Junoon - ishq ya badle ka.. - 6 in Hindi Love Stories by Princess books and stories PDF | जुनून - इश्क या बदले का... - 6

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जुनून - इश्क या बदले का... - 6

इसे तो अब हम बताते हैं । इतना सोच वो आरव की कलाई पकड़ लेती है । जो बस कुछ ही कदम आगे बढ़ा था। आरव को जब अपनी कलाई पर किसी का हाथ महसूस होता है तो वो वही का वही जम जाता है ।

आरव की दिल कि धड़कने अचानक से बढ़ जाती है । ये दुसरी बार था जब उस के साथ ऐसा कुछ हुआ था। पहली बार तब जब वो पेंडेंट वाली लड़की ने उसे छुआ था । आरव अपनी आंखे कस के बंद कर देता है । उस का दिल इतनी जोरों से धड़क रहा था । जैसे अभी बाहर आ जाएगा।

सिमरन जब देखती है कि वो रुक गया है । तो वो उसका हाथ छोड़ देती है । जब आरव को ये महसूस होता है , कि उस लड़की ने उस का हाथ छोड़ दिया है । तो उस का दिल अपने आप ही नॉर्मल हो जाता है । और एक गहरी सांस लेकर वो अपनी आंखे खोलता है । और पीछे मूड कर सिमरन को सवालिया नजरो से देखता है ।

सिमरन पहले आरव को फिर उन पैसों को देख कर केहती है ।

तुम्हे जो करना था सो तुमने कर दिया , अब मेरी बारी .... इतना केहकर वो अपने आस पास देखने लगती है । तो उसे एक बड़ा सा पत्थर दिखता है । वो उस पत्थर को उठाती है और आरव के सामने आ जाती है । जो उससे कुछ चार पंच कदम ही दूर था ।

वो उस पत्थर को हाथ में लिए आरव घूर कर देखति है । और वो उस पत्थर को आरव की कार पर जोर से फेंक कर मार देती है । जिस से कार का शीशा टूट जाता है ।

ये सब देख बॉडीगार्ड्स आगे आते है लेकिन आरव उन्हें अपना एक हाथ दिखाकर वही रोक देता है । और सिमरन को गुस्से से घुर कर देखता है ।

सिमरन आगे आके उस के हाथ को अपने हाथ से पकड़ती है । वो पैसे जो आरव ने उसे दिए थे । वो ही पैसे वो उसके हाथ पर रखती हुई बोली ....

अपने इन पैसों से ना अपनी ये खटारा गाड़ी कि मरहम पट्टी करवा देना । तुमने मेरा सर तोड़ा मैने तुम्हारी कार । अब हुआ हिसाब बराबर .... इतना बोल वो पीछे मुड़ती है और जाने लगती है ।

आरव का गुस्सा अब अपनी लिमिट तक पोहोंछ चुका था । जो गुस्सा उस के छूने से शांत हुआ था । वो अब उस कि इस हरकत से सातवें आसमान पर पहुंच चुका था। गुस्से के कारण उसकी नीली नसें दिखने लगी थी । और उसकी भौए तक सिकुड़ चुकी थी। उस ने उन पैसों को अपनी मुठ्ठी में जकड़ लिया और ज़मीन पर दुसरी तरफ़ फैंक दिया ।

सिमरन बस दो क़दम ही चली थी , के आरव ने गुस्से से उस कि कलाई पकडी और एक जटके से उसे अपनी तरफ खींचा , जिस के कारण सिमरन सीधे उस के चेस्ट से जा लगी । सिमरन कोई रियेक्ट करती या कुछ बोलती उस से पहले आरव ने अपने एक हाथ से उसकी कमर पकड़ लि , और अपने दूसरे हाथ से उसने उस के बालों को अपनी मुठ्ठी में भर लिया ।

उस ने उसे उसके बालों से पकड़ कर उस के चेहरे को ऊपर उठाया , और खुद थोड़ा नीचे झुक कर अपने हार्ड लिप्स उस के सॉफ्ट लिप्स पर रख दिए और उसे फॉर्सफुली किस 😘 कर ने लगा ।

सिमरन तो अपनी आंखे बड़ी बड़ी कर के आरव को बस देख ही रही थी । उसे तो समझ ही नहीं आया के कब वो आरव की बाहों में चली गई । और कब आरव ने अपने लिप्स उसके लिप्स से जोड़ दिए ।

कुछ सेकेंड बाद वो अपने सेंस में वापस आईं । और वो आरव को पीछे पुश करने लगी । और उस के चेस्ट पर मारने लगी । लेकिन आरव को तो कोई फर्क ही नहीं पड़ा । और नाही वो अपनी जगह से एक इंच भी हिला , बल्कि उस कि पकड़ तो सिमरन के बालों और कमर पर और कसती चली गई । । उस कि किस😘 और वाइल्ड और रूडली होती जा रही थी । और वो बीच बीच में उस के लिप्स💋 को भी बाइट कर रहा था । जिस के कारण सिमरन के होंठो💋 से हल्का हल्का खून भी निकल ने लगा था। और उसे दर्द भी होने लगता है।

तो वही रवी और बॉडीगार्ड्स तो हैरानी से आंखे फाड़े और मुंह खोले बस इन दोनों को ही देख रहे थे । उन्हें तो अपनी आंखो पर भरोसा ही नहीं हो रहा था । कि उनका ये शैतान बॉस कभी किसी लड़की को ऐसे बीच रास्ते पर किस भी कर सकता है ।

रवि तो अपने आंखे बार बार रब कर कर के देख रहा था । वो तो लगभग बेहोश ही होने वाला था । वो अपने मन में सोचता है । ( मेरा बॉस कहीं पागल तो नहीं हो गया या कहीं इसके अंदर किसी और कि आत्मा तो नहीं आ गई । जो इंसान कभी किसी लड़की को आंख उठा कर तक नहीं देखता । वो आज किसी अनजान लड़की को बीच रास्ते जबरदस्ती किस कर रहा है । वो ये सब सोच ही रहा था कि उस कि आंखे सिमरन की आंखो से मिली ।

जो उसे अपनी बड़ी बड़ी आंखे कर के घुर रही थी । जैसे केहेना चाह रही हो , तुम्हारे इस पागल , सनकी बॉस से मेरा पीछा छुड़वाओ ।

रवि जैसे समझ गया हो कि वो क्या केहेना चाहती हैं। लेकिन उस कि हिम्मत नहीं होती के वो अपने इस राक्षश बॉस और उसके बीच कबाब में हड्डी बने । अगर उसने ऐसा कुछ भी किया तो उसका बॉस उसे बिना वक्त गंवाए सीधा गोली मार देगा । इसी लिए वो उस कि हेल्प करने के बजाय पीछे पलट जाता है । और उस के साथ साथ बॉडीगार्ड्स भी पीछे मुड़ जाते है।

उस के पलटते ही सिमरन की जो आखरी उम्मीद थी वो भी ख़तम हो जाती है । सिमरन कब से आरव की चेस्ट पर मारे जा रही थी । लेकिन आरव तो उसे छोड़ ने को ही तैयार नहीं था । अब तो वो भी उसे मारते मारते थक गई थी ।अब उस ने कोशिश करना भी छोड़ दिया ।

आरव तो जैसे गुस्से से पागल हि हो गया था । वो तो उसे ऐसे किस 😘 कर रहा था जैसे उसे किस के जरिए उसकी ग़लती कि पनिशमेंट दे रहा हो । लगभग दस मिनिट से भी ज्यादा हो गया था उन्हे किस😘 किए हुए लेकिन आरव तो अपने सेंस मे ही नहीं था । वो तो गुस्से में आऊट ऑफ कंट्रोल ही हो गया था ।

लेकिन जब उसे फिल होता है । कि सिमरन कोई मूवमेंट नहीं कर रही । और उसे सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है । तो आरव उसे एक झटके से अपने आप से दूर कर देता है।

उस के ऐसे अचानक झटकने से सिमरन लड़खड़ा जाती है । लेकिन वो ख़ुद को संभाल लेती है । और वो अपने चेस्ट पर एक हाथ रख कर खांसने लगी थी । दो तीन बार खांसने के बाद थोड़ा मुंह खोल के लंबी लंबी सांसे लेने लगती है । वो अपनी उखड़ती हुई सांसों को काबू करने कि कोशिश कर रही थी।

वही आरव अपने कपड़े ठीक करने लगता है । और अपने पैंट कि जेब में से एक रुमाल निकाल के अपने होंठो को साफ़ करने लगता है ।

सिमरन जो अब तक संभल चुकी थी । जब उसकी नज़र आरव पर जाती है , जो अपने होंठो को साफ़ कर रहा था । ये घमंडी इंसान अपने आप को समझता क्या है । पहले उसे उसने जबरदस्ती किस किया ।और अब वो अपने होंठो को ऐसे साफ़ कर रहा है जैसे उसने कोई गंदी चीज़ टेस्ट कर ली हो। उस को ऐसा करता देख सिमरन तो और आग बबूला हो जाती है । उस का चेहरा गुस्से से लाल हो गया था । उस का तो मन कर रहा था , कि वो चार पांच थप्पड़ आरव के गाल पर रसिट दे ।

तो वही आरव अपने हमेशा वाले एक्सप्रेशन लेस चेहरे से शांत होकर सिमरन को घुर रहा था । वो तो इतने आरम से खड़ा था जैसे अभी कुछ हुआ ही ना हो।

सिमरन गुस्से से अपनी एक फिंगर उस कि तरफ पॉइंट कर के चिल्ला कर बोली you..... और आगे बढ़ी उसे थप्पड़ मारने के लिए ।वो उस के सामने जा पाती या उसे थप्पड़ मार पाती उस से पहले उसके मोबाईल पर मैसेज कि नोटिफिकेशन कि आवाज़ आई । तो वो वही रुक गई । और अपने जींस में से अपना मोबाईल निकाल कर उस मैसेज को देखती है ।

मैसेज को देखने के बाद वो उस का रिप्लाइ देती है । और मोबाईल को वापस अपने जींस कि पॉकेट में रख देती है ।

और वो फिर से गुस्से से आरव को देखती है । ( इसे तो हम फिर कभी देख लेंगे ) अपने मन में ऐसा सोच कर वो अपना लगेज लेके गुस्से से पैर पटकती हुई वहां से निकल जाती है।

आरव उसे बिना अपनी पलके झपकाए , तब तक देखता है। जब तक वो उस कि आंखो से ओझल नहीं हो जाती ।

उस कि तंद्रा तब तुटती है जब रवी उसे पुकारता है।

To be continued. 💫💫💫