दोस्तों, आपने मध्यमवर्गीय लोगों पर बने खूब मीम्स और जोक्स सुने होंगे। जिनमें उनकी कुछ कंजूस आदतों के बारे में बताया है और उन पर मज़ाक बनाया गया है। पर क्या आप जानते हैं कि मिडिल-क्लास यानी मध्यम वर्गीय परिवारों की ऐसी बहुत-सी आदतें हैं जो आजकल कूल ट्रेंड्स की तरह भी पॉपुलर हो गयी हैं। वैसे कुछ ऐसे नियम, कायदे, कानून व आदतें हैं, जो कि करीब-करीब हर मध्यम वर्गीय परिवार में देखने को मिलती हैं। अगर आप भी मिडिल क्लास फैमिली से हैं तो आप ये सब आदतें और कायदे कानून अच्छे से जानते होंगे।
हर व्यक्ति अपनी आय के अनुसार लाइफस्टाइल जीता है। वैसे भारत के अधिकतर परिवार मिडिल-क्लास हैं। उनका जीने का अपना एक अलग तरीका है। वह हर चीज में बचत करने के बारे में सोचते हैं और कम में भी अधिक बेहतर व खुशहाल जीवन जीने की इच्छा रखते हैं। हालांकि, उनकी कुछ आदतें व लाइफस्टाइल की कुछ बातें अन्य लोगों को पसंद ना आएं। कई बार तो मिडिल क्लास फैमिली के लाइफस्टाइल पर लोग मीम्स भी बनतो हैं। लेकिन अगर ध्यान से देखा जाए तो आप पाएंगे कि यह आपके लिए बेहद लाभदायक है।
यूं तो हर कोई एक हाई क्लास लाइफस्टाइल जीना चाहता है, लेकिन फिर भी मिडिल क्लास लोगों की कुछ आदतें केवल पैसों की बचत के लिहाज से अच्छी नहीं हैं, बल्कि यह वास्तव में आपकी सेहत और प्रकृति के लिए भी उतना ही फायदेमंद है। तो चलिए आज हम आपको कुछ ऐसी ही मिडिल क्लास हैबिट्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें अपनाना आपके लिए भी फायदे का सौदा हो सकता है-
घर का बना खाना एक साथ बैठकर खाना
अधिक मिडिल क्लास फैमिलीज में यह देखा जाता है कि घर के सभी सदस्य घर के बने खाने को ही प्राथमिकता देते हैं। इतना ही नहीं, परिवार के सभी सदस्य अमूमन एक साथ बैठकर खाना खाते हैं। इससे एक नहीं, बल्कि कई लाभ होते हैं। सबसे पहले तो आप अतिरिक्त पैसे खर्च करने से बच जाते हैं। वहीं दूसरी ओर, घर का बना खाना अधिक टेस्टी व पौष्टिक होता है, जिससे स्वास्थ्य को भी लाभ मिलता है। चूंकि मिडिल क्लास फैमिलीजएक साथ बैठकर खाना खाने पर जोर देती हैं, इससे उनके आपसी रिश्तों के धागे भी मजबूत बनते हैं।
पुरानी चीजों को रियूज करना
यह एक कॉमन हैबिट है, जो आपको हर मिडिल क्लास फैमिली में देखने को मिलेगी। मिडिल क्लास फैमिलीज में महिलाएं किसी भी चीज को बाहर फेंकने से पहले कई बार सोचती हैं और उसका हर संभव इस्तेमाल करती हैं। मसलन, अगर कोल्ड ड्रिंक की बोतल खाली हो जाती है तो वह उसे बाहर फेंकने की बजाय उससे प्लांटर या स्टेशनरी होल्डर आदि तैयार कर लेती है। इससे जहां पर्यावरण कम से कम प्रदूषित होता है, वहीं दूसरी ओर वह अपनी क्रिएटिविटी को भी एक नए लेवल तक ले जा पाती हैं। आज के समय में अगर आप देखें तो यही रियूज आइटम्स मार्केट में काफी महंगे दामों में मिलती है, तो क्यों ना आप भी इसे घर पर ही बनाएं।
कुछ मिडिल क्लास ऐसे भी होते हैं, जो केवल संडे को ही नॉनवेज बनाते हैं। वैसे तो आपकी वार्षिक आय से यह निर्धारित होगा कि आप मिडिल क्लास हैं या लोअर मिडिल क्लास। परन्तु इसके अलावा लोगों की आदतों को देखकर भी यह पता लगाया जा सकता है कि अमुक व्यक्ति मिडिल क्लास है या नहीं, क्योंकि उनकी लाइफ़स्टाइल से ही चुटकियों में पता चल जाएगा कि वह व्यक्ति मिडिल क्लास है।
ज़ो आपको मिडिल-क्लास लोगों के यहाँ ही देखने को मिलेगी। बता दें कि हमारे देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा मिडिल क्लास से है, तो चलिए आज हम आपके साथ मिडिल क्लास लोगों की कुछ मज़ेदार बातें शेयर करते हैं, जो शायद आपकी फैमिली से भी रिलेटेड होंगी….
1. घर पर कोई चंदा मांगने आए, तो बच्चे को भेजकर कहलवा देते हैं कि आज घर में कोई नहीं है।
2. बिस्तर के नीचे संभाल कर रखते हैं अच्छी क्वालिटी की पॉलीथीन।
3. 1 पैकेट दूध से दो कप चाय भी बन जाती है और दो बच्चों को भी पीने को पर्याप्त दूध मिल जाता है।
4. पानी गरम करना हो, तो गैस के चूल्हे पर नहीं किया जाता।
5. बेटे की जॉब लगने की मांगी जाती है मन्नत।
6. सुबह की बची हुई इडली शाम को उपमा बन जाती है।
7. बारिश शुरू हो जाए तो टीवी बंद कर देते हैं।
8. त्यौहार हो तो पापा सबके लिए नए कपड़े ख़रीदते हैं, पर खुद अपने पुराने कुर्ते को इस्री करके गुज़ारा कर लेते हैं।
9. पड़ोसी को बर्तन खाली लौटाए नहीं जाते।
10. पार्टी के बाद बचा हुआ खाना पड़ोसियों को बांट देंगे।
11. फलों और सब्ज़ियों के छिलके भी वेस्ट नहीं करते, इनसे चटनी बनाएंगे या फेस पैक।
12. मेहमानों को चाय कुछ अलग बर्तन में सर्व की जाती है, जो चीनी-मिट्टी के होते हैं।
तो दोस्तों, अब आप सोचिए की इनमें से कौन सी आदत आपके घर पर करते है या होता देखते हैं…?