Aangan ki Chandni - 6 in Hindi Motivational Stories by Sabreen FA books and stories PDF | आँगन की चाँदनी - 6

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आँगन की चाँदनी - 6

राहुल: एक दम सही पकड़ा तुमने वो सच मे दुनिया की सबसे खूबसूरत लड़की है,

राहुल खुशी से पागल होते हुए अपनी धुन में बोले जा रहा था।
यहां आरोहि का गुस्से और जलन से बुरा हाल हो रहा था।
आरोहि: मैं भी देखती हूं आपकी बातों में कितनी सच्चाई है।
राहुल: ज़रूर, ज़रूर, इसीलिए तो तुम्हे बता रहा था, यह कह कर उसने फ़ोन कट कर दिया।

आरोहि गुस्से से खुद में बड़बड़ाती हुई मैं तो दी से बात करने के लिए फ़ोन की इसने बात ही नही कराई और अपनी होने वाली बीवी की तारीफ करके कट कर दिया, मै भी देखती हूं कहा कि हूर परी ढूंढ कर लाया है एक बार इसकी शादी हो जाये फिर बताती हु, दुनिया की सबसे खूबसूरत लड़की,,,,,,,,,
वो गुस्से से अपना सामान इधर उधर फेंकते हुए सब बड़बड़ाये जा रही थी।

आरोहि, सामने से उसकी माँ से उसे आवाज़ दी,

जी माँ,
आरुषि से बात हो गयी।
आरोहि ने न में सर हिलाया।
क्यों,,,?
वो मैं ने फ़ोन की थी लेकिन फ़ोन राहुल ने उठाया उसकी शादी तय होने वाली है ना।

अंजलि जी मीनिंगफुल हसी हस्ते हुए, बहोत जल्दबाज़ है यह लड़का।

आरोहि: छोड़ें मम्मी लड़को को तो वैसे भी शादी की बहोत जल्दी होती है।

अंजली जी हस्ते हुए बोली वैसे शादी की जल्दी तो लड़कियों को भी होती है।

आरोहि: लेकिन मुझे तो नही है मैं अपने मम्मी पापा के साथ रहना चाहती हु, आरोहि प्यार से अपनी बाहें अपनी माँ के गले मे डाल कर मुस्कुराने लगी।

अंजलि जी उसके माथे पर प्यार किया और उसके सर पर हाथ फेरती हुई बोली आरोहि,,

आरोहि उनके कंधे पर सर रखते हुए बोली, हा मम्मी।

अंजलि जी: बेटा तुमसे एक ज़रूरी बात करनी है।

आरोहि अपना सर उनके कंधे से उठते हुए बोली, बोलिये न मम्मी।

अंजलि जी: बेटा तुम्हारे लिए एक रिश्ता आया है।

आरोहि: मम्मी मैं अपनी पढ़ रही हु आप उन्हें मना कर दीजिए।

अंजलि जी: आरोहि यह तो हमें भी पता है हम ने उन्हें बताया है तुम अभी पढ़ रही हो और पढ़ाई क
खतम होने के बाद ही तुम्हारी शादी करेंगे और उन्हें भी कोई जल्दी नही है।

आरोहि: जब आप लोगो ने तय कर लिया है तो मैं क्या कहूं।

अंजलि जी: आरोहि हम तुम पर अपना फैसला नही थोपेंगे, बल्कि तुम्हारी पसंद जानने के बाद ही रिश्ता क़ुबूल करेंगे, अब तुम मुझे यह बताओ क्या तुम्हें राहुल पसंद है।

राहुल का नाम सुनते ही आरोहि कि सिट्टी पिट्टी गुल हो गयी, फिर अचानक शानदार पर्सनालिटी वाला हस्ता मुस्कुराता राहुल उसके खयालो में आने लगा,

अंजलि जी उसकी चहेरे को देखते हुए बोली तुम इतना ब्लश कर रही हो मुझे पता चल गया राहुल तुम्हे कितना पसंद है।

आरोहि शर्माते हुए बोली मम्मी आ,,,आ,,आप कुछ भी बोलती है, आप जायें मुझे नीड आ रही है।

अंजलि जी हस्ते हुए बोली ठीक है मैं माँ से कह देती हूं तुम्हे राहुल पसंद है।

आरोहि गुस्से राहुल मैं आपको छोडूंगी नही, मुझे बता नही सकते थे, कैसे मज़े लेले कर तारीफे की जा रही थी मिझे ज़रा भी शक नही होने दिया कि वोह तारीफे मेरी कर रहे है।
वो तकिया उठा कर अपने को छुपाते हुए सो गई।

जब सुबह आरोहि की नींद खुली और वो कॉलेज जाने के लिए तैयार कर जैसे नीचे आयी दादी बोल पड़ी बेटा तुम्हारी मंगनी की तारीख हम आज तै करने वाले है तो जल्दी घर आ जाना।

आरोहि: दादी उसमे मेरा क्या काम है वैसे भी आज मेरा टेस्ट है मुझे आने में देर हो जाएगी।

दादी: ठीक है बेटा संभाल कर जाना।

आरोहि अपने बैग में कुछ ढूंढते हुए जैसे ही घर से बाहर निकली सामने से आते हुए किसी से टकरा गई, इससे पहले की वो गिर पति दो मज़बूत बाहों ने उसे थाम लिया।
आरोहि ने जब अपनी आंखें खोली तो सामने राहुल को देख कर शॉक हो गयी।

आ,,,,,आ,,,,,,आ,,,,,आप यहाँ,
राहुल: आप तो मुझे देख कर अपना होश की खो बैठी,
आरोहि उसकी बहन से खुद को छुड़ाते हुए, मिस्टर वो क्या है ना हम ऐसे ही किसी को देख कर अपना होश नहीं खोते, होश तो आप कहो बैठे है हमें देख कर तभी आप यह भूल गए आप कह खड़े है, इसीलिए आप अब मुझे छोड़े क्यों कि मैं यूनिवर्सिटी जाने के लिए लेट हो रही हु।

इससे पहले की वो उसे छोड़ता पीछे से आते हुए राहुल, अरे आरुषि मैं तो अपने भाई को बहोत ही सीधा साधा समझता था यह तो बड़ा रोमांटिक निकला।

रोहित की आवाज़ सुनते ही राहुल ने एक झटके में आरोहि को छोड़ दिया।

राहुल: अ,,,,,अ,,,, अरे भैया ऐसी कोई बात नही मैं ने तो आरोहि को गिरने से बचा रह था।

आरुषि भी उसकी टांग खींचते हुए बोली, मतलब आपको देख कर यह इतनी खुश होगयी थी कि होश खो बैठी,

आरोहि: दी जीजू मुझे देर हो रही है मैं निकलती हु।

रोहित हस्ते हुए बोला हमारी साली को शर्माना भी आता है।
आरोहि जिस तरह आपको अपनी वाइफ से डर लगता है उसी तरह मुझे शरम भी अति है।

उसी की बात सुन कर सब हसने लगे एयर रोहित ने मुंह बना लिए।

मुझे देर हो रही है बाये।

कुछ हफ्ते बाद राहुल और आरोहि कि सगाई हो गयी।
मांगनी की रात को आरोहि बेड पर बैठी कपङे हाथ की रिंग देख रही थी तभी उसका फ़ोन बजा।
स्क्रीन पर राहुल का नाम फ्लश हो रहा था।
आरोहि ने फ़ोन उठाया,
सामने से मीठी से आवाज़ आयी हेलो क्या मैं आरोहि राहुल रावत से बात कर सकता हु।

आरोहि को एक शरारत सूझी।
हेलो,, यह आपने रॉंग नंबर लगाया है

वो फ़ोन काटने ही वाली थी कि राहुल फिर से बोला आरोहि फ़ोन मत काटना, आरोहि हस्ते हुए बोली तो और क्या करूँ,
यहाँ पर आरोहि अर्जुन सक्सैना रहती है, आरोहि राहुल रावत नही।

राहुल थोड़ा शरारती तरीके से बोला अब तो तुम आरोहि राहुल रावत हो गयी हो।

आरोहि:मिस्टर अभी हमारी मांगनी हुई है शादी नही हुई है तो मैं आरोहि राहुल रावत कैसे हो गई।

राहुल मुस्कुराते हुए बोला अगर आप कहे तो मैं अभी माँ से कह देता हूं कि वो हमारी शादी जल्दी से करदे।

आरोहि गुस्से से बोली, अगर आप ने ऐसी बाते की तो मैं अभी फोन कट कर दूंगी।

राहुल: आरोहि तुम्हे शरम आ रही है ना काश की मैं देख पाता तुम शर्माते हुए कैसी लगती हो।

आरोहि मजाकिया अंदाज़ में बोली ठीक है अगर आपके अंदर हिम्मत है तो आ कर देख लीजिए।

राहुल: अगर मैं आ गया तो मुझे क्या मिलेगा।
आरोहि: जो भी आप चाहें।
राहुल: ठीक है, यह कह कर उसने फ़ोन कट करदी।
आरोहि खुद में ही बड़बड़ाते हुए अरे यार यह क्या करदी मैं ने कही सच मे आ गए तो, नही अब इतनी रात को क्या आएंगे, मैं भी खामखा परेशान हो रही हु।
उसने लाइट बन्द की और सो गई।

आधे घंटे बाद उसके फ़ोन की रिंग। बाजी आरोहि ने नीद में फ़ोन उठाया, हेलो

राहुल: अपनी खिड़की खोलो।

क्या आरोहि नीद से जैसे होश में आई वो घबराते हुए उठ कर खिड़की के पास गई, जैसे ही खिड़की खुली राहुल अंदर आया।

राहुल: क्या हुआ मैं तो अपनी शर्मीली दुल्हन को देखने आया था, और यहां आ कर तो कुछ और ही देखने मिल रहा है।

आरोहि अपने होश संभालते हुये त,,,,त,,,,,तू,,,,,तुम यहा क्यों आये।

राहुल अपनी भौंवे उचकाते हुए क्या मतलब तुमने ही तो बुलाया था और मैं आ गया चलो अब आ गया हूं तो अंदर आने को नही कहोगी अगर किसी ने मुझे तुम्हारी बालकनी में देख लिया तो।

आरोहि: तो व,,,व,,,वापस चले जाओ।

राहुल: येह तुम इतना हकला क्यों रही हो, वैसे तुम्हे शांत करने का बस एक ही तरीका है।

आरोहि: क्या,,,,,,,,,,,,
इससे पहले वो कगी कुछ बोल पाती राहुल ने उसे अपने करीब खींच और उसके नरम मुलायम होंटो को अपने होंटो से चूमने लगा।

आरोहि अपनी आंखें बड़ी बड़ी करके उसे देखने लगी।
कुछ देर बाद जब राहुल ने उसे छोड़ा तो इसके गाल शरम से लाल हो चुके थे,
राहुल: तुम तो शर्माते हुए और भी प्यारी लग रही हो।
आरोहि: राहुल मैं तुम्हे छोडूंगी नही,
राहुल: में भी नही चाहता कि तुम मुझे छोड़ो।
आरोहि: तुम कुछ ज़्यादा ही फ्लिर्टी नही हो।
राहुल: अब अपनी होने वाली बीवी से फ्लिर्ट करना कोई गुनाह तो नही है।
आरोहि: तुमसे बहस में जितना मुमकिन ही नही है, यह बताओ फ़ोन क्यों किये थे।
राहुल:अच्छा हुआ याद दिला दी, कल यूनिवर्सिटी बन्द है ना,,,,,
आरोहि: तुम्हे हो क्या गया तुम्हे पता है ना कल संडे है फिर भी पूछ रहे हो।
अरे मैं आगे बोलने ही वाला था तुमने मेरी बात काट दी,
आरोहि:अच्छा बोलो तो,
राहुल: मैं ने लंच का प्रोग्राम बनाया है तुम्हे आना होगा।
आरोहि: मैं कैसे आ सकती हूं।
राहुल उसको अपने करीब खींचते हुए बोला अपने पैरों से चल कर और कैसे।
वो आरोहि के इतने करीब था कि आरोहि उसकी सांसों को अपने चेहरे पर महसूस कर रही थी और उसका दिल तेज़ी से धड़क रहा था, फिर वो उससे थोड़ा दूर हट कर बोली, मुझे भी पता है मैं पैरों से चल कर आऊंगी, लेकिन मम्मी पूछेंगी तो क्या कहूंगी।
राहुल: कह देना दोस्त से मिलने जा रही हु।
आरोहि मासूम से चेहरा बनाते हुए लेकिन मैं ने मम्मी से कभी झूठ नही बोला।
राहुल: तो उन्हें सच बता देना।
आरोहि: यह तो मैं बिल्कुल नही कर सकती हूं।
राहुल थोड़ा नाराज़ हो कर बोला ठीक है मैं प्रोग्राम कैंसिल कर दूंगा एयर लंच भी नही करूँगा।

आरोहि उसका चेहरा अपनी तरफ घूमते हुए ठीक नाराज़ मत हो मैं आ जाऊंगी, लेकिन पहले आप यहां से जाईये।
राहुल ठीक है वैसे हम दोनों के बीच कुछ डील हुई थी याद है।
आरोहि: अच्छा ठीक है बताओ क्या चाहिए।
राहुल टेढ़ा मुस्कुराते हुए, ज़रा मेरे पास आओ तुम्हारे चेहरे पे कुछ लगा है।
आरोहि: क्या कहा पे लगा है।
राहुल:यहां तो में साफ करदूँ,
आरोहि जैसे ही राहुल के पास आई राहुल ने एक बार फिर उसके नरम रसीले होंटों को चूमना शुरू कर दिया, वो बहोत देर तक उसके होंटों को चूमता रहा अब आरोहि की सांस उखड़ने लगी तब जा कर राहुल ने आरोहि को खुद से अलग किया।

आरोहि शर्म और गुस्से से राहुल को देखते हुए अब मैं तुमसे बात ही नही करूँगी।

राहुल हस्ते हुए उसके कान में धीरे से बोला अब तो इसकी आदत डाल लो, वैसे तुम्हारे होंठ कुछ ज़्यादा ही मीठे है।

आरोहि उसके सीने पर मुक्के से मरते हुए तू,,,,तू,,,,तुम जाओ यहां से मुझे कुछ नही सुन्ना है।

राहुल:ठीक है कल टाइम पे आ जाना।

आरोहि: जाते हो या मैं कल आने का प्रोग्राम कैंसिल करू।
राहुल: नही नही जा रहा हु।
उसके बाद वो वहां से चला गया।

©"साबरीन"