प्रिया वापस आई है (भाग 2)
फिर में रेलवे स्टेशन पर गया वहाँ जांच करने पर पता चला की प्रिया रॉब w/o आकाश रॉब नाम का कोई टिकिट बुक नही हुआ है।अब मेरा दिमाग काम करना बंद कर दिया,में स्टेशन पर एक जगह हताश होकर बैठ गया।मुझे अब प्रिया की चिंता होने लगी,मन ही मन सोचने लगा कि काश में अभी प्रिया से मिल पाता एक बार उसे देख पाता तो उसे कसकर गले लगा लेता।उसे कभी दूर जाने नही देता उसे में अपनी जिस्म के रोम रोम में बसा लेता,काश ये अभी मुमकिन होता।मेरे आँखों से बारिश उतर आया है,दिल भर आया है,क्या इतना प्यार करता था में अपनी प्रिया से क्या किसीके दूर जाने से ही हमे उसका प्यार उसके लगाव का महसूस होता है।क्या वो भी मुझे इतनी ही मिस कर रही होगी,पता नही कहाँ होगी किस हाल में होगी बेचारी?
स्टेशन की इतने भीड़ में भी में खुदको अकेला महसूस कर रहा था।मानो मेरा दुनिया ही उजड़ गया हो,निशा से दूर होने के बाद जितना दुख हुआथा मानो प्रिया के खोने का गम सो गुना ज्यादा है।मेरे आँखों के सामने प्रिया की तस्बीर झलक रहा है,ऐसा लग रहा था मानो में ओर प्रिया कही हाथ पकड़ कर चले जा रहें हैं।ये सब सोच सोच कर में पागल हो जा रहा था।फिर में अपने मु पर पानी मार ओर भ्रम से बहार निकला।फिर मेने ठान लिया कि प्रिया को तो में किसी तरह से भी ढूंढ ही लूंगा,चाहे मुझे किसी भी हद तक जाना पड़े।में सीधा गया पुलिस स्टेशन वहां के इंस्पेक्टर राजन सिंह जी को मैने कहा सर मुझे एक मिसिंग कम्प्लेन लिखवानी है।
राजन सिंह=हु..किसकी मिसिंग कम्प्लेने है, और जो मिसिंग है वो आपकी क्या लगती है।
आकाश=सर मेरा नाम आकाश रॉब है,ओर में अपनी पत्नी प्रिया रॉब का मिसिंग कम्प्लेने लिखवाना चाहता हूं।
राजन सिंह=क्या आपको पक्का यकीन है कि आपकी पत्नी मिसिंग है या फिर किसीके साथ....हा.. हा ..
ये कह कर इंस्पेक्टर राजन सिंह जोर जोर से हँसने लगे।
आकाश=सर आपको ये सब मज़ाक लग रहा है,इधर मेरा जान अटका पड़ा है,ओर"ओर पता नही प्रिया बेचारी किन हालातों में होगी,आप कम्प्लेन लिखेंगे या में कमिशनर साहब के पास जाऊ।
राजन सिंह=अरे भई गुस्सा कियौ कर रहे हो,मेने तो बस यूही बोला था।देखिए इस तरह के केस में अक्सर पति या उसके घरवालों का हाथ होता है।आप ये मत सोचिये की आप कम्प्लेने लिखवाने आये तो आप बच जाएंगे,ठीक है मिस्टर आकाश,यातो एक बात ये भी हो सकता है कि आपकी पत्नी जब स्टेशन जा रही थी हो सकता है कि कुछ गुंडे या बदमाश लोग आपकी पत्नी को किडनैप कर लिया हो अपने गलत इरादे से।
आकाश=इंस्पेक्टर साहब इससे पहले की कुछ गलत हो जाये,प्लीज़ आप कुछ कीजिये।
राजन सिंह=ठीक है चलिए सबसे पहले हमें उस रास्ते पर जाना होगा जिस रास्ते से आपकी पत्नी स्टेशन जा रहीं थीं।और ये भी देखना होगा कि उस रास्ते मे कोई पुराण खंडर या ऐसा कोई पुराना घर तो नही है जहाँ किसीको किडनैप करके रखा जा सके।
ये कहते हुए इंस्पेक्टर राजन,आकाश,ओर दो कॉन्स्टेबल गाड़ी में बैठ कर निकल गए।
अगला पार्ट जल्दि आने वाला है,तबतक के लिए बाय, ओर मुझे फॉलो ज़रूर करे,इससे हमें काम करने में प्रेरणा मिलती है।। धन्यवाद 🙏🙏