एक मिनट सर, आप कह रहे हैं कि आपने उससे बोला पुलिस में जाने के लिए और उसने मना किया तब आपको शक क्यों न हुआ?? जबकि आप का दिमाग फौजी का दिमाग है आपके दिमाग में ये बात आनी चाहिए थी कि जब वो आपके बैग पर नज़र रखे हुई थी और आपके हिसाब से कुछ न कुछ गड़बड़ जरूर थी तो माफ़ कीजियेगा मैं ये शब्द इस्तेमाल कर रहा हूँ कि एक 'अंधे' से उसकी क्या मदद होगी? वो फाइल कहाँ है जो आपके बैग में थी? क्या वही वो फाइल थी जो मानसी ने बनायीं थी??" अभिमन्यु बीच में ही बोल उठा।
मेज़र कार्तिक बोले-" बहुत बड़ी गलती हो गयी दोस्त, न वो फाइल अब मेरे पास है न वो लड़की मानसी थी जो आखिरी बार मुझसे मिली थी। मेरे अंधे होने का जबरदस्त फायदा उठाया गया।"
सब ऐसे चौंके जैसे सैंकड़ों बिच्छुओं ने उन्हें काट लिया हो। विक्रम बोला-" क्या मतलब कि वो मानसी नहीं थी आपकी तो सेंस ज़ोरदार है आपने उसको आवाज़ से क्यूंँ नहीं पहचाना??"
मेजर-"हाँ वो मानसी नहीं थी, और वो आवाज़ घबराई हुई और रुआँसी सी थी तो मुझे इसका शक कभी न था कि वो वही लड़की न थी जिस से मैं पहले कई बार मिला था।"
विक्रम-" पर एक बात समझ नहीं आयी कि मानसी को इतना तामझाम करने कि जरूरत ही क्या थी और इसमें आपका रोल कहाँ हो गया??"
मेजर-" तुम्हे इतना तो मालूम ही होगा कि उस म्यूजिक क्लास पर पहले भी पुलिस की रेड पड़ चुकी है??"
विक्रम-" हाँ और उसमें एक लड़के का नाम आया था, जिसे कोर्ट से सजा भी हो गयी थी, परन्तु और कोई न पकड़ा जा सका। पर मुझे शक था कि इसमें पूरी गैंग शामिल होगी और वो लड़का शायद ट्रैप किया गया हो, तो मैंने क्लास पर कुछ लोग जिनका सम्बन्ध पुलिस से न हो, निगरानी पर लगा दिए। जो पहले जरायम दुनिया से ही सम्बन्ध रखते थे परन्तु अब मेरे प्रभाव में है और सुधर चुके हैं।"
मेजर-" यही वो कारण है कि उन लोगों ने मुझे इन सब में इन्वॉल्व कर लिया था। एक अंधे पर कौन शक करता वो भी आर्मी मैन पर। तो उस निगरानी से बचकर अपनी ड्रग सप्लाई करने का यही तरीका उन्हें समझ आया। एक लड़की टकराई और दुसरी ने सँभालने के बहाने पहचान बनाई और अपना काम निकाला। मुझ पर पूरी निगरानी रख कर, पूरी प्लानिंग के साथ काम को अंजाम दिया।परंतु कोई और भी था जिसने उनकी प्लानिंग पर अपनी प्लानिंग को अंजाम दिया था तो उसने किसी और को मानसी बना कर भेज दिया। या शायद वही थी मुख्य शाजिशकर्ता।"
विक्रम (हौले से हँसते हुए)-" मतलब अंकल सिर्फ किडनेपिंग ही नहीं ड्रग सप्लाई का भी काम कर चुके है।"
सब विक्रम को घूरने लगे और मेजर कार्तिक के चेहरे पर दुःख के भाव आये। तब विक्रम तुरंत बोला -" मेरा मतलब आपका जम के इस्तेमाल किया गया। आप कृपया आगे बताये कि क्या हुआ था। वादा है एक भी गुनहगार को नहीं बख्सा जायेगा।
मेजर कार्तिक बोलते है कि-" फिर मैं मन में उत्सुकता लिए हुए उसके साथ उस साइट पर गया। एकदम उजाड़ सी जगह थी जहाँ कई बिल्डिंग्स बन रही थी। उनमें से हम उस बिल्डिंग में गए जिसका जिक्र उस लड़की ने लेटर के जरिये किया था।उस लड़की ने वहाँ मुझसे कहा कि मैं एक बार अंदर जाकर आती हुंँ तब तक आप यहां वेट कीजिये। अब मुझे पक्का यकीन हो गया था कि ये लड़की गड़बड़ है क्यूंँकि सुनसान में किसी से मिलने के लिए एक अंधे को लाना तो सरासर बेवकूफी है और ले भी आई तो बाहर वेट करने के लिए बोलने का कोई मतलब नहीं। अब वो उतना घबरा भी नहीं रही थी। फिर भी फौजी हूँ डरना तो सीखा ही नहीं। सोचा जानूं तो सही ये चक्कर क्या है। उसके अंदर जाने के 5 मिनट बाद ही चीखने की आवाज़ आयी.....
कृपया साथ बने रहें। Be continue....