो उसे छोड़ दिया । जिस वजह से डिप्रेशन में आकर उसका एक्सीडेंट हो गया । सिया अच्छी लड़की निकली। मयंक ने उसे जो महँगे गिफ्ट दिए थें वो उसने आकर लौटा दिए । कोई और होती तो रख चुकी होती । थैंक्स रूबीना, तुमने सच बताया । इसमें झूठ बोलने वाली क्या बात है। मैं उसकी बहन हूँ, इसलिए उसका भला चाहती हूँ । आदित्य ने एक बार फ़िर उसे थैंक्स कहा ।
अगले दिन शाम को आदित्य स्पोर्ट्स क्लब में लॉन टेनिस खेल रहा है तो सिद्धार्थ भी वही पहुँच गया । तू वापिस कब आया ? तूने बताया नहीं । आज दोपहर को आया हूँ ।आदित्य शॉट्स मारने में लगा हुआ है । सिद्धार्थ आराम से घास पर लेट गया । थोड़ी देर बाद आदित्य भी वही आकर उसके पास लेट गया । क्या बात है ? सिद्धार्थ ने आसमान की तरफ देखते हुए पूछा । मैं रूबीना से मिलने पुणे गया था । मुझे लगता था मयंक की हालत की जिम्मेदार सिया है ।
मगर उसका परिवार ही उसकी हालत का जिम्मेदार है । तभी उससे इतनी हेट की । मयंक को मैं स्कूल से जानता हूँ । कभी नहीं लगा कि उसके साथ क्या प्रॉब्लम है । हम सबके साथ परेशानी है, बस फर्क सिर्फ इतना है कि मिडिल क्लॉस की प्रोबलेम दिखती है, मगर हमारी प्रॉब्लम दिखती नहीं है । सिद्धार्थ ने उसे देखते हुए कहा । यह सुनकर आदित्य उठकर बैठ गया। सिया ने उस दिन पार्टी में मुझसे अपने प्यार का इज़हार किया था । और तुमने उसे I Hate You कह दिया होगा । सिद्धार्थ ने उसकी बात पूरी कर दी । मैं और कह भी क्या सकता था । प्यार थोड़ी न करता हूँ,उससे । अब सॉरी कह दें । सिद्धार्थ ने उसे देखते हुए कहा तो उसने जवाब दिया, सॉरी तो नहीं कहूँगा। हाँ, गलतफहमी हो गयी थी, यह कह सकता हूँ । Dog ! तू नहीं सुधर सकता । दोनों हँसते हुए क्लब से बाहर निकल गए ।
अगले दिन ऑफिस में आदी ध्यान सिया पर है । उसने अपने ऑफिस में लगे कर्टेन हटा दिए । ताकि सिया को देख सके । मगर सिया ने अब अपनी कुर्सी की दिशा ही मोड़ दी थी । उसे प्रोजेक्ट के बहाने से उसे अपने कैबिन में बुलाना चाहा, मगर सिया ने नकुल को भेज दिया । अब तो यह भाव खायेगी ही । चलो, मेल कर देता हूँ ।
To: Siya Sharma
subject: regarding misunderstanding
To Siya
Now everything is clear i know the truth of Mayank ... Hope you understand my situation ..
Thanks & Regards
Aditya Khanna
मेल लिखकर उसने सेंड कर दी । उसे लगा कि मेल का जवाब आएगा । मगर ऐसा कुछ नहीं हुआ । शाम को जब सिया उसे लिफ्ट में मिल गई तो उसने 'गुड इवनिंग सर' कहकर मुँह फेर लिया । सिया तुम्हें मेल मिली । सिया ने उसे देखते हुए कहा "मिली" । तुम समझ गई होगी कि मैं.;;;; its okay कहकर सिया ने आदित्य की बात काट दी और लिफ्ट से बाहर निकल गई । आदित्य उसे जाता हुआ देखता रह गया।