Hudson tat ka aira gaira - 10 in Hindi Fiction Stories by Prabodh Kumar Govil books and stories PDF | हडसन तट का ऐरा गैरा - 10

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हडसन तट का ऐरा गैरा - 10

- वंडरफुल! ऐसी चिड़िया तो मैंने कहीं भी नहीं देखी। मैं सारी दुनिया में घूमी हूं। कितने की है ये?
- क्या आप इसकी खासियत जानती हैं?
- मैं कैसे जानूंगी, अभी तो आई हूं। पहली बार ही देखा है इसे?
- मैं बताता हूं। इसकी मां इंडियन थी और इसका पिता ब्राज़ील से आया था। इससे भी बड़ी बात ये है कि जब इसका जन्म हुआ तब इसका पिता जेल में था।
- अरे, कैसे? बेचारे निरीह पक्षी को किसने जेल में डाला? और क्यों?
- उसे एक बीमा कंपनी की शिकायत पर जेल हुई थी। इसने सेना के एक हेलीकॉप्टर को टकरा कर डैमेज कर दिया था।
- वंडरफुल, आप ये बर्ड तो मुझे दे ही दीजिए, दाम चाहे जो हो। पर प्लीज़, मुझे पूरी बात बताइए, वो माजरा क्या था? बीमा,जेल, पंछी, सेना...ये सब क्या चक्कर है।
- ओके मैम, आप बैठिए। मैं आपके लिए कॉफी मंगवाता हूं। तब तक आपकी बर्ड भी पैक हो जायेगी। इसे हिक्स आपको देने से पहले एक बार फीड कराएगा। तब तक मैं आपको इसकी दिलचस्प दास्तान सुना दूं। वैसे भी अब इसके नए पेरेंट्स आप लोग बनने जा रहे हैं तो आपको इसकी कहानी जाननी ही चाहिए।
सामने खड़ी खरीदार लड़की ज़ोर से हंसी। बोली - पेरेंट्स??? मेरी तो अभी शादी भी नहीं हुई।
- हो जायेगी मैम, ये साथ में आपका बॉयफ्रेंड है न, क्या ये आपके प्रति वफ़ादार नहीं है? रॉकी ने लड़की के साथ आए लड़के की ओर देखते हुए कहा जो नीचे झुक कर अपने जूते के लेस बांध रहा था।
लड़की फिर हंसी। इस बार कुछ और ज़ोर से। फिर बोली - ही इज़ पोर्टर। मैं इसे चिड़िया का पिंजरा उठाने के लिए भाड़े पर लाई हूं। ये अभी चंद घंटे बाद अपनी मजदूरी के पैसे गिनेगा और चलता बनेगा।
- अभी चंद घंटे हैं न आपके पास? रॉकी ने कुछ शरारत से कहा।
- व्हाट डू यू मीन? मैं ये चंद घंटे इससे इश्क लड़ाने में नहीं गुज़ारने वाली। मुझे बहुत दूर जाना है और गाड़ी ड्राइव भी करना है। लड़की ने कुछ रुखाई से कहा।
- डोंट वरी, इश्क तो आपको होगा ही।
- अरे क्यों? ये तुम कैसे कह सकते हो! न तो ये कोई हैंडसम है और न मैं ही वासना की पुतली।
- इससे क्या! इश्क तो होगा...
- यू..तुम अजीब बदतमीज़ हो! तुम एक व्यापारी हो, क्या तुम्हें ग्राहकों से ऐसा व्यवहार करना चाहिए?
- मैंने न आपको कुछ गलत कहा है, न आपके बारे में कुछ गलत सोचा है। आप नाहक नाराज़ हो रही हैं। मैं तो बस इतना कह रहा हूं कि इश्क तो आपको...
- शटअप, यू इडियट!
आवाज़ सुन कर ऐश भी चली आई। वो रॉकी व कस्टमर लड़की के बीच नोंकझोंक सुनकर बीच - बचाव करती हुई रॉकी की ओर आंखें तरेरने लगी। फिर लड़की से मुखातिब होते हुए बोली - आई एम सॉरी, इसकी ओर से मैं आपसे माफ़ी मांगती हूं। कहिए, क्या चाहिए आपको?
- ओह, अब मैं फिर से सारी रामकहानी दोहराऊं? इस पागल के कारण! आपने ऐसा सेल्समैन रखा ही क्यों है यहां? क्या आपके पास शालीन कस्टमर नहीं आते?
ये सुन कर रॉकी बीच में टपक पड़ा, झुंझला कर बोला - ओ मेमसाब, न सेल्समैन पागल होता है न कस्टमर शालीन! ये सिर्फ़ लेन - देन का सौदा है, खालिस व्यापार। आप पैसा दो, हम माल देंगे।
- एक्ज़ेक्टली, यही तो मैं कह रही हूं। फिर तुम बीच में ये बकवास क्यों कर रहे हो... इश्क होगा, ब्वॉय फ्रेंड साथ है, आलतू - फालतू कुछ भी?
तब तक कॉफी आ गई थी। ऐश बोली - छोड़िए, आपतो कॉफी लीजिए... रॉकी, इनका सामान पैक करवा दो!
- सामान तो कब का पैक करवा दिया। अब तो बस इन्हें कहानी सुनानी है।
ऐश आश्चर्य से दोनों को देखने लगी। लड़की मुस्कुराई और कॉफी के कप से सिप करती हुई एक स्टूल पर बैठ गई। बोली - ओके, सुनाओ चलो, शैतान! लड़की फ़िर मुस्कुराई।
मामला सुलझ गया देख कर ऐश अपने काम में लग गई। रॉकी लड़की को बताने लगा कि इस वाडर के पिता को जेल में क्यों जाना पड़ा। पोर्टर और पैकिंग वाला लड़का मुंह बाए रॉकी की बात सुनते रहे।
लड़की ने भुगतान किया। लड़के ने बर्ड का केज पोर्टर लड़के को पकड़ा दिया।
लड़की चली गई।
रॉकी अभी लड़की के दिए धन को गिन ही रहा था कि लड़की एक बार फिर से पलट कर वापस आई।
- सुनो, तुम बताओ न, तुम ऐसा क्यों कह रहे थे कि इश्क तो...
रॉकी लड़की की ओर देखने लगा।
फिर धीरे से बोला - अरे मैम, ये चिड़िया है ही इतनी ख़ूबसूरत कि आप कार ड्राइव करते - करते बार - बार इसे देखेंगी।
- ओह, चिड़िया से इश्क? लड़की ज़ोर से हंसी।