Pyaar ka Zeher - 25 in Hindi Love Stories by Mehul Pasaya books and stories PDF | प्यार का ज़हर - 25

Featured Books
Categories
Share

प्यार का ज़हर - 25

" हा राज क्या हुआ कोन है ये गुंडे "

" राहुल भैया आप शांत रहो वरना गोली चला देंगे ये लोग "

" अरे ऐसे कैसे गोली चला देंगे बाप का राज है क्या चुप चाप अपने अपने हथियार नीचे रख दो वरना में तुम लोगो की खैर "

" रखते है रखते पर साहाब हमे कोई कुछ करेगा नहीं वरना अच्छा नहीं होगा ये आपको हम भी बता रहे है ठीक है "

" एक मिनट ये तो उपर के कमरे वाली नर्स है रिया तुमको में बता कर आया था ना कि दिव्या के साथ रहना फिर तुम यहा पे क्या कर रही हो "

" सा साहाब वो ना दिव्या जी के कमरे में गुंडे घुस गए है "

" क्या में तुमको इस लिए वहा रख कर आया था हद है यार और तुम लोग देख क्या रहे हो पुलिस को बुलाओ जल्दी से "

" हा अब आए ना राहुल बाबू लाइन पर अब चुप चाप अपना हथियार नीचे करदो ठीक है और खुद जाओ और अपने जो पैसे और ज़ेवर पड़े है वो सब लेकर आओ ठीक है अभी इसी वक़्त "

" तुम लोग ये ठीक नही कर रहे हो सुन लो सब ठीक है एक एक को घशिट घशिट के मरूँगा देख लेना "

" राहुल... बचाओ... ये गुंडे मुझे तकलीफ दे रहे है "

" अब तुम लोगो की खैर नही मेने कहा था अगर दिव्या को कुच हुआ तो क्या होगा अब सिर्फ देखो तुम लोग मे क्या करता हू "

" हा अब इन सारे गुंडे लोगो की खटिया खडी कर देंगे "

" अरे पकडो उस राहुल को देख क्या रहे हो वरना वो भाई को मार देगा "

" तेरी हिम्मत कैसे हुए दिव्या को स्पर्श करने की इसी हाथ ने स्पर्श किया था अब देखो तुम यह हाथ ही काट देते है "

" न न नही भाई गलती हो गये आगे से ऐसा कुच नही करेंगे भाई इस बार माफ कर दे "

" दो कोडी के गुंडे पता है जब इसको कोई डाट देता है तो भी मे डाट ने वाले की जुबान खिच लेता हू तो फिर तुमने तो हद पार करदी तुम्हे तो "

" नही... भाई बचाओ "

" अरे गधो हम इन्हे लूट ने आये है या फिर इनसे मार खाने मारो सबको "

" अरे राज जी आप क्या कर रहे हो पुलिस को फोन करो "

" हा हा मे पुलिस को ही बुला लेता हू तभी इन गुंडो को पता चलेगा "

कुच देर बाद...

" कोई भी अपनी जगह से हिलेगा नही ठीक है सब अपने हथियार डाल दो निचे वैसे भी पुलिस ने तुम लोगो को चारों तरफ से घेर लिया है "

" ये हुए ना बात अब फुदको हमे लूट ने आये थे "

" तुम लोगो को चोरी के इल्जाम मे गिरफ्तार कीया जाता है "

" साहब रुको आप कानून को अपने हाथ मे नही ले सकते राहुल जी रुकिये कानून को अपने हाथ मे नही ले सकते "

आगे जान्ने के लिए पढते रहे प्यार का ज़हर और जुडे रहे मेरे साथ