47--पागल
"हमे पापा की सम्पत्ति में से कुछ नही मिलेगा",प्रवीणा बोली,"बाप के मरने के बाद सब कुछ उस पागल का हो जाएगा।"
हरबंस के दो बेटियां प्रवीणा और रंजीता और एक बेटा बलवंत था।हरबंस की पत्नी का देहांत हो चुका था।
प्रवीणा और रंजीता ने पिता की मर्जी के खिलाफ प्रेम विवाह किया था।इसलिए हरबंस ने दोनों बेटियों से रिश्ता तोड़ लिया था।बलवंत विकलांग होने के साथ साथ मंद बुद्धि भी था।हरबंस चाहता था कि उसके मरने के बाद बेटे को कोई परेशानी न हो।इसलिए वह अपने बेटे के नाम वसीयत करना चाहता था।
पिता के वसीयत करने की भनक प्रवीणा और रंजीता को लग गयी।fजवानी के जोश में,पिता के मना करने के बावजूद प्रेम विवाह कर लिया था।इसलिये हरवंश ने दोनों बेटियों से सम्बन्ध तोड़ लिया था।अगर पिता ने वसीयत कर दी तो पिता के मरने के बाद भी उन्हें कुछ नही मिलेगा।दोनो बहने भी पििता की सम्पत्ति में से हिस्सा चाहती थी।
"एक तरकीब से हमे पिता की सम्पत्ति में से हिस्सा मिल सकता है।"प्रवीणा की बात सुनकर रंजीता बोली थी।
"कौन सी तरकीब?"प्रवीणा ने पूछा था।
"अगर हम अपने बाप को पागल घोसित करवा दे तो,",रंजीता बहन को समझाते हुए बोली,"पागल आदमी वसीयत नही कर सकता।"
"तू ठीक कह रही है,"बहन की बात सुनकर प्रवीणा बोली,"पर यह होगा कैसे"
"पैसे में बड़ी ताकत होती है।पैसे लेकर कोई न कोई डॉक्टर पापा को पागल घोसित करने को तैयार हो जाएगा।"
प्रवीणा को रंजीता का प्रस्ताव पसन्द आया था।दोनो बहनो ने अपने जन्मदाता पिता को पागल घोसित कराने के प्रयास शुरू कर दिए थे।
48---रक्षक
"क्या बात है,तुम खोयी खोयी परेशान सी क्यो रहती हो?'बिना अपनी सहेली मीना से बोली,"इस उम्र में लड़कियां चहकती खिलखिलाती रहती है।और तुम उदास, बुझी बुझी सी रहती हो?'
"कुछ नही"
मीना ने टालमटोल की लेकिन बीना कहाँ मानने वाली थी।वह बोली,"तेरा चेहरा और हाव भाव बता रहे है कोई बात है जरूर।बात को दिल मे रखने से मानसिक रोग हो सकता है।बात बताने से दिल हलका हो जाता है।'
बिना के समझाने और बार बार पूछने पर मीना ने आखिर जबान खोल ही दी,"मैं अपने शराबी बाप से बहुत परेशान हूँ।'
मीना की आंखों में आंसू आ गए।
"रो मत,"मीना के कंधे पर हाथ रखते हुए बीना बोली,"साफ साफ बता बात क्या है?'
'मेरा बाप रोज शराब के नशे में घर लौटता है।रात को वह पेर दबाने के बहाने से मुझे अपने पास बुला लेता है।फिर वह मुझे अपने बिस्तर में खींचकर----
मिना की बात सुनकर बीना अवाक रह गयी।बाप बेटी का रक्षक होता है।अगर रक्षक ही भक्षक बन जाये तो?
49--प्रस्ताव
"तुम नेहा से शादी कर लो।"
"क्यो?"हेमा की बात सुनकर परेश चोंकते हुए बोला,"मैं तुमसे प्यार करता हूँ।तुम भी मुझे चाहती हो।हम दोनों जीवन साथी बनने का निर्णय भी ले चुके है।फिर तुम्हारी छोटी बहन हमारे बीच मे कहां से आ गयी।"
"मुझे पता चला है कि नेहा तुम से प्यार करती है और तुम्हे अपना बनाना चाहती है,"हेमा बोली,"नेहा के सिवाय इस दुनिया मे मेरा कोई नही है।मैं छोटी बहन की खुशी के लिए अपने प्यार को कुर्बान कर सकती हूँ "
"लेकिन मैं अपने प्यार को कुर्बान नही कर सकता।बांट जरूर सकता हूँ।"
"क्या मतलब?"
"मैं तुम दोनों बहनों से शादी कर सकता हूँ,"परेश बोला,"ऐसा करने से हम तीनों को अपना प्यार मिल जाएगा।"