Tere ishq me - 2 in Hindi Fiction Stories by Priyanka Taank Bhati books and stories PDF | तेरे इश्क में.. - भाग 2

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तेरे इश्क में.. - भाग 2

रूही की बाते सुन कर आंचल ने उससे कहा- चल ठीक है बाकी बाते बाद में भी हो जायेगी पहले तू फटाफट रेडी हो जा और जल्दी से नीचे आ जा मैं तेरा नीचे ही वेट करती हु वरना आंटी तुझे तो काम लेकिन मुझे ज्यादा डांट लगाएंगी
और अच्छा ही है ना आंटी के काम के साथ साथ तेरा भी काम हो जायेगा तुझे जीजू के लिए जो गिफ्ट रेडी करवाना था वो भी अभी तक कंप्लीट हो गया होगा हम वो भी साथ में ही लेते आयेंगे,
आंचल की बाते सुन कर रूही को भी जैसे कुछ याद आया रूही ने आंचल की तरफ देखा और हल्के से मुस्कुराते हुए बोली- अरे हां उसके बारे में तो मैं भूल ही गई थी यार अच्छा हुआ तूने मुझे याद दिला दिया वरना शादी के बाद के वो खडूस राहिल तो मुझे खा ही जाता और कहता- "क्या ये जरूरी है की शादी के बाद हसबैंड ही वाइफ को गिफ्ट दे क्या वाइफ का फर्ज नही बनता हसबैंड को गिफ्ट देने का" रूही ने राहिल की एक्टिंग करते हुए कहा और फिर रूही और आंचल दोनो ही ठहाका लगा कर हंस पड़ी, रूही को हस्त देख आंचल ने रूही से कहा- अरे हमारे जीजू खडूस ही सही पर उनकी वजह से ही तू हंसी तो सही वैसे तू कुछ भी बोल रुहु लेकिन जीजू को याद कर के तेरे चेहरे पर भी स्माइल आ ही जाती है और आंचल ने मुस्कुराते हुए आंख दबा दी,
चल चल रहने दे वो खडूस राहिल मुझे परेशान करने का एक भी मौका ढूंढता मैं कोई स्माइल नही करती उसे याद कर के और उसके लिए गिफ्ट ला कर भी मैं उस पर एहसान ही कर रही हू वरना उस खडूस के लिए कोन लड़की गिफ्ट लाने लगी भला अब रूही ने आंचल की तरफ देख कर थोड़ा नाराजगी भरे शब्दों में कहा,
रूही की बाते सुन कर आंचल भी थोड़ा इरिटेट हो कर बोली- अच्छा मेरी मां तू जीती और मैं हरी अब फटाफट रेडी हो जा इतना बोल कर आंचल झट से उठी और सीधे सिंधिया उतर कर लीविंग रूम में जा कर रूही की मॉम के पास जा कर बैठ गई,
आंचल की बाते सुन कर रूही भी अपने बेड से उठी और ड्रेसिंग रूम में रेडी होने चली गई,
रूही जब रेडी हो कर नीचे लीविंग रूम में आई तब आंचल और रूही की मॉम बैठ कर बाते कर रही थी, रूही को देख कर उसकी मॉम ने उससे मुस्कुराते हुए कहा- अरे रूही बेटा तू रेडी हो कर आ गई बड़ी देर लगा दी तूने अब जल्दी से जा वरना मार्केट से आते आते तुझे बहुत देर हो जायेगी घर आ कर तुझे बाकी के फंक्शंस की ड्रेसेज की डिजाइंस भी तो सेलेक्ट करना है ना, रूही की मॉम ने मुंबई के एक फैशन स्टूडियो से खा रूही की शादी के फंक्शंस के लिए ड्रेसेज डिजाइन का ऑर्डर दिया था जो आज ही रेडी हुआ था और शाम तक डिजाइनर ड्रेस की डिजाइन ई मेल करने वाले थे वैसे शादी की मैं फंक्शन के लिए शादी का लाल जोड़ा राहिल की मॉम ने रूही के लिए पहले ही डिजाइनर से बनवा लिया था और उसे भेज भी दिया था ताकि अगर रूही को उसमे कुछ चेंजेस करवाना हो तो वो करवा ले,
ठीक है मॉम मैं शाम को सात बजे से पहले घर आ जाऊंगी और आपकी सारी ड्रेसेज की डिजाइंस भी फाइनल kr लूंगी यू डोंट वरी मॉम कहते हुए रूही ने अपनी गाड़ी की चाबी उठाई और आंचल के सथारकेत के लिए निकल गई.