Baate adhuri si - 1 in Hindi Fiction Stories by Priyanka Taank Bhati books and stories PDF | बाते अधूरी सी... - भाग १

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बाते अधूरी सी... - भाग १

मई का महीना था, रात काफी हो चुकी थी यही कोई लगभग रात के साढ़े ग्यारह बजे होंगे, सिद्धार्थ सड़क पर चला जा रहा था, तभी उसे कही से डॉगी के भौंकने की आवाज सुनाई दी, आवाज सुनते ही उसके चेहरे पर हल्की सी स्माइल के साथ आंखो से आंसू छलक पड़े.

उसे अपनी सुनिधि की याद आ गई, जब भी वो दोनो फ्री हो कर घूमने जाते थे ना और कही से सुनिधि को डॉगी दिख जाता था, तो वह डर के मारे जोरो से सिद्धार्थ का हाथ पकड़ लेती थी, सुनिधि को डॉगी से बहुत डर लगता था.

सिद्धार्थ और सुनिधि दोनो कॉलेज के फ्रेंड्स थे, लेकिन उनकी ये फ्रेंडशिप कब प्यार में बदल गई उन दोनो को पता ही नही चला.
( कुछ साल पहले)
1 जुलाई 2019 बारिश का मौसम था, हल्की धूप निकली हुई थी, आज सिद्धार्थ के कॉलेज का पहला दिन था, सिद्धार्थ ने अभी अभी अपने बोर्ड एग्जाम क्लियर किए थे और अब उसने कॉलेज में एडमिशन लिया था, सिद्धार्थ आर्ट्स का स्टूडेंट था और वह एक एडवोकेट बनना चाहता था, हालांकि सिद्धार्थ के पापा और चाचाजी शहर के एक बड़े कारोबारी थे, लेकिन सिद्धार्थ को अपने फैमिली बिजनेस में कोई रुचि नहीं थी, वो तो बस अपना सपना पूरा करना चाहता था.

वैसे सिद्धार्थ टॉप का स्टूडेंट तो नही था, पढ़ाई में उसका मन काम ही लगता था, लेकिन लेकिन फिर भी एवरेज स्टूडेंट होने के कारण और स्पोर्ट्स में भी रुचि होने के कारण वह अपनी स्कूल में अच्छा खासा फेमस था, अच्छी और अनुशासित फैमिली से होने के कारण उसका नेचर भी अच्छा था और स्कूल में भी वह एक अनुशासित स्टूडेंट ही था.

रोहन उसका सबसे अच्छा दोस्त था और रोहन स्कूल टॉपर भी था, रोहन ने भी उसी का कॉलेज ज्वाइन किया था और दोनो ने एक साथ ही कॉलेज जाने का डिसाइड किया था,
इसीलिए रोहन समय से ही सिद्धार्थ के घर पर आ गया था,
लेकिन सिद्धार्थ था की अभी तक रेडी ही नही हुआ था.

सिद्धार्थ चल ना यार कितनी देर लगाएगा कही ऐसा ना हो की तेरी वजह हम कॉलेज के फर्स्ट डे ही लेट हो जाए रोहन ने सिद्धार्थ को लीविंग रूम से आवाज लगाते हुए कहा.

सिर्फ पांच मिनट और रोहन बस मैं आ ही रहा हु, कहते हुए सिद्धार्थ ने अपनी वॉच पहनी और अपना बैग उठाते हुए रूम का गेट लोक किया और सीढ़ियों की रेलिंग को स्लाइड बनाते हुए सीधे नीचे आ गया.

अरे अरे अरे... सीड बेटा क्या आज ही हाथ पैर तुड़वाने का इरादा है, सिद्धार्थ की दादी ने जूठी नाराजगी जताते हुए सिद्धार्थ से कहा.

नही मेरी प्यारी दादी मां अगर में हाथ पर तुड़वा लूंगा तो आपके लिए बहु केसे लाऊंगा और इस हालत में मुझे कोन लड़की पसंद करेगी?? सिद्धार्थ ने सेंडविच का एक टुकड़ा उठाते हुए अपनी दादी से कहा और रोहन के साथ घर से बाहर निकल कर अपनी कार में बैठ कर कॉलेज के लिए निकल गया.

बदमाश कही का हमेशा मस्ती करता रहता है सिद्धार्थ की दादी ने मुस्कुराते हुए सिद्धार्थ की मम्मी और चाची से कहा और फिर अपना ब्रेक फास्ट करने लगी.