two sisters - 11 in Hindi Classic Stories by Mansi books and stories PDF | दो बहने - 11

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दो बहने - 11

Part 11
अब तक आपने देखा कि निशा ओर नियती की मेहंदी की रस्म होने वाली थी अब आगे की कहानी देखिए।
फिर रात हो चुकी थी निशा ओर नियती सोने वाली थी तब वहा सरला आती है ओर कहती है चलो तुम दोनो अभी भी जगी हो चलो अब जल्दी से सो जाओ तुम दोनो की कल मेहंदी कि रस्म है कल जल्दी उठना ने। फिर उसने कहा मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा अब तुम दोनो इस घर में सिर्फ ५ या ६ दिन के लिए ही हो। तब दोनो ने कहा मां हम भले ही दुर चले जाए पर तुम्हारे संस्कार ओर आशीर्वाद हमेशा हमारे साथ रहेंगे । यह सुनकर निशा नियती ने कहा जी मां।
यह कह कर दोनो सो गए। ओर सुबह हुए।नियती ओर निशा सुबह के ६ बजे उठ गई क्युकी दोनो को जल्दी नहा कर तैयार होना था दोनो ने जल्दी से पहले नास्ता कर लिया ओर फिर नहा लिया । दोनो ने आज हरे रंग का लेहंगा पहनने वाली थी ओर आज की घर सजावट भी बहुत अच्छी हुए थी दोनो लहंगा पहन कर तैयार हो कर आ गई । सरला ओर खिमजी भी तैयार हो गए थे दोनो ने निशा ओर नियती को देखा , सरला ने कहा आज दोनो बेटियां कितनी सुंदर लग रही है किसी की नजर ना लगे तुम दोनों को । मेहंदी वाली को भी बुला लिया था।
निशा ओर नियती अपनी जगह पर बैठ गई ओर मेहंदी कि रसम शुरू हुई मेहंदी वाली दो थी। एक ने निशा के हाथ में मेहंदी लगाना चालू किया ओर दूसरी ने नियती के हाथ में मेहंदी लगाना चालू किया। मेहंदी वाली ने पूरी मेहंदी निशा के हाथ में करली ओर उसने निशान का नाम निशा के हाथ में लिखा ओर नियती के हाथ में निवान का नाम लिखा ओर वह नाम ऐसे लिखा की वह मेहंदी मे छिप गया।
वहा दूसरी ओर निशान ओर निवान ने भी हाथ में नियती ओर निशा का नाम अपने हाथ में लिखा। ओर फिर निशा ओर नियती के घर में संगीत का प्रोग्राम चालू हुआ। दोनो ने खूब नाच गाना किया ओर सरला ओर खिमजी ने भी नृत्य किया आज का ये दिन बड़े अच्छे से समाप्त हुआ । रात को निशा ओर नियती ने अपनी मेहंदी कि फोटो खींच कर निशान ओर निवान को भेजी ओर कहा अपना अपना नाम ढूंढो। दोनो ने अपना अपना नाम मेहंदी मे ढूंढ लिया। फिर दोनो सोने वाली थी क्युकी अब कल हल्दी कि रसम होने वाली थी।
नियती ने कहा दीदी आज का दिन तो बहुत अच्छा गया अब कल का हल्दी की रसम का प्रसंग भी अच्छे से हो जाए। निशा ने कहा क्यों नहीं नियती कल का दिन भी बहुत अच्छा जाएगा यह कह कर दोनो सो गई। कल फिर सुबह हुए आज दोनो हल्दी के लिए जल्दी उठ गई दोनो आज सात बजे उठी क्युकी हल्दी का फंक्शन १० बजे चालू होने वाला था। दोनो ने उठ कर नहा लिया ओर दोनो ने आज पीले रंग का लहंगा पहन लिया आज सब ने हल्दी के लिए पीले रंग के कपड़े पहने थे। वहीं दूसरी ओर निशान ओर निवान ने भी पीले रंग का कुर्ता पहन लिया।



कहानी का Part 12 जल्द ही आयेगा।😊