ज़ीनत अमान के बाद एक और सफल अंग्रेज़ अभिनेत्री के तौर पर कैटरीना कैफ जब फ़िल्मों में आईं तब बिपाशा बासु, लारा दत्ता जैसी अभिनेत्रियां कई बड़ी फ़िल्मों में अभिनेत्री प्रधान भूमिकाएं कर रही थीं।
बिपाशा ने अपनी पहली ही हिन्दी फ़िल्म "राज़" से हलचल मचाई जिसमें वे डीनो मोरिया के साथ थीं। वे अन्य भारतीय भाषाओं, बांग्ला आदि में भी सक्रिय थीं, और उनकी फिल्में "जिस्म,रुद्राक्ष,अपहरण,बरसात" आदि औसत व्यवसाय करते हुए भी पसंद की गई थीं।
लेकिन ओंकारा, धूम 2 और रेस जैसी फ़िल्मों ने उन्हें बड़ी अभिनेत्री के तौर पर स्थापित किया।
वे "द लवर्स" जैसे हॉलीवुड प्रोजेक्ट से भी जुड़ी थीं।
युवा वर्ग में बिपाशा बसु का क्रेज़ "बीड़ी जलइले" जैसे गीत की लोकप्रियता के दिनों में देखते ही बनता था।
लेकिन लगभग इन्हीं दिनों में मिस यूनिवर्स लारा दत्ता भी अपनी फ़िल्मों से लोगों का ध्यान खींच रही थीं।
फना, ज़िंदा,पार्टनर या झूम बराबर झूम जैसी फ़िल्मों की उनकी भूमिकाओं में एक ताज़गी ज़रूर थी। फितूर, डॉन 2 या लंडन ड्रीम्स तक आते आते वे अक्षय कुमार की सफल जोड़ीदार के रूप में लोकप्रिय हो रही थीं।
मीडिया में बॉलीवुड सितारों की चमक के बीच ये चर्चा भी लगातार बनी हुई थी कि कई नायकों शाहरुख खान, अक्षय कुमार, सलमान खान, आमिर खान और ऋतिक रोशन के अत्यंत सक्रिय हो रहने के चलते फ़िल्म नगरी फ़िर से मेल डॉमिनेटिंग हो चुकी है और नायिकाएं केवल फ़िलर के रूप में ही ली जा रही हैं।
इसी दौर में नमस्ते लंदन, मैंने प्यार क्यूं किया,सरकार, वेलकम, हमको दीवाना कर गए जैसी फ़िल्मों ने कैटरीना कैफ का बाज़ार भी अच्छा बना दिया था।
कैटरीना कैफ की न्यूयॉर्क, राजनीति और अजब प्रेम की गजब कहानी ने उनको स्थापित किया। किन्तु "एक था टाइगर" और "ज़िन्दगी न मिलेगी दोबारा" ने उन्हें अपनी समकालीन अभिनेत्रियों में बढ़त दिला कर उनका नाम अपने दौर की सबसे सफ़ल स्टार के तौर पर स्थापित कर दिया। उनकी फ़िल्मों ने भव्य कामयाबी पाई।
उधर रणबीर कपूर से ब्रेकअप की खबरों ने उन्हें "खबरों में" भी बनाए रखा और जब तक है जान, धूम 3 के बाद जग्गा जासूस में उन्हें दर्शकों की सहानुभूति भी मिली। अपनी निजी ज़िंदगी में जब कभी कैटरीना कैफ को कोई हताशा मिली हर बार उन्होंने अपने आप को अपने काम के प्रति और भी शिद्दत से समर्पित कर दिया। इसका नतीजा यह हुआ कि दर्शक लगातार इस महान अदाकारा से प्रभावित होते रहे और फिल्मकार भी उनके लिए एक से एक उम्दा प्रोजेक्ट लेकर आते रहे।
फ़िल्म जगत में दर्शकों का ध्यान हासिल होना एक बहुत बड़ी घटना मानी जाती है। चाहे ये ध्यान किसी भी कारण से जाए। आपके भावी प्रोजेक्ट्स पर लोग ध्यान देने लगते हैं, आपकी गतिविधियों की चर्चा होने लगती है और आपकी फ़िल्म के असफल होने की बात भी खबर बनने लगती है।
ठग्स ऑफ हिंदुस्तान या ज़ीरो में भी यही हुआ। हालांकि दर्शकों ने "सुरैया" को नापसंद नहीं किया, कमतरी आमिर खान की और बैडलक अमिताभ बच्चन का बताया गया। कैटरीना के कुछ डांस नंबर्स ने भी उनकी पॉपुलैरिटी को एक नई ऊंचाई दी। कुछ फ़िल्मों के औसत व्यवसाय के बावजूद टाइगर ज़िंदा है, बैंग बैंग या भारत की भव्यता को दर्शक दरकिनार नहीं कर सके और कैटरीना कैफ का नाम अपने वक़्त की सबसे सफल हीरोइन के तौर पर लेने लगे।
एक काल खंड कैटरीना कैफ के नाम भी दर्ज़ हो गया और हिंदी फ़िल्मों की नंबर वन अभिनेत्रियों की कतार में नरगिस, मधुबाला, मीना कुमारी, वैजयंती माला, साधना, शर्मिला टैगोर, हेमा मालिनी, रेखा, श्रीदेवी, माधुरी दीक्षित, काजोल, ऐश्वर्या राय, रानी मुखर्जी, प्रियंका चोपड़ा, विद्या बालन, कैटरीना कैफ एक छतरी के तले आ गईं।